ट्रेनों के फिर रूकने का भी हुआ “लोकार्पण”
श्रेयजीवियों की करामात, चंदिया-जैतहरी मे स्टापेज यथावत होने पर पढ़े गये कसीदे
बांधवभूमि न्यूज
मध्यप्रदेश, उमरिया
राजनीति मे गिरते स्तर और श्रेय लेने की परिपाटी इस कदर हावी हो चुकी है कि नेता व अधिकारी कोई भी मौका छोडऩा ही नहीं चाहते। हालत यह है कि भूमिपूजन तथा उद्घाटन तो दूर मरम्मत और प्लास्टर तक के शिलान्यास किये जा रहे हैं। इन प्रपंचों से अब तक दूर रही रेलवे ने भी नई सोच के सांथ कदमताल शुरू कर दिया है। रविवार को अनूपपुर जिले के जैतहरी मे हुआ ट्रेनो के स्टापेज का लोकार्पण कार्यक्रम तो यही संकेत देता है। मौका था जैतहरी और उमरिया जिले के चंदिया मे कोरोना से पूर्व रूक रही ट्रेनो का पुन: ठहराव शुरू करने का। इस अवसर पर क्षेत्रीय सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह भी मौजूद थीं। कार्यक्रम मे घंटों कसीदे पढ़ कर यात्री गाडिय़ों का पुर्नठहराव जनता के लिये बड़ी सौगात साबित किया गया। रेलवे का यह इंवेंट पूरे संभाग मे चर्चा और आश्चर्य का विषय बना हुआ है।
हो रहा सुविधाओं मे विस्तार
रेलवे प्रशासन का कहना है कि निरंतर क्रमिक विकास एवं उपलब्ध सुविधा विस्तार के तहत गत 8 अक्टूबर 2023 से 18241-42 दुर्ग-अम्बिकापुर-दुर्ग एक्सप्रेस,18247-48 बिलासपुर-रीवा-बिलासपुर एक्सप्रेस तथा 18257-58 बिलासपुर-चिरमिरी-बिलासपुर एक्सप्रेस का जैतहरी स्टेशन मे ठहराव किया गया है। इसी तरह 18236-35 बिलासपुर-भोपाल-बिलासपुर एक्सप्रेस, 18247-48 बिलासपुर-रीवा-बिलासपुर एक्सप्रेस एवं 11751-52 रीवा-चिरमिरी-रीवा एक्सप्रेस का चंदिया रोड स्टेशन मे स्टापेज सुविधा उपलब्ध कराई गई है। ट्रेनो के स्टापेज का लोकार्पण जैतहरी स्टेशन शहडोल लोकसभा क्षेत्र की सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह के कर कमलों द्वारा किया गया। समारोह मे जनप्रतिनिधियों के अलावा अपर मंडल रेल प्रबंधक देवराज, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक अभियंता आर रंगाराव, सहायक मंडल वाणिज्य प्रबंधक राकेश सिंह सहित अधिकारी, कर्मचारीगण तथा बड़ी संख्या मे गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम मे सर्वप्रथम अपर मंडल रेल प्रबंधक द्वारा प्लांटर, शाल व श्रीफल से सांसद का स्वागत किया गया।
क्षेत्रवासियों को दी बधाई
कार्यक्रम को संबोधित करते हुये सांसद श्रीमती सिंह ने इन गाडिय़ों के ठहराव के लिए क्षेत्रवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि जैतहरी व चंदिया रोड स्टेशन मे गाडिय़ों के ठहराव से यात्रियों को बेहतर आवागमन की सुविधा प्राप्त होगी। इस मौके पर उन्होने रेलवे स्टेशनों मे यात्री सुविधा, संरक्षा तथा विकास कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। संचालन सहायक मंडल वाणिज्य प्रबंधक अनुपम दत्ता द्वारा किया गया।
साल भर पहले हुआ था आंदोलन
गौरतलब है कि उपरोक्त सभी ट्रेने कोरोना से पूर्व दोनो स्टेशनो पर रूकती चली आ रहीं थीं, परंतु महामारी के बाद ठहराव बंद कर दिये गये। काफी आग्रह, मांग और ज्ञापनो के बाद भी जब ट्रेनो का स्टापेज नहीं हुआ तो 20 सिंतबर 2022 से चंदिया मे रेल रोको आंदोलन शुरू कर दिया गया। ऐसा ही आंदोलन जैतहरी मे भी हुआ। इतनी बड़ी मुहिम और प्रबंधन के आश्वासनो के बाद भी ठहराव शुरू न होने से यह मुद्दा चुनावी रंग पकडऩे लगा था। संभवत: आगामी विधानसभा मे जनता की नाराजगी को थामने के लिये आंदोलन के 1 वर्ष 18 दिन बाद दोनो स्थानो पर फिर से ट्रेने रोकने का आदेश जारी किया गया था।