‘महाकाल लोक’ राष्ट्र को समर्पित

पीएम मोदी ने किया लोकार्पण, कहा-शंकर के सानिध्य मे साधारण कुछ भी नहीं, सब कुछ अलौकिक

उज्जैन।जय महाकाल.. ! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार रात जब उज्जैन में ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर के नए परिसर ‘महाकाल लोक’ का लोकार्पण किया, तो चारों ओर इसी जयघोष की गूंज सुनाई दी। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच रक्षा सूत्र (कलावा) बनाए गए 15 फीट ऊंचे शिवलिंग की प्रतिकृति से मोदी ने रिमोट के जरिए जैसे ही आवरण हटाया, अध्यात्म का यह नया आंगन सभी के लिए खुल गया। प्रधानमंत्री ने 29 मिनट तक सभा को संबोधित किया। उनका भाषण रात 8 बजे महाकाल के जयघोष के साथ शुरू होकर 8.29 पर महाकाल के जयघोष के साथ ही खत्म हुआ।’महाकाल लोक’ के लोकार्पण से पहले शाम 6.30 बजे PM मोदी ने महाकाल के दर्शन किए और साष्टांग मत्था टेका। वे इंदौर से एयरफोर्स के चॉपर से पहले उज्जैन में हेलिपैड तक आए, यहां से सीधे शाम 6 बजे महाकाल मंदिर पहुंचे। सबसे पहले नंदी को प्रणाम किया। महाकाल को चंदन, मोगरे और गुलाब की माला अर्पित कर जनेऊ चढ़ाया। नए वस्त्र अर्पित किए। सूखे मेवे और फल का भोग लगाया। वे संध्या आरती में शामिल हुए, इसके बाद महाकाल के दक्षिण दिशा में बैठकर रुद्राक्ष की माला से 3 मिनट तक जप करते हुए ध्यान लगाया। दानपेटी में दक्षिणा भी दी।

ई-व्हीकल से 30 मिनट तक ‘महाकाल लोक’ में घूमे…
शाम 7 बजे PM मोदी ने ई-व्हीकल से ‘महाकाल लोक’ का परिसर घूमा। ई-व्हीकल से वे कमल सरोवर, रुद्रसागर और सबसे बड़ी म्यूरल्स वॉल देखने पहुंचे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें ‘महाकाल लोक’ में बने 108 पिलर और म्यूरल्स से जुड़ी जानकारी दी। ई-व्हीकल में PM और CM के अलावा मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल भी रहे।

कैलाश खेर ने दी परफॉर्मेंस, CM बोले- आज हम गदगद…
7.45 बजे कार्तिक मेला ग्राउंड में प्रधानमंत्री की सभा शुरू हुई। सबसे पहले कैलाश खेर ने महाकाल स्तुतिगान ‘भारत मध्ये स्वयंभू ज्योतिर्लिंग, यजामहे…’ की प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि संगीत और अध्यात्म को साथ लाना सपना था। आज ये पूरा हो रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज हम सभी गदगद हैं। भारत अत्यंत प्राचीन व महान राष्ट्र है। 5 हजार साल से ज्यादा तो ज्ञात इतिहास है हमारा…। दुनिया के विकसित देशों में जब सभ्यता के सूर्य का उदय नहीं हुआ था, तब हमारे यहां वेदों की ऋचाएं रच दी गई थीं।

सजावट के लिए बेंगलुरु-पुणे से मंगाए गए फूल
महाकाल का गर्भगृह और नंदी हाल के साथ ही परिसर के सभी मंदिर रंग-बिरंगी रोशनी से नहाए हुए हैं। यहां 40 से अधिक छोटे-बड़े मंदिरों और कोटितीर्थ कुंड के आस-पास पुष्प सज्जा भी की गई है। मंदिर समिति के अधिकारियों ने बताया कि सजावट के लिए सात शहरों से फूल मंगाए गए हैं। इनमें देसी गुलाब, गेंदा, सुगंधित पुष्प इसके अलावा विशेष किस्म के डच गुलाब, जरबेरा, लिली, रजनीगंधा, एंथोरियम शामिल हैं। विशेष किस्म के फूल पुणे और बेंगलुरु से मंगाए गए हैं।

मध्यप्रदेश मे आनंद बरस रहा:सीएम
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा- हम सबके सौभाग्य से कल तक आपने देखा कि पानी बरस रहा था। आज तो संपूर्ण मध्यप्रदेश में आनंद बरस रहा है। मोदी जी पधारे हैं। ऐसे हमारे दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता और प्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए दोनों हाथ ऊपर उठाकर स्वागत करें। चौहान ने कहा- मध्यप्रदेश के हर शहर, गांव में नहीं, पूरे देश में मोदी को सुनने और शिव की पूजा करने बैठे करोड़ों-करोड़ भाई-बहनों…अद्भुत आनंद है। महाकाल लोक का समर्पण महाकाल महाराज को ही किया है। अद्भुत महाकाल लोक बना है। भारत प्राचीन और महान राष्ट्र है।

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