नई दिल्ली । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पर तोड़फोड़ मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। केजरीवाल द्वारा फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर दिए बयान के विरोध में बुधवार को भारतीय जनता युवा मोर्चा की ओर से प्रदर्शन किया गया था, इसी दौरान तोड़फोड़ की यह घटना सामने आई। सुबह 11:30 बजे धरना शुरू हुआ। 150 से 200 कार्यकर्ता, केजरीवाल निवास के बाहर धरना प्रदर्शन करने पहुंचे थे। दोपहर 1 बजे के करीब कुछ कर प्रदर्शनकारी दो बैरिकेडिंग को तोड़कर मुख्यमंत्री निवास तक पहुंच गए और नारेबाजी शुरू कर दी। प्रदर्शनकारियों के हाथ में पेंट का डब्बा भी था। मुख्यमंत्री आवास के गेट पर पेंट डाला गया, बूम बैरियर और CCTV कैमरा टूटा पाया गया। मामले में पुलिस ने 70 लोगों को हिरासत में लिया है। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया है कि पंजाब में आप की प्रचंड जीत के बाद बीजेपी, अरविंद केजरीवाल को मारना चाहती है। आज पुलिस की मौजूदगी में भाजपा के गुंडे, सीएम के घर पर पहुंच गए।
सिसोदिया ने कहा कि प्रदर्शनकारी, जानबूझकर पुलिस लेकर गए। वे लोग खतरनाक खेल खेल रहे हैं। पॉलिटिक्स तो बहाना है, ये तो सीधे-सीधे क्रिमिनल मामला है। किसी भी सीएम के घर तक क्या गुंडे ऐसे पहुंच सकते हैं? आप सांसद संजय सिंह ने घटना के बाद लिखा, ‘लोकप्रिय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के निवास पर भाजपाई गुंडे हमला कर देते है और दिल्ली पुलिस उन्हें रोकने की जगह उनके साथ खड़ी दिखती है। भाजपाइयों याद रखना सबका हिसाब लिया जाएगा।ये लोकतंत्र है यहां जनता वक़्त आने पर तुम्हे वोट की लाठी से पीटेगी। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के आवास पर पुलिस की मौजूदगी में ‘‘हमला” कायराना कृत्य है जो दिखाता है कि आम आदमी पार्टी और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक से बीजेपी भयभीत है। उधर, भाजयुमो के राष्ट्रीय सचिव तेजिंदर पाल सिंह बग्गा किसी तरह की तोड़फोड़ से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि संगठन के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने केजरीवाल के घर के निकट प्रदर्शन किया, लेकिन किसी तरह की तोड़फोड़ नहीं की।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पर तोड़फोड़ मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की
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