हाईकोर्ट में हो रही थी ऑक्सीजन पर सुनवाई, बत्रा अस्पताल में मरीजों ने जान गंवाई
नई दिल्ली। देश में शनिवार को दो ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जो कोरोना संक्रमण के खिलाफ लड़ी जा रही लड़ाई की पोल खोल रही हैं। एक मामला दिल्ली का है जहां ऑक्सीजन की कमी क कारण 12 लोगों की मौत हो गई। दूसरा मामला गुजरात के भरूच के कोविड अस्पताल का है जहां आग लगने से 18 लोगों की मौत हो गई। दिल्ली में तो मौतें उस समय हुई जब हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान बत्रा अस्पताल की तरफ से ये बताया ही जा रहा था कि उनके पास बहुत कम ऑक्सीजन बची है। शनिवार को दिल्ली हाईकोर्ट में ऑक्सीजन की किल्लत पर सुनवाई चल रही थी। इसी दौरान खबर आई कि राजधानी के बत्रा अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से आठ मरीजों की जान चली गई। हालांकि बाद में ऑक्सीजन की कमी से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 12 हो गया है।
कोर्ट ने कहा हमें परिणाम चाहिए
इस पर हाईकोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि पानी अब सिर से ऊपर चला गया है। अब हमें काम से मतलब है। अब आपको (केंद्र सरकार) हर चीज की व्यवस्था करनी होगी। यह कहते हुए कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई सोमवार को तय कर दी। इससे पहले कोर्ट ने बत्रा हॉस्पिटल से कहा कि हर कोई थका हुआ है, यहां तक कि हम भी थक गए हैं। कोर्ट ने बत्रा अस्पताल से कहा कि आप डॉक्टर हैं, आपको अपनी नब्ज पकडऩे की जरूरत है। व्यवस्था बनाने के लिए वक्त दीजिए। अगर आप मैसेज करते रहेंगे, तो दूसरा काम करने वाला व्यक्ति इसमें व्यस्त हो जाएगा।
18 कोरोना मरीजों की मौत
उधर गुजरात के भरूच जिले के पटेल वेलफेयर अस्पताल में बने कोविड केयर सेंटर में भीषण आग लग गई। इस हादसे में 18 कोरोना मरीजों की मौत हो गई है। अस्पताल के ट्रस्टी जुबेर पटेल ने बताया कि इस हादसे में मरने वालों मरीजों में 2 स्टाफ नर्स भी शामिल है। बताया जा रहा है कि यह आग देर रात साढ़े 12 बजे के करीब लगी थी। आग लगने के तुरंत बाद मरीजों को नजदीकी अस्पताल में शिफ्ट किया गया। चार मंजिला पटेल वेलफेयर अस्पताल भरूच-जंबुसर हाईवे पर बताया जा रहा है। अस्पताल में जिस समय आग लगी थी उस समय 50 मरीज भर्ती थे, जिसमें से 24 मरीज आईसीयू में थे। घटना के बाद पटेल वेलफेयर अस्पताल को आनन-फानन में खाली करवाया गया। सभी को सिविल अस्पताल, सेवाश्रम अस्पताल और जंबुसर अल महमूद अस्पतालों में शिफ्ट कर दिया गया है। मृतकों की संख्या बढऩे की संभावना जताई जा रही है। माना जा रहा है कि कोविड सेंटर में शॉर्ट सर्किट की वजह आग लगी होगी।
4 लाख आर्थिक सहायता का ऐलान
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने इस हादसे पर दुख जताया है। रूपानी ने हादसे में जान गंवाने वाले मरीजों, डॉक्टरों और अस्पताल के कर्मचारियों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। दुर्घटना में पीडि़त प्रत्येक परिवार को राज्य सरकार 4 लाख रूपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।