मरीज की मौत के बाद अस्पताल मे हंगामा
परिजनो ने स्टाफ से की अभद्रता, जिला चिकित्सालय मे तोडफ़ोड
बांधवभूमि, सोनू खान
शहडोल। शासकीय कुशाभाऊ ठाकरे जिला चिकित्सालय मे गुरुवार की सुबह एक मरीज की मौत के बाद हुए हंगामे के कारण रात्रि शिफ्ट मे ड्यूटी पर तैनात स्टाफ नर्स को बाथरूम के अंदर छुपकर अपनी जान बचानी पड़ी। उसके साथ कोई अप्रिय घटना न हो जाए इसलिए वह सहकर्मियों के साथ साथ अस्पताल मे मौजूद सुरक्षा कर्मियों को भी फोन लगाती रही लेकिन कोई उसकी मदद के लिये काफी देर तक वहां नही पहुंचा। इस घटना के बाद पीडि़त नर्सिंग ऑफिसर मनीषा ने सिविल सर्जन को अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि वह मेडिकल वार्ड मे गुरुवार सुबह तकरीबन 6.50 पर तैनात थी। तभी वार्ड मे भर्ती सीरियस मरीज गौरव यादव की मौत हो गई। कुछ देर पहले ही डॉक्टर ने उसे देखा भी था, उसकी हालत काफी नाजुक बनी हुई थी। मृतक गौरव यादव सिकल सेल जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहा था। जिसे डॉक्टर आनंद विश्वकर्मा ने सुबह ही जांच कर परिजनों को बताया था कि मरीज की हालत नाजुक है, इसके कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई, जिसके बाद परिजन आक्रोषित हो कर मेडिकल बोर्ड के नर्सिंग स्टेशन पहुंच गया और नर्स मनीषा एवं वार्ड आया साधना तिवारी के साथ गाली-गलौज करनी शुरू कर दी।
बॉथरूम मे छिप कर बचाई जान
वार्ड मे हो रहे हंगामे व तोडफ़ोड़ की घटना से नर्सिंग ऑफिसर एवं वार्ड आया काफी डर गई। वे किसी तरह नर्सिंग स्टेशन का गेट बंद कर अपनी जान बचाने वॉशरूम के अंदर जाकर छुप गयीं। जिसके बाद आक्रोशित परिजनों ने नार्सिंग स्टेशन का गेट तोड़ दिया और भीतर आ गए। जब वहां कोई भी स्टाफ नहीं दिखा तो उन्होने वहां रखी बीपी मशीन तोड़ दी और फाइलों को भी इधर-उधर फेंक दिया। घटना के दौरान उन्होंने गार्ड एवं स्टाफ को मदद के लिए फोन भी किया लेकिन उन्होने कोई मदद नहीं की। जब आक्रोशित परिजन नर्सिंग स्टेशन में तोडफ़ोड़ कर वहां से निकल गए तब जाकर स्टाफ भी बाथरूम से निकला।
रो पड़ी नसिंग आफिसर
पीडि़त नर्सिंग ऑफिसर अपनी व्यथा सीएस को सुनाते हुए रो पड़ी। उसने कहा कि आए दिन रात्रि शिफ्ट मे महिला स्टाफ ड्यूटी पर रहती है, ऐसी घटनाएं होने से हम सभी अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे है। हमारी सुरक्षा के लिए अच्छे इंतजाम किए जाएं और गार्ड की भी ड्यूटी नार्र्सिंग स्टेशन के आसपास ही लगाई जाए जिससे कोई भी अप्रिय घटना भविष्य मे घटित न होने पाय।