रानी दुर्गावती सामुदायिक भवन मे आयोजित हुआ ट्रायबल आर्टिजन इम्पैनमेंट मेला
बांधवभूमि, उमरिया
जनजातीय समाज की परंपरा अद्भुत है, जिसे देख कर स्वदेशी भाव जागृत हो उठता है। उनका रहन-सहन और खान-पान भी हमेशा से शोध का विषय रहा है। इस संस्कृति को पहचान कर उसे देश और दुनिया तक पहुंचाने के लिये केन्द्र व मध्यप्रदेश की सरकारों ने जो कदम उठाये हैं, उनके सकारात्मक परिणाम अब सामने आने लगे हैं। उक्त आशय के उद्गार बांधवगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक शिवनारायण सिंह ने कल स्थानीय रानी दुर्गावती सामुदायिक भवन मे आयोजित ट्रायबल आर्टिजन इम्पैनमेंट मेले को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। मुख्य अतिथि श्री सिंह ने कहा कि जन जातीय शिल्पियों के लिये आपूर्तिकर्ता के रूप मे ट्राईफेड के साथ जुडऩे का यह सुनहरा अवसर है। उनके द्वारा बनाई जाने वाली कलाकृतियों के निर्माण मे और अधिक दक्षता लाने वन धन योजना तथा ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से कौशल उन्नयन प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है। वहीं अधिक से अधिक ग्रामीण कलाकारों से उत्पाद तैयार कराकर उनके विक्रय के इंतजाम भी किये जा रहे हैं।
मिलेंगे आजीविका के नये अवसर
विधायक शिवनारायण ने बताया कि उमरिया सहित प्रदेश के विभिन्न आदिवासी अंचलों में ट्राईफेड द्वारा ट्रायबल आर्टिजन मेले लगाये जा रहे है। सरकार की इस पहल से जहां आदिवासी संस्कृति का प्रचार प्रसार होगा, वहीं समाज के लोगों को आजीविका के नये अवसर भी मिलेगे। इस मौके पर विधायक ने मेले मे भाग लेने वाले आदिवासी कलाकारों से मुलाकात कर उन्हे प्रोत्साहित किया तथा उनके उत्पादों के विक्रय एवं मूल्य संवर्धन हेतु प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी भी दी।
गौरव का प्रतीक जनजातीय संस्कृति:इला
सीईओ जिला पंचायत इला तिवारी ने कहा कि यह जिले के गौरव का विषय है कि जन जातीय कलाकारों ने आज भी अपनी परंपराओं को नही छोड़ा है। उनके द्वारा बैगा आर्ट, कोदो कुटकी की प्रोसेसिंग व औषधीय पौधों की खेती की जा रही है। शासन द्वारा जिले मे समाज के कलाकारों को आर्थिक एवं सामाजिक रूप से सशक्त बनाने के लिए प्रशिक्षण के सांथ बाजार आदि की व्यवस्था उपलब्ध कराई जा रही है। ट्रायबल आर्टिजन मेले का शुभारंभ विधायक एवं पद्मश्री प्राप्त जिले की अंतर्राष्ट्रीय कलाकार जोधईया बाई ने दीप प्रज्जवलन कर किया। इस अवसर पर संजय कठिया, विजया लक्ष्मीक तारा ट्राईफेड दिल्ली, योगेश यादव ट्राईफेड भोपाल, सीईओ जिला पंचायत इला तिवारी, वनमण्डदलाधिकारी मोहित सूद, संयुक्त कलेक्टर नेहा सोनी, अनुविभागीय अधिकारी वन कुलदीप त्रिपाठी, एनआरएलएम के जिला समन्वंयक प्रमोद शुक्ला सहित बड़ी संख्या मे कलाकार एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
वन विभाग द्वारा योजनाओं का संचालन:सूद
वनमण्डलाधिकारी मोहित सूद ने कहा कि उमरिया आदिवासी बाहुल्य जिला है। जनजातीय समाज को प्रोत्साहन और प्लेटफार्म उपलब्ध कराने के लिये वन विभाग की तीन योजनाओं का क्रियान्ववयन ट्राईफेड के माध्यम से हो रहा है, जिसमे लघु वनोपज, वन धन योजना एवं सुदूर क्षेत्रों मे वनोपज के भण्डारण शामिल है। कार्यक्रम को दिल्ली से आये संजय कठिया ने भी संबोधित किया। मंच संचालन एनआरएलएम के जिला समन्वयक प्रमोद शुक्ला ने किया। इस मौके पर जन जातीय कलाकारों द्वारा निर्मित बैगा आर्ट, पेटिंग, महुआ उत्पाद, मोटे अनाज, कोदो कुटकी से बनी खाद्य सामग्री, छींदी, लौकी, तरोई पर बनी कलाकृतियां, बांस एवं काष्ठ से बने शिल्प प्रदर्शित किये गये। जिनका अवलोकन अतिथियों द्वारा किया गया।