टिकट की चाह नहीं, कांग्रेस के प्रति समर्पण

टिकट की चाह नहीं, कांग्रेस के प्रति समर्पण

बोलेरो पर चोंगा बांध कर कमलनाथ की योजनाओं का प्रचार कर रहे वासुदेव

बांधवभूमि, उमरिया
बीते करीब 20 वर्षो से जिले मे भले ही कांग्रेस कोई भी विधानसभा सीट जीतने मे सफल नहीं हो सकी हो, पर पार्टी मे निष्ठावान कार्यकर्ताओं की अभी भी कोई कमी नहीं है। कुछ लोग तो ऐसे हैं जो बिना किसी स्वार्थ और लालच के अपना श्रम और पैसा लगा कर भी कांग्रेस के लिये काम कर रहे हैं। उनमे ऐसे ही एक नेता हैं, वासुदेव उंटिया। देश की प्रमुख कोयला उत्पादक कंपनी एसईसीएल के चीफ मैनेजर पद से सेवानिवृत हुए श्री उंटिया बीते करीब 3 महीनो से अपने खुद के वाहन पर चोंगा बांध कर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के 15 महीनो के कार्यकाल की उपलब्धियों और हाल ही मे उनके द्वारा दिये गये 11 वचनो का गांव-गांव मे प्रचार कर रहे हैं। इस दौरान वे वाहन भी चलाते हैं, और माईक पर लोगों को कांग्रेस के नीतियों की जानकारी भी देते हैं। श्री उंटिया का साफतौर पर कहना है कि यह काम वे किसी पद, प्रतिष्ठा और टिकट की चाहत मे नहीं बल्कि कांग्रेस और कमलनाथ जी के सांथ वर्षो के जुड़ाव और स्नेह केे कारण करते हैं। जिसमे उन्हे काफी आनंद आता है।

दादा भी रह चुके सांसद
पूर्व कालरी अधिकारी वासुदेव सिंह उंटिया एक प्रतिष्ठित राजनैतिक परिवार से आते हैं। उनके दादा स्व. बुद्धा सिंह उंटिया वर्ष 1962 से 67 तक शहडोल संसदीय क्षेत्र के सांसद रह चुके हैं। स्व. सिंह पहले तो समाजवादी थे, पर बाद मे अन्य सांथियों के सांथ वे भी कांग्रेस मे आ गये। श्री उंटिया बताते हैं कि दादा के जुड़ते ही उनका भी कांग्रेस से जुड़ाव हो गया। इसके बाद नौकरी लग गई, पर अंदर से वे हमेशा कांग्रेसी ही रहे।

पसंद आती हैं, नीतियां और विचार
दैनिक बांधवभूमि से चर्चा करते हुए वासुदेव सिंह ने बताया कि उन्हे कांग्रेस की नीतियां और विचार बेहद पसंद आते हैं। आजादी की लड़ाई के बाद खोखले हो चुके भारत को विकास की ओर अग्रसर करना। कमजोर तथा वंचित वर्गो, विशेष कर हरिजन, आदिवासी और पिछड़ा वर्ग के लोगों को समानता का अधिकार, सम्मान के सांथ उनके जीवन यापन की व्यवस्था कांग्रेस और प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू ने ही की। फिर स्व. इंदिरा गांधी, राजीव जी, नरसिम्हा राव, मनमोहन सिंह। अब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिार्जुन खरगे और राहुल गांधी भी उसी परपंरा का निर्वहन कर रहे हैं। यही पार्टी देश को एकजुट रख कर उसे विश्वगुरू बनाने मे सक्षम है।

बुरा लगा कमलनाथ की सरकार को गिराना
वर्ष 2018 मे जनता द्वारा चुनी गई कांग्रेस की प्रदेश सरकार को गिराया जाना लोकतंत्र के इतिहास की एक बुरी घटना थी। आदिवासी नेता वासुदेव सिंह का कहना है कि भाजपा को जनमत का सम्मान करना था, पर ऐसा नहीं हुआ। शपथ लेते ही मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सबसे पहले किसानो के कर्जमाफी की फाईल पर हस्ताक्षर किये थे। उनके छोटे से कार्यकाल मे लाखों किसानो का कर्ज माफ हुआ। बुजुर्गो का पेंशन, कन्याओं के विवाह की राशि दोगुनी हुई। सौ रूपये मे 100 यूनिट बिजली जैसे कई जनकल्याणकारी निर्णय लिये गये। अब उन्होने सरकार बनने पर 500 रूपये मे गैस सिलेण्डर, बहनो को प्रति मांह 15 सौ रूपये, 100 रूपये मे 100 यूनिट बिजली सहित कई घोषणायें की हैं। श्री उंटिया का कहना है कि उनका मकसद मध्यप्रदेश मे पुन: कमलनाथ जी के नेतृत्व मे सरकार बनाना है। इसके लिये वे पूरी निष्ठा के सांथ काम कर रहे हैं।

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