डरा रहे आंकड़ें…लॉकडाउन, सिस्टम, इंतजाम, सब धड़ाम!.

1 दिन में 1000 से ज्यादा मौतें, 2 लाख पार केस
मप्र में 24 घंटें में 10 हजार से ज्यादा नए संक्रमित, 53 ने तोड़ा दम
जबलपुर में ऑक्सीजन खत्म, 5 की मौत, लोगों का गुस्सा देख डॉक्टर-नर्स अस्पताल छोड़कर भागे
नई दिल्ली । कोरोना की दूसरी लहर में देश के कई राज्यों में हालात इतने भयानक हो गए हैं कि श्मशान घाटों और कब्रिस्तानों में जगह कम पड़ रही है। अस्पतालों में बेड खाली नहीं, ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन का संकट बना हुआ। ऑक्सीजन की कमी और बेहतर इलाज न मिल पाने के कारण कई राज्यों में मौतों का आंकड़ा बढ़ गया है। ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए कोरोना मरीज के परिजन इधर-उधर भटक रहे हैं। लॉकडाउन, सरकारी सिस्टम, सरकारी इंतजाम, सब धड़ाम हो गए हैं! बीते 24 घंटे में कोरोना के नए केस का आंकड़ा करीब दो लाख पहुंच गया है, वहीं 1 हजार से अधिक की मौत हुई है। एक दिन में अब तक के सभी आंकड़ों में यह सबसे अधिक है। कोरोना संक्रमण के ये आंकड़े काफी डराने वाले हैं और माना जा रहा है कि अगर यही स्थिति रही तो देश एक बार फिर टोटल लॉकडाउन की ओर बढ़ेगा। दिल्ली, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, पंजाब, केरल, तमिलनाडु, तेलंगान और गुजरात दस ऐसे राज्य हैं, जहां स्थिति चिंताजनक होती जा रही है। एक्टिव केस की संख्या में भारत लगातार ऊपर जा रहा है। कई राज्यों में सरकारों ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए आंशिक रूप से लॉकडाउन या नाइट कफ्र्यू लगाया है। उसके बावजुद कोरोना संक्रमण के आंकड़ें डरा रहे हैं।
मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बेकाबू है। गुरूवार को सभी जिलों में मिलाकर कुल 10,166 मरीज मिले हैं। 47,820 सैंपलों की जांच में इतने मरीज मिले हैं। इस लिहाज से संक्रमण दर 21 फीसद रही। यानी जांच कराने हर पांचवा व्यक्ति संक्रमित है। वहीं, अलग-अलग जिलों में मिलाकर 53 मरीजों की मौत इस बीमारी से हुई है।
म प्र के कई जिलों में लॉकडाउन बढ़ाने का निर्णय
राज्य में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इसकी रफ्तार पर ब्रेक लगाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कई जिलों के अधिकारियों संग समीक्षा बैठक की है, जिसके बाद उन जिलों में जहां खतरा अधिक है और एक्टिव केसों की संख्या ज्यादा है वहां लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। खंडवा में 7 दिन का कोरोना कफ्र्यू लगा दिया गया है। गुरूवार रात 9 बजे से 23 अप्रैल तक बंद रहेगा। बड़वानी, राजनगढ़, विदिशा में 19 अप्रैल सुबह बजे तक लगातार लॉकडाउन रहेगा। वहीं, बालाघाट, नरसिंहपुर, सिवनी और जबलपुर में 12 अप्रैल की रात से 22 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन का आदेश जारी किया गया है। इसके अलावा, इंदौर, राऊ, महू, शाजापुर, और उज्जैन में भी 19 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन रहेगा।
जबलपुर में 84 मरीजों की जान पर बन आई
जबलपुर में ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। बुधवार को रिछाई स्थित एक लिक्विड प्लांट में आई खराबी से दो अस्पतालों में लाइफ सपोर्ट पर भर्ती 84 मरीजों की जान पर बन आई। गुरुवार तड़के आगा चौक स्थित लाइफ मेडिसिटी हार्ट सेंटर में ऑक्सीजन समाप्त होने से 82 वर्षीय वृद्धा ने दम तोड़ दिया। वहीं चार मरीजों की हालत भी नाजुक हो चुकी है। सुखसागर मेडिकल कॉलेज में 4 भी मरीजों की मौत हो गई। परिजनों के हंगामा करने पर डॉक्टर व स्टाफ भाग गए। आनन-फानन में 10 सिलेंडर किसी तरह मांग कर लगाए गए।
इंदौर में रेमडेसिविर की कालाबाजारी का बड़ा खुलासा
16 बॉक्स में 400 इंजेक्शन के साथ पकड़ाया डॉक्टर
रेमडेसिविर की कालाबाजारी मामले में इंदौर क्राइम ब्रांच ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। नकली इंजेक्शन बेचने के मामले में गिरफ्त में आए डॉ. विनय त्रिपाठी नामक व्यक्ति के पास से 16 बॉक्स मिले हैं। प्रारंभिक पड़ताल में पता चला है कि वह इन इंजेक्शन को हिमाचल प्रदेश से लेकर आया है। यह अभी अंडर रिसर्च है। पुलिस मामले में पूछताछ कर रही है। डीआईजी मनीष कपूरिया ने बताया, आरोपी डॉ. विनय त्रिपाठी है। पुलिस को सूचना मिली थी कि रेमडेसिविर इंजेक्शन का स्टॉक किसी व्यक्ति के पास है। वह इंदौर में सप्लाई करने वाला है। इस पर टीम ने पड़ताल के बाद त्रिपाठी को पकड़ा। उसके पास से 16 पैकेट मिले। एक पैकेट में 25 वायल थे। इस प्रकार से विनय के पास से पुलिस को कुल 400 वायल मिले हैं। जब इस संबंध में पूछताछ की गई, तो पता चला कि हिमाचल प्रदेश से इंजेक्शन लेकर आए हैं। इनसे दस्तावेज पूछे गए, तो कागजात नहीं मिले। मामले में क्राइम के साथ ड्रग विभाग की टीम भी जांच कर रही है। पता चला है कि व्यक्ति फार्मा बिजनेस से जुड़ा है। पीथमपुर में उसकी यूनिट भी है।
