पीएम ने किया वैश्विक वर्चुअल शिखर सम्मेलन का उद्घाटन
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस (एआई) पर पांच दिवसीय वैश्विक वर्चुअल शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस पर चर्चा को प्रोत्साहित करने के लिए यह एक शानदार प्रयास है। उन्होंने कहा कि मनुष्यों के साथ एआई का टीमवर्क हमारे ग्रह के लिए चमत्कार कर सकती है। वहीं, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा कि आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस के लिए डाटा रॉ मैटीरियल (कच्चा माल) की तरह है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आप सभी ने प्रौद्योगिकी और मानव सशक्तिकरण से संबंधित पहलुओं पर सही प्रकाश डाला है। सरकार की ओर से ‘रिस्पांसिबल आॢटफिशियल इंटेलिजेंस फॉर सोशल एंपावरमेंट २०२० का आयोजन उद्योग और शिक्षा के साथ साझेदारी में किया जा रहा है। इसका लक्ष्य स्वास्थ्य, शिक्षा और कृषि क्षेत्रों में परिवर्तन करना है।
एआई का सही इस्तेमाल बहुत जरूरी
मोदी ने इस बात को बहुत अहम बताया कि आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस का किस तरह से उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना हम सबकी साझा जिम्मेदारी है कि एआई का किस तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। एल्गोरिदम पारदॢशता इस भरोसे को कायम करने की कुंजी है। जवाबदेही भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें हर हालत में एआई के हथियारीकरण के खिलाफ दुनिया की सुरक्षा करनी है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं देखता हूं कि एआई कृषि, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा को सशक्त करने के साथ नई पीढ़ी का शहरी बुनियादी ढांचा तैयार करने, शहरों में ट्रैफिक जाम कम करने, सीवेज व्यवस्था को बेहतर बनाने में भी बड़ा योगदान दे सकती है। उन्होंने कहा कि इसे हम अपने आपदा प्रबंधन व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे छात्र
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने इस साल अप्रैल में ‘रिस्पॉन्सिबल एआई फॉर यूथ’ कार्यक्रम की शुरूआत की। इसके तहत ११ हजार से ज्यादा स्कूली छात्रों ने बेसिक कोर्स को पूरा किया है। अब वह छात्र एआई प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा टेक्नोलॉजी फोरम को आकार दिया जा रहा है।