निजीकरण का विरोध, जिले मे बैंकों की हड़ताल का व्यापक असर

निजीकरण का विरोध
जिले मे बैंकों की हड़ताल का व्यापक असर, करोड़ों का कारोबार प्रभावित
उमरिया। सरकारी बैंकों के निजीकरण के विरोध मे कल से देश भर मे शुरू हुई दो दिवसीय हड़ताल का जिले मे भी व्यापक असर देखा जा रहा है। हड़ताल के पहले ही दिन सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों की शाखाओं मे ताले लटके रहे। जानकारों का मानना है कि बैंक बंदी से जिले मे ही करोड़ों का कारोबार प्रभावित हुआ है। हड़ताल कल भी जारी रहेगी। इसके कारण शाखाओं मे जमा, निकासी, चेक क्लियरेंस, लोन मंजूरी जैसे सभी काम बंद रहेंगे। हलांकि इस दौरान एटीएम सेवाएं जारी रहेंगी। वहीं ऑनलाइन जैसे दूसरे ट्रांजैक्शन के विकल्प ग्राहकों के सामने उपलब्ध हैं, जिससे छोटे-मोटे काम जारी रहेंगे।
क्यों हो रही हड़ताल
गौरतलब है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट मे आईडीबीआई तथा दो और सरकारी बैंकों के निजीकरण का ऐलान किया था। सार्वजनिक बैंकों के निजीकरण के विरोध और कई अन्य मांगों को लेकर यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस द्वारा सोमवार और मंगलवार को दो दिनों की हड़ताल का ऐलान किया गया था।
खुले रहे निजी और सहकारी बैंक
बताया जाता है कि जिले मे कुल 35 बैंक हैं। जिनमे करीब आधा दर्जन सहकारी जबकि शेष राष्ट्रीय बैंक हैं। हड़ताल मे सभी राष्ट्रीय बैंक के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं। हड़ताल के पहले दिन कल जिले मे एसडीएफसी, आईसीआईसीआई जैसी कुछ निजी और सहकारी बैंकों को छोड़ कर शेष सभी बैंक बंद रहने की खबर है।

 

Advertisements
Advertisements

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *