बजट पर बोले प्रधानमंत्री, निजी क्षेत्र की मजबूत भागीदारी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को इस साल के बजट में किए गए सुधारों पर बात की। डिजिटल माध्यम से देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ‘मौद्रीकरण और आधुनिकीकरण’ के मंत्र के सथ आगे बढ़ रही है। जब सरकार मुद्रीकरण करती है तो यह जगह देश के निजी क्षेत्र द्वारा भरी जाती है। निजी क्षेत्र अपने साथ निवेश और दुनिया की सर्वश्रेष्ठ व्यवस्थाएं लाता है। पीएम मोदी ने कहा कि वह समय दूसरा था सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम स्थापित किए गए थे और तब जरूरतें भी अब के मुकाबले अलग थीं। उन्होंने कहा कि ऐसी कोई नीति जो 50-60 साल पहले अच्छी हुआ करती थी, उसमें हमेशा सुधार की गुंजाइश बनी रहती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब जब हम सुधार कर रहे हैं, हमारा लक्ष्य जनता के पैसे का उपयोग ईमानदारी के साथ करना है।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस बजट ने भारत को फिर से हाई ग्रोथ ट्रेजेक्टरी (उच्च विकास पथ) पर ले जाने के लिए स्पष्ट रोडमैप सामने रखा है। उन्होंने कहा कि इस बार के बजट में भारत के विकास में निजी क्षेत्र की मजबूत भागीदारी पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि इस बजट में निजी-सार्वजनिक भागीदारी के क्षेत्र और लक्ष्यों को स्पष्टता के साथ सामने रखा गया है।उन्होंने कहा कि ये सरकार का दायित्व है कि वो देश के उद्यमों-व्यापारों को पूरा समर्थन दे। लेकिन, सरकार खुद उद्यम न चलाए, उसकी मालिक बनी रहे, जरूरी नहीं। प्रधानमंत्री ने कहा, इसीलिए मैं कहता हूं कि सरकार का व्यापार में रहने का कोई व्यापार नहीं है। हमारा प्रयास, लोगों के जीवन स्तर को सुधारने के साथ उनके जीवन में सरकार के बेवजह के दखल को भी कम करना है।प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे मतलब यह है कि जीवन में न सरकार का अभाव हो और न सरकार का प्रभाव हो। उन्होंने कहा कि इससे चीजें और आधुनिक होती हैं, पूरे सेक्टर में आधुनिकता आती है, सेक्टर का तेजी से विस्तार होता है और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होते हैं। ये पूरी प्रक्रिया पारदर्शी रहे, नियमों के तहत रहे, इसके लिए निगरानी करना भी उतना ही आवश्यक है।
बेहतरी के लिए हमारी इच्छाशक्ति स्पष्ट है
मोदी ने कहा कि आज देश के हर उद्यम को कुशल बनाने के लिए पारदर्शिता, जवाबदेही, कानून का शासन, संसदीय निरीक्षण और मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति स्पष्ट है। इस बजट में सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के लिए जिस नई पॉलिसी की घोषणा की गई है, उसमें भी हमारा ये इरादा साफ दिखता है। आज भारत वन मार्केट-वन टैक्स सिस्टम से युक्त है। यहां कंपनियों के लिए एंट्री और एग्जिट के लिए बेहतरीन माध्यम उपलब्ध हैं।
देश में टैक्स व्यवस्था को बनाया जा रहा सरल
मोदी ने कहा कि बीते वर्षों में हमारी सरकार ने भारत को बिजनेस के लिए एक अहम केंद्र बनाने के लिए निरंतर सुधार किए हैं। भारत उन देशों में है जहां करदाताओं के अधिकारों को कोड किया जाता है। उन्होंने कहा कि श्रम कानून को भी अब सरल किया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत में टैक्स व्यवस्था को सरल बनाया जा रहा है और पारदर्शिता पर बल दिया जा रहा है।
निवेशकों में बढ़ा है भारत के प्रति उत्साह
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के अनुकूल माहौल और उत्पादन से जुड़ी इंसेंटिव (पीएलआई) योजना जैसे प्रोत्साहन के कारण अब निवेशकों में भारत के प्रति उत्साह और बढ़ा है। ये बीते कुछ महीनों में हुए रिकॉर्ड एफडीआई इनफ्लो में साफ दिखता भी है। दुनिया के सबसे बड़े युवा देश की ये अपेक्षाएं सिर्फ सरकार से ही नहीं हैं, बल्कि निजी क्षेत्र से भी उतनी ही हैं। ये बहुत बड़े अवसर लाए हैं, आइए इनका उपयोग करें।