तुष्टीकरण की राजनीति करने वालों को मिलेगा जवाब : पीएम मोदी

तुष्टीकरण की राजनीति करने वालों को मिलेगा जवाब : पीएम मोदी
अत्याचार, आतंक और छल कितने भी ताकतवर क्यों न हो जाएं लेकिन सच्चाई के आगे टिक नहीं सकते
हरदोई। यूपी विधानसभा के लिए रविवार को तीसरे चरण के मतदान के बाद चौथे चरण के लिए सियासी दलों का प्रचार तेज हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरदोई में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) पर निशान साधा। पीएम मोदी ने कहा कि तुष्टीकरण की राजनीति करने वालों को 10 मार्च को जवाब मिलेगा। अत्याचार, आतंक और छल कितने भी ताकतवर क्यों न हो जाएं लेकिन सच्चाई के आगे टिक नहीं सकते हैं। 5 साल पहले माफियावादियों ने उत्तर प्रदेश का क्या हाल बना दिया था? व्यापारियों को व्यापार करने में डर लगता था। उस वक्त लोग कहते थे कि दिए भरे घर लौट आओ। हरदोई वालों ने वह दिन देखे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कट्टा और सट्टा वालों को पहले खुली छूट मिली हुई थी। हमारी माताएं बेटे और बेटियों के घर से निकलने पर डरी रहती थी कि उनके साथ कोई दुर्घटना न हो जाए। अपराधियों को घोर परिवारवादियों का पूरा संरक्षण होता था। लेकिन आज सभी का हिसाब हो रहा है। माफिया, अपराधी खुद जमानत रद्द करवाकर जेल के भीतर पहुंचे हुए हैं। उन्होंने कहा कि बुरी तरह चुनाव हार रहे परिवारवादी जात-पात के नाम पर अब जहर फैलाएंगे लेकिन उत्तर प्रदेश के विकास और देश के विकास का मंत्र की याद रखना है। यह लोग कुर्सी के लिए अपने परिवार से भी लड़ जाते हैं। इसलिए घोर परिवारवादी किसी जाति या समाज के लिए भी नहीं हो सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की डबल इंजन की सरकार किसी एक खानदान की सरकार नहीं है। कोई यह कह सकता है क्या कि उत्तर प्रदेश में खानदान की सरकार है? दिल्ली में भारत की सरकार किसी एक खानदान की सरकार नहीं है। यह गरीब, किसान, नौजवान की सरकार है। हमने 5 साल आप लोगों ने जी-तोड़ मेहनत की है। लेकिन मुझे अफसोस है कि 2014 से लेकर 2017 के बीच उत्तर प्रदेश में इन परिवारवादियों ने एक भी काम में मेरा साथ नहीं दिया। मैं उत्तर प्रदेश का सांसद हूं, यहां के लोगों की मदद से मैं प्रधानमंत्री बन गया लेकिन मुझे लखनऊ की सरकार ने कोई काम नहीं करने दिया था। ऐसे में अगर इन लोगों की सरकार आ गई तो क्या यह लोग मुझे काम करने देंगे?
उन्होंने कहा कि घोर परिवारवादियों ने ठान लिया था कि उत्तर प्रदेश में विकास का कोई काम केंद्र सरकार को करने ही नहीं देंगे। यह लोग भीतर से इतने ज्यादा कांपते थे कि मेरे साथ किसी कार्यक्रम में मंच में शामिल नहीं होते थे और एयरपोर्ट से ही भाग जाते थे। उन लोगों को डर था कि कहीं यह कुछ पूछ लेंगे तो मैं जवाब भी नहीं दे पाऊंगा। उत्तर प्रदेश में काम साल 2017 में डबल इंजन की सरकार बनने के बाद शुरू हुआ।

Advertisements
Advertisements

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *