पट्टा देकर जमीन का मालिक बनाएगी सरकार

मुख्यमंत्री निवास पर कोल जनजाति सम्मेलन मे सीएम शिवराज सिंह चौहान का ऐलान
भोपाल। मुख्यमंत्री निवास में बुधवार को कोल जनजाति सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह वही समाज है जिसने वनवास के दौरान भगवान श्रीराम को घर बनाकर दिया। शबरी मैया ने भगवान श्रीराम को चख-चखकर बेर खिलाए थे। यह समाज अंग्रेजों के खिलाफ भी लड़ा। हम भी कोल समाज को पट्टा देकर जमीन का मालिक बनाएंगे। इस समाज ने अंग्रेजों के विरूद्ध संघर्ष किया। भगवान बिरसा मुंडा के डर से अंग्रेज कांपते थे। उनके नेतृत्व में और भी अनकों कोल योद्धाओं ने संघर्ष किया। हम सभी के यशस्वी पूर्वज हैं। उनकी जयंती को हमारे यशस्वी प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया। जून में कोल गढ़ी का पुनॢनर्माण कर शिलान्यास कर दिया जाएगा। तारीख तय कर लो। सम्मेलन में मध्यप्रदेश राज्य स्तरीय कोल जनजाति प्राधिकरण के अध्यक्ष रामलाल रौतेल, जिला पंचायत सतना के अध्यक्ष राम खेलावन कोल, जिला पंचायत रीवा की अध्यक्ष नीता कोल, ब्योहारी विधायक शरद कोल समेत कई जनप्रतिनिधि मौजूद थे। सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोल जनजाति के हितग्राहियों को ऋण स्वीकृति पत्र भी प्रदान किए।
समाज को कई सौगात
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कौलगढ़ी के लिए ३.१२ करोड़ रूपए स्वीकृत कर दिए हैं। जून के पहले सप्ताह में कौलगढ़ी का पुर्नर्निमाण शुरू हो जाएगा। हम कौल समाज का सम्मान वापस लौटाएंगे। हम सभी को रहवास के लिए जमीन देंगे। पट्टा और कब्जा दिलाएंगे। इसके लिए सर्वे करवाउंगा। जो रह गए हैं, उन्हें सरकारी है तो ठीक, वरना खरीदकर जमीन देंगे। इन्हें आवास के लिए राशि भी दी जाएगी। प्लाट उपलब्ध करवाकर आवास के लिए अलग से सूची बनाएंगे। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि नौ जून को बिरसा मुंडा के शहादत दिवस पर त्योंथर में कौलगढ़ी के लिए शिलान्यास किया जाएगा। कौलगढ़ी के कार्यक्रम में समाज के सभी लोग आएं ताकि हम भी अपना विराट रूप दिखाएं। भाजपा और शिवराज सिंह की सरकार सबसे पहले गरीबों के लिए है। कोल समाज के निर्धन भाइयों के घर की जरूरत पूरी करने के लिए एक सर्वे के बाद हम भूअधिकार अधिनियम के तहत सबको आवासीय जमीन उपलब्ध कराई जाएगी। कोल समाज के जनप्रतिनिधि सूची बनाएं उसके आधार पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर बनाने में सहायता दी जाएगी। जरूरत पड़ी तो आवास के लिए अलग से योजना बनाएंगे।
स्थापित की जायेगी विशेष कोचिंग
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोल समाज के बच्चों की पढ़ाई के लिए और सरकारी नौकरियों में और इंजीनियरिंग/मेडिकल की प्रवेश परीक्षाओं के लिए विशेष कोचिंग स्थापित की जाएंगी। इसके लिए सरकारी तंत्र के साथ समाज के प्रतिनिधि भी सहयोग के लिए आएं। समाज के बच्चों के मेडिकल/इंजीनियइंजीनियरिंग की फीस भी सरकार भरेगी। उनके रहने को अगर हॉस्टल में जगह नहीं मिलेगी तो किराये के घर के लिए भी किराया सरकार भरेगी। समाज के बच्चे-बच्चे उद्योग व्यवसायों में आएंगे तो सरकार उनको सहायता करेगी। हम चाहते हैं कि कोल समाजे युवक नौकरी तलाशने वाले नहीं देने वाले बनें। सीखो कमाओं योजना का लाभ लें, यहां व्यावसायिक प्रशिक्षण के साथ ही इस दौरान ८ हजार रुपए का स्टयपैंड भी दिया जाएगा। गंभीर रूप से बीमारों के इलाज की जिम्मेदारी भी सरकार उठाएगी। समाज के प्रतिनिधि इस कार्य में सहयोग करें। कोल समाज की बहनों के खातों में भी १० जून से लाड़ली बहना योजना के तहत हर माह एक हजार रूपए पहुंचाए जाएंगे। जून के प्रथम सप्ताह में आप तारीख तय कर लो, मेरी तारीख ले लो। कोल गढ़ी का पुर्नर्निमाण कर शिलान्यास कर दिया जाएगा। केवल कोल गढ़ी ही नहीं बनेगी, हम कोल समाज का सम्मान वापस लौटाने का काम करेंगे।

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