यूपी के लखीमपुर मे हौलनाक घटना: 6 की मौके पर ही मौत, 8 घायल
लखीमपुर । उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे ने किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी। इस घटना में 6 किसानों की मौत हो गई है। इनमें से 2 की मौत गाड़ी से कुचलकर हुई, जबकि 4 की मौत गाड़ी पलटने से हुई। घटना में 8 किसान घायल भी बताए गए हैं। इस घटना के बाद गुस्साए किसानों ने मंत्री के बेटे की गाड़ी समेत दो गाडिय़ों को आग के हवाले कर दिया।
जानकारी के मुताबिक, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा और यूपी के डिप्टी सीएम केशव मौर्य एक कार्यक्रम के लिए लखीमपुर खीरी पहुंचे थे। जब इसकी जानकारी कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को लगी, तो वे हेलिपैड पर पहुंच गए। किसानों ने रविवार सुबह 8 बजे ही हेलिपेड पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद, दोपहर करीब 2.45 बजे सड़क के रास्ते मिश्रा और मौर्य का काफिला तिकोनिया चौराहे से गुजरा, तो किसान उन्हें काले झंडे दिखाने दौड़ पड़े। इसी दौरान काफिले में शामिल अजय मिश्रा के बेटे अभिषेक ने अपनी गाड़ी किसानों पर चढ़ा दी।
प्रशासन ने किया था अलर्ट
दरअसल, हेलिपैड पर कब्जा होने की जानकारी पाकर अजय मिश्रा और केशव मौर्य लखनऊ से सड़क मार्ग से लखीमपुर जिला मुख्यालय पहुंचे थे। यहां योजनाओं का लोकार्पण करने के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और केंद्रीय राज्यमंत्री हेलिकॉप्टर की बजाय गाड़ी से बनवारी गांव जा रहे थे। बनवारी गांव अजय मिश्रा का पैतृक गांव है। यहां कुश्ती प्रतियोगिता की शुरुआत करनी थी। प्रशासन ने बनवारी गांव के पास तनाव को लेकर पहले ही अलर्ट किया था। दरअसल, किसान हफ्ते भर पहले दिए अजय मिश्रा टेनी के एक बयान से आहत हैं। किसानों का कहना है कि मंत्री बनने के बाद अजय मिश्रा ने कहा था कि हम अपनी पर आ गए तो हम क्या कर सकते हैं? यह सब जानते हैं। अजय मिश्रा ने यह बयान किसानों की तरफ से काले झंडे दिखाए जाने के बाद दिया था। इस घटना के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने सभी जिलों के किसानों को अलर्ट मोड पर रहने के लिए कहा। एक बयान जारी किया गया है कि घटना में दो किसानों की मौत हो गई है। संयुक्त मोर्चा नेता तजिंदर सिंह विर्क गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
अजय मिश्रा ने कहा था- सुधर जाओ वरना सुधार देंगे
दरअसल, बीते 26 सितंबर को किसानों ने केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्रा को लखीमपुर में संपूर्णानगर क्षेत्र में काले झंडे दिखाए थे। मिश्रा एक जनसभा को संबोधित करने जा रहे थे। जनसभा में उन्होंने खुद के विरोध का जिक्र करते हुए मंच से किसानों को धमकी दी थी। कहा था कि किसानों के अगुवा यानी संयुक्त किसान मोर्चा के लोग प्रधानमंत्री मोदी का सामना नहीं कर पा रहे हैं। आंदोलन को 10 महीने हो गए। काले झंडे दिखाने वालों के लिए आगे उन्होंने कहा कि अगर हम गाड़ी से उतर जाते तो उन्हें भागने का रास्ता नहीं मिलता। कृषि कानून को लेकर केवल 10-15 लोग शोर मचा रहे हैं। यदि कानून इतना गलत है तो अब तक पूरे देश में आंदोलन फैल जाना चाहिए। उन्होंने धमकी भरे लहजे में कहा था कि सुधर जाओ, नहीं तो सामना करो, वरना हम सुधार देंगे दो मिनट लगेंगे। विधायक-सांसद से बनने से पहले से लोग मेरे विषय में जानते होंगे कि मैं चुनौती से भागता नहीं हूं।
किसानों ने किया हेलीपैड पर कब्जा
लखीमपुर खीरी के तिकुनियां में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद के केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के गांव बनवीर पहुंचने की ख़बर पर रविवार को हजारों किसानों ने तिकुनियां कूच कर दिया और महाराजा अग्रसेन खेल मैदान में बने उस हेलिपैड स्थल पर कब्जा जमा लिया, जहां डिप्टी सीएम का हेलिकॉप्टर उतरना था। लेकिन, किसानों के विरोध की सुगबुगाहट पर रविवार सुबह डिप्टी सीएम का कार्यक्रम बदल गया और सुबह साढ़े नौ बजे लखनऊ से सड़क मार्ग से चलकर दोपहर 12 बजे वह लखीमपुर पहुंचे। उधर, तिकुनिया में नाराज किसानों ने डिप्टी सीएम के स्वागत में लगी होर्डिंग को उखाड़कर विरोध जताया।