गिट्टी से भरा ट्राला सड़क किनारे कच्चे घर पर पलटा, दो भाई, एक बहन समेत 4 की मौत; मां-बाप घायल
प्रत्यक्षदर्शी राघवेंद्र अहिरवाल के मुताबिक, रात के करीब 8:15 बजे चाची बीड़ी बना रही थी। चाचा पास में बैठे थे। तीनों बच्चे आकाश (17), मनीषा (19), ओमकार (16) मकान की दीवार के पास सो रहे थे। मैं अपने घर के पास खड़ा था। इस बीच तेज आवाज आई और हम लोग जहां से आवाज आई, उस दिशा में दौड़े। आसपास मौजूद लोग भी मौके की तरफ भागे। देखा तो गिट्टी से भरा एक ट्राला चाचा हरिराम के कच्चे मकान पर पलटा पड़ा था। पूरे मकान पर गिट्टी बिखर गई थी। हम लाेग मकान की ओर दौड़े और परिवार के लोगों को तलाशने लगे।मकान के ऊपर फैली गिट्टी को हटाना शुरू किया। पहले चाचा नजर आए। इसके बाद गिट्टी हटाने के काम में और तेजी लाई गई। इस बीच चाची नेहा की आवाज मिली। इन्हें बाहर निकालने के बाद तीनों बच्चों की तलाश शुरू हुई। इसमें करीब एक घंटे से ज्यादा का वक्त लग गया। ट्राला में करीब 10 ट्रॉली गिट्टी भरी थी। यदि मकान पर ज्यादा गिट्टी नहीं फैली होती तो तीनों बच्चों की जान भी बच जाती।
1 घंटे तक गिट्टी में दबे रहे परिवार के सदस्य
ग्रामीणों के अनुसार ट्राला गिट्टी से ओवरलोड भरा था। पलटने पर पूरी गिट्टी घर के ऊपर बिखर गई। जिससे परिवार के सभी लोग दब गए थे। ग्रामीणों और पुलिस की मदद से गिट्टी को हटाया गया। इसके बाद सभी घायलों को बाहर निकाला गया। इसमें काफी समय लगने से तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। इधर जिला अस्पताल पहुंचे पथरिया विधायक का कहना है कि ऐसे मार्गों पर ट्रकों की ओवरलोडिंग की चैकिंग होना चाहिए।दमोह| जिला अस्पताल में एबुंलेंस से घायलों को उतारते कर्मचारी।