महाराणा प्रताप की जयंती पर रॉयल राजपूत संगठन ने लिया संकल्प, वीर शिरोमणि को किया नमन
बांधवभूमि, उमरिया
दिल्ली मे शासन कर रहा मुगल सम्राट अकबर, जो सभी राजा-महाराजाओं को अपने अधीन कर इस्लामिक परचम पूरे हिन्दुस्तान मे फहराना चाहता था। उसकी राह मे महाराणा प्रताप रोड़ा बन कर खड़े रहे। मुगलों और महाराणा के बीच अनेकों युद्ध हुए। इस दौरान उन्हे कई यातनायें और पीड़ा भी सहनी पड़ी, पर वे कभी अपने कर्तव्य से विमुख नहीं हुए। महाराणा की वीरता और दृढ़ता अविस्मर्णीय है। उक्त आशय के उद्गार स्थानीय मंगल भवन मे रॉयल राजपूत संगठन द्वारा आयोजित महाराणा प्रताप जयंती समारोह के मुख्य अतिथि लाल केके सिंह ने व्यक्त किये। कार्यक्रम मे अमर सिंह, त्रिभुवन प्रताप सिंह, मनोज सिंह, विजय सिंह, सुभाषनारायण सिंह समेत सैकड़ों की संख्या मे समाज के प्रतिष्ठित नागरिक और संगठन के पदाधिकारी उपस्थित थे।
सर्व समाज के संरक्षक हैं क्षत्रिय
लाल केके सिंह ने कहा कि अनादि काल से क्षत्रियों ने न्याय और धर्म की रक्षा करते हुए अपने प्राणो की आहुतियां दी है। उनका पहला कर्तव्य सर्व समाज का संरक्षण है। एक शासक के रूप मे वे अपनी माटी की रक्षा और प्रजा के कल्याण की परंपरा का पालन करते रहे। यही हमारी विरासत है। त्याग, समर्पण, दृढ़ता और वीरता के प्रतीक महाराणा प्रताप की जयंती पर समाज को यही संकल्प पुन: लेना होगा कि अंतिम सांस तक अपने देश और जन्मभूमि की सुरक्षा करते रहेंगे।
बाबू साहब को किया नमन
महाराणा प्रताप जयंती का आरंभ खलेसर तिराहा पर स्थित उनकी प्रतिमा की पूजा-अर्चना और माल्यार्पण के सांथ हुआ। यहीं से रॉयल राजपूत संगठन द्वारा विशाल वाहन रैली निकाली गई। जो नगर के मुख्य मार्गो से होती हुई। रणविजय चौक पहुंची। यहां समाज द्वारा शासन के पूर्व गृहमंत्री स्व. बाबू साहब को श्रद्धांजली अर्पित करने के उपरांत रैली मंगल भवन मे संपन्न हो गई।
वर्तमान हालात पर हुई चर्चा
मंगल भवन मे एक व्याख्यान माला का आयोजन किया गया। जिसमे प्रबुद्धजनो ने देश व समाज के वर्तमान हालात एवं आगे की रणनीति के संबंध मे अपने सुझाव रखे। अंत मे सहभोज हुआ। कार्यक्रम मे एडवोकेट विनोद सिंह, दिशांक प्रताप सिंह, शिवेन्द्र सिंह गहरवार, सुखराज सिंह, नरेन्द्र सिंह, विक्रम प्रताप सिंह, पुष्पेन्द्र सिंह, अशोक सिंह, राम सिंह, हर्ष सिंह समेत भारी तादाद मे जिले के कोने-कोने से आये गणमान्य नागरिक एवं युवा उपस्थित थे।
मरते दम तक करेंगे माटी की हिफाजत
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