परिजनों के साथ पुलिस भी जाएगी बाघा बॉर्डर
शहडोल/ सोनू खान। पाकिस्तान की जेल से जिस भारतीय सिविल कैदी को रिहा किया गया है, वह शहडोल जिले के गोहपारू थानांतर्गत ग्राम बकेली का निवासी है। बताया गया है कि शहडोल जिले का रहने वाला 35 वर्षीय राजू उर्फ रविंद्र गुप्ता पिता संतोष उर्फ बृजेश गुप्ता लगभग 18 साल पहले खाने कमाने के लिए मुंबई से सूरत गया था। सूरत में कुछ साल तक रहने के बाद वह गलती से पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश कर गया था। जिसके बाद पाकिस्तान की पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पता चला है कि पाकिस्तान की जेल में बंद राजू ने कई तरह के जतन झेले, उसके साथ पाकिस्तानी पुलिस लगातार मारपीट करती रही। मिली जानकारी के मुताबिक उसे थर्ड डिग्री का टॉर्चर दिया जाता था, जिसकी वजह से उसकी मानसिक हालत भी बिगड़ चुकी है। फिलहाल राजू कुछ भी बताने में असमर्थ है, क्योंकि उसके साथ हुए टॉर्चर ने उसकी आवाज तक छीन ली है। फिलहाल राजू को बाघा बॉर्डर की रेड क्रॉस सेंटर में मेडिकल ट्रीटमेंट दिया जा रहा है।
परिजनों को दी सूचना
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश वैश्य ने बताया कि राजू उर्फ रविंद्र गुप्ता के परिजनों को तलब किया गया है। उन्हें यह भी बताया गया है कि राजू उर्फ रविंद्र को बाघा बॉर्डर के रेड क्रॉस सेंटर में रखा गया है जहां उसे वह जाकर प्रक्रिया के तहत गांव वापस लाया जा सकता है इसके लिए परिजनों के साथ एक पुलिस कर्मचारी को भी वाघा बॉर्डर अमृतसर रवाना किया जाएगा। लाहौर की जेल में बंद था राजू प्राप्त जानकारी के मुताबिक राजू को पाकिस्तान गए 10-15 साल हो गए थे और वह तभी से वहां की जेल में बंद था। सोमवार को उसे पाकिस्तान की तरफ से रिहा गया है। उसे अटारी-बाघा बॉर्डर भारतीय रेंजरों के हवाले किया गया, जिसके बाद जवानों ने उसे पुलिस को सौंपा। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश बैश्य के अनुसार पाकिस्तान की जेल से छूटने वाला राजू उर्फ रविंद्र गुप्ता शहडोल जिले के गो पारू तहसील अंतर्गत ग्राम बकेली का रहने वाला है। वापसी के बाद राजू का हुआ मेडिकल टेस्टवतन वापसी के बाद राजू इस बात को दोहराता रहा कि उसके तीन भाई बहन हैं और उसका भाई रिक्शा चलाता है, पुलिस के जवान राजू को पहले अस्पताल ले गए, और उसकी जांच कराई। हालांकि पुलिस पूछताछ में राजू कुछ ज्यादा बता नहीं सका, क्योंकि उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं है, और वो ठीक से कुछ बोल भी नहीं पा रहा है।राजू कैसे पहुंचा पाकिस्तान ? राजू से पूछा गया कि वह पाकिस्तान कैसे पहुंचा, तो इस सवाल के जवाब में कभी वह कहता कि ट्रेन से गया, तो कभी पैदल ही पाकिस्तान जाने की बात कह रहा है, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि राजू किस अपराध में पाकिस्तान की जेल में 13 वर्ष तक बंद रहा, अस्पताल में उसकी मानसिक दशा ठीक होने के बाद पुलिस उससे जानकारी लेगी।
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