भोपाल। मध्यप्रदेश उपचुनाव के संभावित नतीजे क्या होंगे। भाजपा को १४ से १६ सीटें मिलती दिख रही हैं। कांग्रेस को १० से १३ सीटें मिल सकती हैं। बसपा के खाते में एक सीट जा सकती है। चंबल क्षेत्र में भाजपा पिछड़ती नजर आ रही है। यहां कुल ७ सीटों में कांग्रेस को ४ से ६, जबकि भाजपा को शून्य से २ सीटें ही मिलने की संभावना है। ग्वालियर क्षेत्र ज्योतिरादित्य ङ्क्षसधिया का गढ़ है, इस पर पूरे प्रदेश की नजरें हैं। यहां बराबरी का मुकाबला नजर आ रहा है। यहां की ९ सीटों में भाजपा-कांग्रेस को ४ से ५ सीटें मिलती दिख रही हैं। मालवा में भाजपा आगे दिख रही है। मध्यप्रदेश का उपचुनाव इसलिए मायने रखता है क्योंकि इससे प्रदेश की सत्ता के समीकरण तय होना है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया की प्रतिष्ठा दांव पर है।
बंपर वोटिंग से हमारी जीत होगी: शिवराज
कोरोना के बावजूद २८ सीटों पर जितनी बंपर वोटिंग हुई है, उतनी ही बंपर जीत भाजपा की होगी। कांग्रेस बौखला गई है और ईवीएम पर उंगली उठा रही है। जब २०१८ में कांग्रेस को जीत मिली थी, जब ईवीएम सही थी और अब गलत हो गई। लोकतंत्र की विजय से गदगद हूं। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश हमारा संकल्प है।
सरकार जनता की बनेगी: कमलनाथ
कितनी सीटें हम जीतेंगे, मैं संख्या पर नहीं जाऊंगा। यह चुनाव जनता का था और जनता ने ही लड़ा है। १० नवंबर को जनता की सरकार बनना तय है।