दीपावली पर स्वदेशी चीजें ही खरीदें : पीएम मोदी

‘मन की बात’ में पीएम ने दिया वोकल फॉर लोकल का संदेश
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में उन हेल्थवर्कर्स का आभार व्यक्त किया है, जिन्होंने वैक्सीनेशन के अभियान को ऊंचाई दी है। उन्होंने कहा कि आज देश में टीकाकरण 1 अरब के पार पहुंच गया है। इस लक्ष्य को हासिल करने में देश के हेल्थवर्कर्स ने बड़ा योगदान दिया है और इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। पीएम नरेंद्र मोदी ने मन की बात के 82वें संस्करण में भारत की महिला शक्ति की भी जमकर तारीफ की। त्योहारी सीजन का जिक्र करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम त्योहारों पर खरीददारी करने जा रहे हैं। इस दौरान हमें वोकल फॉर लोकल का ख्याल रखना है। उन्होंने कहा कि हमें त्याहारों पर यह ध्यान रखना है कि भारत में बने सामान की ही खरीदें। उन्होंने कहा कि यदि हम किसी गरीब से कुछ अच्छा सामान खरीदते हैं तो उसे सोशल मीडिया पर भी शेयर करें। इससे लोगों को स्वदेशी चीजों को खरीदने की प्रेरणा मिलेगी।
पीएम मोदी ने इस मौके पर 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर तीन प्रतियोगिताएं कराने का भी ऐलान किया। इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा को भी याद किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम सभी को किसी न किसी ऐसी गतिविधि से जुड़ना चाहिए, जिससे देश की एकता मजबूत हो। इसके साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर रंगोली कंपीटिशन कराने का भी ऐलान किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर कहा कि आज हमारा देश तकनीकी के मामले में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। ड्रोन तकनीक का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसके जरिए हम तमाम काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमने ड्रोन तकनीक के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए इसकी लाइसेंसिंग की प्रक्रिया को आसान किया है। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान का भी जिक्र किया और कहा कि हमें दिवाली पर स्वच्छता के दौरान अपने घर ही नहीं बल्कि पास-पड़ोस की सफाई की भी चिंता करनी है। उन्होंने कहा कि हमें इस अभियान के तहत यह संकल्प भी लेना है कि सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करना है। पीएम ने कहा कि 100 करोड़ वैक्सीन के लक्ष्य को पार करने के बाद आज देश नए उत्साह, नई ऊर्जा से आगे बढ़ रहा है। हमारे टीकाकरण कार्यक्रम की सफलता, भारत के सामर्थ्य को दिखाती है। भारत, दुनिया के उन पहले देशों में से है, जो ड्रोन की मदद से अपने गांव में जमीन के डिजिटल रिकार्ड तैयार कर रहा है। अपातकाल में मदद पहुंचाने से लेकर कानून व्यवस्था की निगरानी तक ड्रोन से की जा रही है। पीएम ने कहा कि पहले ये धारणा बन गई थी कि सेना और पुलिस जैसी सेवा केवल पुरुषों के लिए ही होती है लेकिन आज ऐसा नहीं है। पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो के आंकड़े बताते हैं कि पिछले कुछ वर्षों में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या दोगुनी हो गई है। 2014 में जहां इनकी संक्या 1 लाख 5 हजार थी, वहीं इसमें अब 2020 तक दोगुनी से भी अधिक बढ़ोतरी हुई है। पीएम ने कहा कि भारत ने सदैव विश्व ​शांति के लिए काम किया है। हमें इस बात का गर्व है कि भारत 1950 के दशक से लगातार संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन का हिस्सा रहा है। गरीबी हटाने, जलवायु परिवर्तन और श्रमिकों से संबंधित मुद्दों के समाधान में भी भारत अग्रणी भूमिका निभा रहा है। पीओम ने कहा कि आप कल्पना करिए, जब आजादी के आंदोलन से जुड़ी रंगोली बनेगी, लोग अपने द्वार पर, दीवार पर, किसी आजादी के मतवाले का चित्र बनाएंगे, आजादी की किसी घटना को रंगों से दिखाएंगे, तो, अमृत महोत्सव का भी रंग और बढ़ जाएगा। उन्होंने कहा कि सरदार साहब कहते थे कि, हम अपने एकजुट उद्यम से ही देश को नई महान ऊंचाईयों तक पहुंचा सकते हैं। अगर हममें एकता नहीं हुई तो हम खुद को नई-नई विपदाओं में फंसा देंगे। यानी राष्ट्रीय एकता है तो ऊंचाई है, विकास है। हमारी आजादी का आंदोलन तो इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। मन की बात प्रधानमंत्री का मासिक रेडियो संबोधन है, जो हर महीने के आखिरी रविवार को प्रसारित होता है, लेकिन इस बार कार्यक्रम का प्रसारण महीने के दूसरे आखिरी रविवार को किया जा रहा है। इससे पहले पीएम मोदी ने 26 सितंबर को मन की बात के 81वें एपिसोड में भारतीय संस्कृति में वर्षा जल संचयन के महत्व को रेखांकित किया था। पीएम मोदी ने जल-जीलानी एकादशी और छठ के पारंपरिक त्योहारों की तुलना राष्ट्रीय जल मिशन (एनडब्ल्यूएम) के अभियान कैच द रेन से की थी।

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