उमरिया। बांधवगढ़ के बफरजोन मे बसे गांवों के आसपास कई बाघ सक्रिय हैं जिससे ग्रामीणों मे भय बना हुआ है। शनिवार की सुबह परासी गांव के पास ताला रोड मे लोगों को बाघ दिखाई दिया जिसका वीडियो भी लोगों ने बनाया जो वायरल हो रहा है। यह बाघ सड़क पर भी बैठा रहा और फिर उठकर जंगल मे जाता हुआ भी दिखाई दिया। गांव के लोगों बताया कि यहां काफी समय से बाघ सक्रिय है जो किसी भी समय गांव के आसपास नजर आ जाता है। बाघ ने कई मवेशियों का भी शिकार किया जिससे ग्रमीणों को अब भी डर बना हुआ है।
यहां भी दिखता है बाघ
गढ़पुरी गांव के पास भी सड़क पर बाघ दिखाई देता है। यहां मगधी रेंज के बाघ का एक पूरा कुनबा है जिसमें शावक बाघिन के साथ नजर आते हैं। भद्रशिला तालाब के पास अक्सर बाघ नजर आता है जिससे यहां आसपास रहने वालों को भय बना रहता है। उमरिया से महज दस किलोमीटर पर स्थित ग्राम बरतराई मे भी बाघ दिखाई दे रहा है। यहां के लोगों ने बताया कि गांव की उस सीमा पर जहां बफर और कोर के बीच फेंसिंग लागई गई है वहां अक्सर बाघ आ जाता है। कई बार तो बाघ फेंसिंग का फांदकर गांव मे भी घुस चुका है।
बाघों का घनत्व ज्यादा
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व मे बाघों का घनत्व ज्यादा होने के कारण यहां बाघ जंगल से बाहर की तरफ जा रहे हैं। इसकी मुख्य वजह यह बताई जा रही है कि बांधवगढ़ मे एक बड़ी संख्या मे शावक युवा हो रहे हैं जो अब अलग होने वाले हैं। यही युवा बाघ अपनी टैरेटरी बनाने के लिए जंगल मे इधर से उधर भाग रहे हैं। इस स्थिति मे आने वाली गर्मी का मौसम बांधवगढ़ मे बाघों के लिए भारी संघर्षपूर्ण होगा। बाघों के किनारे पर जाने का दूसरा कारण यह भी है कि बांधवगढ़ मे शाकाहारी वन्य प्राणियों की संख्या लगातार कम हो रही है और गांवों मे बाघों को मवेशियों के रूप मे आसान शिकार मिल जाता है।
अप्रैल से अब तक की घटनाओं पर एक नजर
2 अप्रैल गुरूवार की सुबह बांधवंगढ़ टाइगर रिजर्व के महामन कैम्प मे पदस्थ एक सुरक्षा श्रमिक की बाघ के हमले मे मौत हो गई है। मृतक का नाम चिंतामणि बैगा निवासी ग्राम गोहड़ी बताया गया है। 8 अप्रैल को पहली घटना के एक सप्ताह बाद बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के खितौली रेंज अंतर्गत मेढऱा बीट मे महुआ बीनने गई बीस वर्षीय पप्पी बाई गोड़ पर बाघ ने हमला कर दिया। गुरुवार की दोपहर लगभग 11 बजे के आसपास यह हादसा हुआ। 12 अप्रैल को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के बरतराई में बाघ ने एक चरवाहे पर हमला कर दिया था। जिससे ग्रामीण घायल हो गया था। 25 अप्रैल को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से लगे संजय धुबरी टाइगर रिजर्व के कौलारी क्षेत्र मे दो बाघ शावकों ने मिलकर एक ग्रामीण को खा लिया था। 29 अप्रैल को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पतौर बीट मे महुआ बीनने गए एक ग्रामीण पर बाघ ने हमला कर दिया। घायल ग्रामीण का नाम राह सुहावन पिता मिटठू बैगा बताया गया है। 13 मई को बीट पिटौर के कक्ष क्रमांक 623 मे रणविजय नगर वनक्षेत्र सागौन प्लांटेशन के अंदर एक महिला सरोज पति मोतीलाल कोल 35 साल को तेन्दू पत्ता संग्रहण करते समय सुबह 6 बजे बाघ ने घायल कर दिया था। इन्हें भी तत्काल अमरपुर चिकित्सालय भेजकर उपचार की व्यवस्था की गई। 14 मई को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा बफर क्षेत्र मे खितौली वृत्त के मेडरा बीट के कक्ष क्रमांक 487 मे तेंदू पत्ता संग्रहण करने गए कमलू वल्द बाबूलाल चौधरी 45 साल को बाघ द्वारा सुबह 7 बजे के आसपास घायल कर दिया गया। 29 सितम्बर 2020 को एक महिला पर बाघ ने हमला किया जिससे उसकी मौत हो गई। यह घटना बांधवगढ़ के धमोखर रेंज के ग्राम पठारी मे हुई।
इनका कहना है
बांधवगढ़ मे बाघों की संख्या ज्यादा है जिसके कारण यहां बाघ हर जगह देखने को मिल जाते हैं। समय-समय पर गांव के लोगों को सुरक्षा के लिए अलर्ट किया जाता है। मवेशियों के शिकार पर मुआवजा भी दिया जाता है।
विंसेंट रहीम, एफ डी बांधवगढ़
बाघ के हमले मे युवक घायल
बाघ के हमले मे एक युवक के घायल होने की खबर सामने आई है। यह घटना बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व के मानपुर रेंज मे हुई। घटना मे रामकिशोर पिता बलमू विश्वकर्मा 42 वर्ष निवासी ग्राम कछौहा घायल हुआ है। बताया गया है कि मानपुर रेंज के कक्ष क्रमांक आरएफ 352 के पास स्थित रहिलवाह हार मे अचानक पहुंचकर एक बाघ ने वहां मौजूद रामकिशोर पर हमला कर दिया था। इस घटना मे रामकिशोर के सिर मे चोट आई है। बाघ ने जब रामकिशोर पर हमला किया तो आसपास कुछ और लोग भी मौजूद थे जिन्होने उसकी चीख पुकार सुनकर उसकी मदद की। लोग लाठी ले कर दौड़ पड़े तो बाघ वहां से भाग गया। इसके बाद लोगो ने घायल रामकिशोर को तत्काल मानपुर सामुदायिक स्वास्थ केंद्र पहुंचाया जहाँ पर डाक्टर अभिषेक मिश्रा के द्वारा उसका इलाज किया गया। घटना की जानकारी मिलने के बाद उपवन मण्डल अधिकारी आरएस चौधरी ने भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच कर घायल का हालचाल जाना।