नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति सोमवार को वर्चुअली में द्विपक्षीय मुद्दों पर वार्ता करेंगे। यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध के बीच इस बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अमेरिका और भारत के बीच अगले हफ्ते 2 प्लस 2 वार्ता भी शुरू होने वाली है, इसमें दोनों देशों के विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री के साथ उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल शिरकत करेगा। दोनों देशों के नेताओं के बीच यह कूटनीतिक कवायद ऐसे वक्त हो रही है, जब भारत पर रूस से तेल खरीद आगे न बढ़ाने का दबाव पड़रहा है। एक बयान में कहा गया कि दोनों नेता द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा करेंगे और दक्षिण एशिया और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में मौजूदा गतिविधियों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
पिछले एक-डेढ़ महीनों में भारत में कई देशों के शीर्ष स्तर के नेताओं का आना हुआ है। रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन, उनकी बेटियों और उनके पूरे मुल्क पर आर्थिक प्रतिबंधों के बीच रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव भारत आए थे। विदेश मंत्री एस। जयशंकर से मुलाकात के अलावा वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिले थे। वहीं अमेरिका के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार दलीप सिंह भी नई दिल्ली यात्रा पर आए थे और उन्होंने रूस से तेल खरीद को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। लेकिन विदेश मंत्री एस। जयशंकर और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्पष्ट कर दिया है कि दुनिया भर में तेल के दामों में लगी आग और वैश्विक आपूर्ति शृंखला में रुकावट के बीच भारत अपने राष्ट्रीय हितों को प्राथमिकता देगा।
भारत ने अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ मिलकर क्वॉड संगठन भी बनाया है। एलएसी पर जारी विवाद और हिन्द महासागर व प्रशांत महासागर में चीन की बढ़ती गतिविधियों के बीच इसे महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है। हालांकि यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वैश्विक राजनीतिक परिदृश्य में तेजी से बदलाव हुए हैं। एक बयान में कहा गया है कि वर्चुअल बैठक के जरिये दोनों देश नियमित और उच्चस्तरीय संपर्क को बढ़ाएंगे और द्विपक्षीय गहन वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति वर्चुअली बैठक में द्विपक्षीय मुद्दों पर वार्ता करेंगे
Advertisements
Advertisements