पश्चिम बंगाल में कांग्रेस 92 सीटों पर लड़ेगी चुनाव
कोलकाता। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने रविवार को दावा किया था कि वाम-कांग्रेस और अन्य धर्मनिरपेक्ष ताकतों का महागठबंधन पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा दोनों को हराएगा। कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में आयोजित कांग्रेस-वाम दलों की संयुक्त रैली को संबोधित करते हुए चौधरी ने कहा कि बड़ी संख्या में लोगों के एकत्रित होने से साबित होता है कि आगामी चुनाव दो-कोणीय नहीं होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस चाहती हैं कि इन दोनों दलों के अलावा राज्य में कोई अन्य राजनीतिक ताकत मौजूद न हो, जो उनके रास्ते में आए। उन्होंने कहा कि भविष्य में भाजपा या तृणमूल कांग्रेस कोई नहीं होगा, केवल महागठबंधन रहेगा।
कांग्रेस में कलह भी शुरू
इधर, अधीर रंजन के इस एलान से पहले देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के भीतर कलह फिर शुरू हो गई। इसके पीछे की वजह यह है कि वाम दलों के साथ चुनाव लड़ रही कांग्रेस ने अब्बास सिद्दीकी की पार्टी इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) से भी गठबंधन किया है। इसे लेकर अब राज्यसभा में पार्टी के उपनेता ने इसे कांग्रेस की मूल विचारधारा के खिलाफ बताया है। उन्होंने पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की उपस्थिति और समर्थन को शर्मनाक बताया है। वहीं, आनंद शर्मा को जवाब देते हुए अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि यह गठबंधन पार्टी नेतृत्व की मंजूरी से हुआ है। बता दें कि पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने पूरी ताकत झोंक दी है।