यूक्रेन पर बताया भारत का रुख, फूड सिक्योरिटी समेत कई मुद्दों पर भी चर्चा की
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से फोन पर बात की। इस दौरान उन्होंने यूक्रेन की मौजूदा स्थिति पर एक बार फिर भारत के रुख को स्पष्ट किया। साथ ही उन्होंने युद्ध रोकने के लिए डायलॉग और डिप्लोमैसी की वकालत की। दोनों नेताओं ने 2021 में रूसी राष्ट्रपति भी भारत यात्रा के दौरान तय किए गए डेवलपमेंट प्रोगाम पर भी बात की। प्रधानमंत्री कार्यालय (POM) ने इसे लेकर एक बयान जारी किया है। POM ने कहा- यूक्रेन में मौजूदा हालात को लेकर प्रधानमंत्री ने एक बार फिर भारत के डायलॉग और डिप्लोमैसी के रुख को दोहराया है। साथ ही नेताओं ने ग्लोबल और बाइलेट्रल मुद्दों पर लगातार बातचीत जारी रखने की बात कही। बातचीत में बाइलेट्रल ट्रेड में एग्रीकल्चर प्रोडक्ट्स, फर्टिलाइजर और फार्मा प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देने पर जोर दिया। इसके साथ ही एनर्जी और ग्लोबल फूड मार्केट समेत कई मुद्दों पर चर्चा की गई।
भारत यूक्रेन युद्ध में किसी पक्ष पर नहीं
यूक्रेन युद्ध की शुरुआत से ही भारत संयुक्त राष्ट्र से लेकर हर मंच पर बातचीत की वकालत करता रहा है। इस दौरान भारत ने संयुक्त राष्ट्र में रूस के खिलाफ और उसके तरफ से लाए गए किसी बिल का समर्थन नहीं किया।हालांकि, भारत ने पश्चिमी देशों की तरफ से दी गई धमकियों और प्रतिबंधों को भी दरकिनार किया है। इस दौरान भारत ने रूस से बढ़े पैमाने पर क्रूड ऑयल का इंपोर्ट किया है।दूसरी तरफ रूस और यूक्रेन की जंग को चार महीने से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन युद्ध रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हजारों लोगों की जान जाने के बाद भी रूस किसी तरह से पीछे हटने को तैयार नहीं है। रूसी सैनिकों के हमले पहले की तरह जारी हैं। गुरुवार-शुक्रवार के बीच की दरम्यानी रात ढाई बजे रूसी सैनिकों ने यूक्रेन के ओडेसा में एक 9 मंजिला बिल्डिंग को निशाना बनाया, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई, 7 से ज्यादा घायल हो गए।