दूसरे घायल ने भी तोड़ा दम, एक कोमा मे
सड़क हादसे बुझाये दो घरों मे चिराग मानपुर जनपद मे भीषण सड़क हादसा, ट्रैक्टर-ऑटो मे हुई भिड़ंत
बांधवभूमि, रामाभिलाष त्रिपाठी
मानपुर। जनपद क्षेत्र मे बीती रात हुए भीषण सड़क हादसे मे दो लोगों की मौत हो गई जबकि तीन व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गये। इनमे से एक की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। इस संबंध मे मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार की रात रक्सा और बड़ार के कुछ मजदूर आटो द्वारा अपने घरों को लौट रहे थे, तभी विपरीत दिशा मे गिट्टी लोड ट्रेक्टर से उसकी भिड़ंत हो गई। दुर्घटना मे राममनोहर पिता लालू साहू 37 निवासी बड़ार, लखन पिता रादेव साहू 20 निवासी रक्सा, पप्पू पिता रामटहल साहू 30 निवासी कठार, आशा बर्मन पत्नी मुन्ना बर्मन 35 तथा रीता पनिका पत्नी रामलाल 40 निवासी बड़ार बुरी तरह जख्मी हो गये। जिन्हे आनन-फानन मे मानपुर लाया गया। जिनमे से राममनोहर साहू की मानपुर एवं लखन साहू की मेडिकल कॉलेज शहडोल मे इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं पप्पू साहू को जबलपुर रेफर किया गया है, जहां कोमा में होने से उसकी स्थिति भी चिंताजनक बताई जाती है। शेष दो महिलाओं का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मानपुर मे इलाज चल रहा है। पुलिस ने इस मामले मे प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की है। संदिग्ध हालत मे मिला युवक का शव बांधवभूमि, उमरिया थाना कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत स्थानीय छात्रावास के समीप गत दिवस एक युवक का शव संदिग्ध अवस्था मे पाये जाने से इलाके मे सनसनी फैल गई। घटना की सूचना पर पुलिस ने मौके पर आ कर हालात का जायजा लिया। कुछ ही देर मे मृतक की पहचान राकेश कोल पिता छोटे लाल 45 निवासी वार्ड नंबर 15, कैम्प उमरिया के रूप मे कर ली गई। पुलिस के मुताबिक इस मामले मे मर्ग कायम कर विवेचना शुरू की गई है।
घोघरी घाट पर बस पलटी, 3 छात्रायें घायल
बांधवभूमि, उमरिया
जिले के शहपुरा मार्ग पर बीती रात एक यात्री बस के पलट जाने से उसमे सवार कई छात्रायें घायल हो गई। इस संबंध मे मिली जानकारी के मुताबिक बस क्रमांक एमपी 04 पीए 4024 मे रेडियंट कालेज जबलपुर की छात्रायें कम्प्यूटर परीक्षा पूर्ण कर वापस शहडोल और अनूपपुर आ रही थी। इसी दौरान रात करीब 11 बजे घोघरी घाट पर अचानक बस अनियंत्रित होकर पलट गई। इस हादसे मे तीन छात्राओं को गंभीर चोटे आईं, जिन्हे एंबुलेंस की सहायता से जिला चिकित्सालय उमरिया लाया गया। घटना के बाद प्रभारी टीआई बालेन्द्र शर्मा द्वारा छात्राओं को उनके गृह जिलों तक भेजने की व्यवस्था की गई।