ट्रक से आया, हेलिकॉप्टर से जिलों में भेजा गया
रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी के बीच गुरुवार को एक राहतभरी खबर आई। रेमडेसिविर इंजेक्शन के 200 बॉक्स लेकर नागपुर से एक ट्रक इंदौर एयरपोर्ट पहुंचा। इस प्रकार 9 हजार 600 रेमडेसिविर इंजेक्शन की खेप पहुंचीं। इंदौर के लिए 57 बॉक्स छोड़कर यहां से इन्हें स्टेट प्लेन और हेलिकॉप्टर से प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में भेजा गया। इस दौरान एयरपोर्ट पर व्यवस्था के लिए एडीएम अजयदेव शर्मा प्रशासन के अन्य अधिकारियों के साथ मौजूद थे। बताया जा रहा है कि हर बॉक्स में करीब 48 इंजेक्शन हैं, इस हिसाब से 2700 से ज्यादा इंजेक्शन इंदौर के लिए रखे गए हैं। इसके अलावा हर थाने में आरआरटी डॉक्टरों को तैनात किया जाएगा। इनका काम क्षेत्र में स्क्रीनिंग, रेफर और होम आइसोलेशन किए गए मरीजों की डेली रिपोर्ट कंपाइल करके कंट्रोल रूम भेजना होगा। साथ ही, होम आइसोलेट मरीजों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे।
छग में शव ट्रकों से ढोनाया जा रहा
छत्तीसगढ़ में इतनी अधिक मौतें हो रही हैं कि शवों को श्मशान ले जाने के लिये गाडिय़ां कम पड़ गई हैं। रायपुर में तो मालवाहक ट्रकों को शव वाहन बना दिया गया है। रायपुर के मेकाहारा से इसी तरह शवों को अंतिम संस्कार के लिए शहर के अलग-अलग हिस्सों में ले गए। इलाज के अभाव या देरी से इलाज मिलने की वजह से जिन लोगों की मौत हो रही है, उनके शवों के साथ भी बेकदरी की तस्वीरें आ रही हैं। रायपुर में कई दिन से पड़े जिन शवों को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया, उनमें से कुछ में कीड़े पड़ चुके थे। राजनांदगांव के डोंगरगांव बालक छात्रावास में बनाए गए कोविड केयर सेंटर में बुधवार को तीन महिलाओं की मौत हो गई। स्थानीय प्रशासन ने इन तीनों शवों को कचरा ढोने वाली गाड़ी में रखकर श्मशान भिजवाया।
महाराष्ट्र में सबसे बुरा दौर
कोरोना महमारी का सबसे बुरा दौर महाराष्ट्र में देखने को मिल रहा है। माना जा रहा था कि संक्रमण को बढऩे से रोकने के लिए पिछले साल की तरह इस बार दूसरी लहर में भी राज्य सरकार लॉकडाउन का ऐलान कर सकती है, मगर उद्धव ठाकरे ने कल बैठक के बाद धारा 144 लागू करने का ऐलान किया है। वहीं, कई शहरों में नाइट कफ्र्यू जैसे सख्त कदम भी उठाए गए हैं। राज्य सरकार ने नवरात्रि और रमजान को लेकर भी एसओपी जारी कर दी है।
दिल्ली में कार्यक्रमों पर लगी रोक
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 30 अप्रैल तक रात दस बजे से सुबह दस बजे तक नाइट कफ्र्यू लगा दिया है। सभी सामाजिक, धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई है। बसों में सभी सीटों पर बैठने की मिली छूट को खत्म करते हुए अब सिर्फ 50 फीसदी सवारी बैठाने के निर्देश दिए गए हैं। यही स्थिति मेट्रो में भी है। स्कूल-कॉलेज और कोचिंग संस्थानों को भी अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिय गया है।
यूपी सरकार ने भी सख्ती बढ़ाई
कोरोना संक्रमण के मामले बढऩे के बाद यूपी सरकार ने भी राज्य में सख्ती बढ़ा दी है। लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज और वाराणसी समेत मेरठ, मुरादाबाद व सहारनपुर में भी नाइट कफ्र्यू लागू कर दिया गया है। राज्य के सबसे अधिक संक्रमित 12 जिलों में भी नाइट कफ्र्य लगा दिया गया है। हालांकि, कई और जिले हैं, जहां मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जिसके बाद सरकार ने वहां के जिलाधिकारियों को फैसला लेने के लिए स्वतंत्र छोड़ दिया है। वहीं, लखनऊ में सिर्फ चिकित्सा संस्थानों को छोडकऱ सभी संस्थानों को अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया गया है। योगी सरकार ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कोरोना संक्रमण कम करने के लिए कहा है। अधिकारियों से जरूरत पडऩे पर निजी अस्पतालों ओर होटलों को ओवरटेक करते हुए अस्थायी अस्पताल बनाने के निर्देश दिए हैं।

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