बिहार के पश्चिमी चंपारण में 16 लोगों की संदिग्ध मौत
पटना। बिहार के पश्चिमी चंपारण में 16 लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत पर परिजनों कहना है कि ये मौतें जहरीली शराब से हुई हैं। रामनगर में जहरीली शराब से मौत के मामले में लौरिया थाने के सभी अधिकारी व कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। लौरिया थानाध्यक्ष को जानकारी होने के बाद भी अवकाश पर रहने के कारण लाइन हाजिर किया गया है। प्रभारी थानाध्यक्ष केपी यादव व दो चौकीदारों को निलंबित कर दिया गया है। वहीं जिले के उत्पाद अधीक्षक व बगहा अनुमंडल के उत्पाद निरीक्षक से जवाब मांगा गया है। जिला प्रशासन ने 12 लोगों की मौत जहरीली शराब से होने की पुष्टि की है। वहीं चार लोगों की मौत बीमारी से होने की बात कही है।
हालांकि, प्रशासन ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है। खबर ये भी है कि गम में डूबे ग्रामीणों ने गुपचुप तरीके से मृतकों का अंतिम संस्कार भी कर दिया। जिससे ये आशंका जताई जा रही कि मरने वालों का आंकड़ा और बढ़ सकता है। वहीं घटना की सूचना के बाद जिला प्रशासन की एक टीम हो रही मौतों की जांच के लिए गांव में पहुंची है।
चंपारण रेंज के डीआईजी ने बताया कि उन्हें सूचना मिली है कि लौरिया थाना क्षेत्र के देवरवा देवराज गांव में कई लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि हम रिपोर्ट की पुष्टि की है। इस बात का डर है कि मरने वालों का आंकड़ा 20-25 से अधिक हो सकता है।
इस बीच भाकपा माले नेता सुनील राव ने इतनी बड़ी संख्या में लोगों की मौत पर दुख जताया। सिकटा से भाकपा माले विधायक विरेंद्र गुप्ता ने मौत मामले की जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलेंगे। भाकपा माले विधायक शुक्रवार को एक टीम के साथ घटनास्थल का दौरा भी करने वाले हैं।
कांग्रेस नेता शाश्वत केदार ने कहा कि राज्य की शराबबंदी नीति बेनकाब हो गई है।
बिहार के पश्चिमी चंपारण में 16 लोगों की संदिग्ध मौत
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