केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने किया 46वीं अभा पुलिस विज्ञान कांग्रेस का शुभारंभ
भोपाल।केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा है कि अंग्रेजों के जमाने की डंडे वाली पुलिस का युग समाप्त हो गया है। अब नॉलेज बेस्ड, एविडेंस बेस्ड और तर्क के आधार पर पुलिसिंग करना होगी। पुलिस के विज्ञान को बदलने की आवश्यकता है। मंत्री श्री शाह ने उदाहरण देते हुए कहा कि शहरों में रहवासी संघों, नगर निगमों, मार्केट एसोसिएशन द्वारा अलग-अलग सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाए गए हैं, पर यह पुलिस व्यवस्था से संबद्ध नहीं है। इनको समन्वित कर मितव्ययता के साथ बेहतर निगरानी व्यवस्था स्थापित की जा सकती है। बीट, परेड की व्यवस्था और खबरी प्रणाली को पुनर्जीवित कर सशक्त करना होगा। पुलिस की उपस्थिति से कानून-व्यवस्था में सुधार आता है। बीट की पेट्रोलिंग महत्वपूर्ण है, यह जनता के बीच सुरक्षा और संतोष का भाव लाती है। सफलता के लिए सही प्रोसेस और परफेक्शन आवश्यक है। सफलता पेशन से आती है, पुलिस बल में पेशन का जज्बा निर्मित करना हम सबका दायित्व है। केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री श्री शाह केंद्रीय पुलिस प्रशिक्षण अकादमी, भोपाल में 48वीं अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस के शुभारंभ अवसर पर संबोधित कर रहे थे।
सीएम शिवराज की तारीफ
केन्द्रीय मंत्री श्री शाह ने कहा कि मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य से निकालकर विकासशील राज्य बनाने में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का विशेष योगदान रहा है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान तथा गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा उपस्थित थे। कार्यक्रम के पहले केंद्रीय मंत्री श्री शाह तथा मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केंद्रीय पुलिस प्रशिक्षण अकादमी भोपाल के परिसर में शहीद स्मारक पर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की तथा माल्यार्पण किया। परिसर में सर्वधर्म स्थल पर पौध-रोपण भी गया, साथ ही अकादमी में अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस के अवसर पर नवीन उपकरणों की प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
पांच पुस्तकों का विमोचन
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री शाह तथा मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पांच पुस्तकों का विमोचन किया। इनमें अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस पर केंद्रित कॅम्पेंडियम, पुलिस विज्ञान पत्रिका के 45वें अंक, डाटा ऑन पुलिस ऑर्गेनाइजेशन 2021, बेस्ट प्रेक्टिसेज ऑन स्मार्ट पुलिसिंग तथा नेशनल सिलेबस फॉर डायरेक्टली रिक्रूटेड सब इन्स्पेक्टर्स, पुस्तक सम्मिलित हैं।
नया समय, नई चुनौतियां
केन्द्रीय मंत्री श्री शाह ने कहा कि देश के सामने ड्रग्स, हवाला ट्रांजेक्शन, सायबर फ्राड जैसी चुनौतियां हैं। एक राज्य में बैठा व्यक्ति किसी दूसरे राज्य के व्यक्ति से सायबर फ्राड कर सकता है। ऐसे प्रकरणों का सामना करने के लिए साझा रणनीति नहीं है। ऐसे प्रकरणों के निदान के लिए संवाद का माध्यम क्या हो? इन स्थितियों के लिए पुलिस विज्ञान कांग्रेस आदर्श व्यवस्था है। बी.पी.आर.एण्ड डी समान प्रकार की चुनौतियों का सामना करने के लिए देशभर की पुलिस को एक प्लेटफार्म पर लाकर समाधान निकालने के लिए आवश्यक है।
सज्जनो की रक्षा, दुर्जनो को हो दमन: शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह का प्रदेशवासियों की ओर से स्वागत करते हुए कहा कि यह सौभाग्य का विषय है कि अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस भोपाल मे हो रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में वैभवशाली, समृद्ध, संपन्न और सशक्त भारत के निर्माण की प्रक्रिया जारी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गीता के श्लोक ”परित्राणाय साधुनाम् विनाशाय च दुष्कृताम् के अनुरूप सज्जन पुरूषों की रक्षा और दुष्टों का दमन पुलिस का कत्र्तव्य है। कोविड-१९ में पुलिस ने सेवा के अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किए। नशा मुक्ति अभियान, बेटियों की सुरक्षा, सायबर अपराध पर नियंत्रण जैसी चुनौतियां पुलिस के सामने हैं। अत: पुलिस के प्रशिक्षण, वैज्ञानिक विवेचना की सुविधा, अन्वेषण के उपकरणों की उपलब्धता, फॉरेंसिक साइंस का हरसंभव उपयोग आज की आवश्यकता है।