बांधवगढ़ मे शेर का शिकार
जंगल मे दफ्न मिले अवशेष, चमड़ा, नाखून, दांत ले गये शिकारी
मानपुर/रामाभिलाष त्रिपाठी। जिले के बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान मे एक वयस्क बाघ का शिकार कर उसे जमीन मे गाडऩे का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बाघ का शव मानपुर बफर की बडख़ेरा बीट क्रमांक 334 मे एक नाले के समीप पाया गया। बताया गया है कि काफी दिनो से इस इलाके मे किसी मरे हुए जानवर की गंध आ रही थी, जिससे गश्ती दल और विभाग के कर्मचारी काफी परेशान थे। अंतत: जब तलाश शुरू की गई तो नाले के पास बाघ का शव दबा मिला। शिकारियों ने शव को गाड़ कर उस के ऊपर कुछ झाडिय़ां रख दी थी। जिसे हटा कर मृत बाघ के अवशेष बाहर निकाले गये। सूत्रों के मुताबिक शव की चमड़ी, दांत, मूछ के बाल, हड्डियां इत्यादि सब कुछ निकाल ली गई थी, केवल मांस ही बचा था। घटना करीब 7 दिन पुरानी होने से मांस भी पूरी तरह सड़ गया था। घटना की सूचना पर उप संचालक मोहित सूद, स्वरूप दीक्षित, एसडीओ एवं एनटीसीए के प्रतिनिधि सीएम खरे की उपस्थिति मे वन्य जीव सहायक डॉ. नितिन गुप्ता द्वारा परीक्षण एवं आवश्यक कार्यवाही के उपरांत शव को जला कर नष्ट कर दिया गया।
खतरे मे बांधवगढ़ के वन्य जीव
इस घटना को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों ने हमेशा की तरह मौन साध लिया है, परंतु मौके पर जो साक्ष्य मिले हैं, उसने वन्य जीव प्रेमियों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। बाघ की जिस तरह से हत्या कर उसकी चमडी, दांत, हड्डियां आदि निकाल कर शव को गाड़ा गया उससे उद्यान मे शिकारियों की मौजूदगी की पुष्टि हो गई है। इस घटना ने बीते दिनो के दौरान बांधवगढ़ मे हो रही बाघ, तेंदुओं तथा अन्य दुर्लभ वन्य जीवों की मौतों पर भी सवाल खड़े कर दिये हैं।