नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट में कुछ स्टूडेंट्स की ओर से अर्जी दाखिल कर नीट यूजी 2021 एग्जाम कैंसल करने की मांग की गई है। याचिका में कहा गया है कि 12 सितंबर को हुए नीट अंडर ग्रेजुएट 2021 एग्जाम के पेपर लीक हुए हैं और उसमें कुछ कोचिंग इंस्टिट्यूट की मिलीभगत है।इसकारण मैरिट वाले स्टूडेंट्स के हित को प्रोटेक्ट करने के लिए एग्जाम कैंसल कर दोबारा एग्जाम लिया जाए।नीट यूजी 2021 के जरिए मेडिकल कोर्स में दाखिला होता है। देश भर के आवेदकों की ओर से दाखिल अर्जी में कहा गया है कि नीट यूजी 2021 एग्जाम 12 सितंबर को आयोजित किया गया था। इसके पेपर लीक हुए हैं। याचिका में आरोप लगा है कि कुछ कोचिंग संस्थानों की साजिश और मिलीभगत है। इस मामले में पेपर कैंसल करे, क्योंकि इससे मैरिट वाले स्टूडेंट्स के हित प्रभावित हो रहे हैं।
याचिकाकर्ता की ओर से वकील ममता शर्मा ने कहा कि नीट एग्जाम के दिन सीबीआई ने केस दर्ज कर चार लोगों को गिरफ्तार किया। साथ ही अन्य अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया। कहा गया है कि एग्जाम में हेरफेर हुआ और कुछ कैंडिडेट के बदले अन्य ने को प्रॉक्सी बनाया गया। इसके लिए कोचिंग संस्थानों ने प्रति कैंडिडेट 50 लाख रुपये चार्ज किए थे। सीबीआई द्वारा मामले में एफआईआर दर्ज किया जाना दर्शाता है, कि पेपर लीक हुआ है। मामले में कुछ कोचिंग संस्थानों की साजिश है और यह उसमें पेपर का आंशर तैयार करने वाले गैंग भी शामिल हैं। सीबीआई के अलावा यूपी पुलिस, राजस्थान पुलिस और महाराष्ट्र पुलिस ने भी पेपर लीक मामले में अलग-अलग केस दर्ज कर छानबीन कर रही है। पहली नजर में साफ होता है कि नीट यूजी 2021 एग्जाम में धांधली हुई है और इसमें गलत तरीका इस्तेमाल किया गया है।इसकारण नीट का एग्जाम कैंसल होकर नए सिरे से एग्जाम होना चाहिए। साथ ही मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन के साथ-साथ नैशनल टेस्टिंग एजेंसी और नेशनल मेडिकल कमिशन को निर्देश दिया जाए कि वह एग्जाम में सुरक्षा और पुख्त करे। स्टूडेंट्स के बॉयोमेट्रिक वेरिफिकेशन करें और सेंटर पर जैमर आदि लगाएं।
नीट एग्जाम को कैंसिल कर दुबारा ली जाए परीक्षा :सुको
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