जन्माष्टमी पर बांधवगढ़ मे आयोजित हो मेला

जन्माष्टमी पर बांधवगढ़ मे आयोजित हो मेला

शांति समिति की बैठक मे सदस्यों ने की मांग, कलेक्टर ने दिया आश्वासनबां

बांधवभूमि, उमरिया

आगामी दिनो आने वाले रक्षाबंधन, कजलियां तथा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व के सिलसिले मे शुक्रवार को जिला शांति समिति की बैठक कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य की अध्यक्षता मे संपन्न हुई। इस मौके पर सदस्यों ने जन्माष्टमी पर ताला बांधवगढ़ किले पर स्थित ऐतिहासिक श्रीराम जानकी मंदिर मे परंपरागत मेले और धार्मिक आयोजन की अनुमति का मुद्दा जोरशोर से उठाया। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक अजय सिंह ने कहा कि किले पर विराजमान महाराज बांधवाधीश न सिर्फ उमरिया बल्कि समूचे रीवा तथा शहडोल संभाग के नागरिकों की श्रद्धा का केन्द्र हैं। सदियों से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर यहां मेला आयोजित होता चला आया है। पार्क बनने के बाद यह तय हुआ था कि इस दिन बांधवगढ़ का किला आम जनता के लिये खोला जायेगा। लोगों की भावना, विश्वास और आस्था को देखते हुए इस वर्ष मेले के आयोजन तथा श्रद्धालुओं को बाधंवगढ किले पर पैदल एवं वाहन द्वारा जाने की अनुमति दी जाय। कलेक्टर श्री वैद्य ने इस मामले मे सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन सदस्यों को दिया है।

गत वर्ष हुआ था बवाल
उल्लेखनीय है कि सदियों पुरानी इस परंपरा पर वैश्विक महामारी कोरोना ने ब्रेक लगा दिया था। बीते साल पार्क प्रबंधन ने जंगली हाथियों का हवाला देते हुए आयोजन की अनुमति देने से इंकार कर दिया। जिस पर लोगों मे काफी रोष फैल गया था। इसी बीच रीवा रियासत के महाराज पुष्पराज सिंह तथा युवराज व भाजपा विधायक दिव्यराज सिंह भी ताला आ गये। प्रशासन व उद्यान प्रबंधन द्वारा मांग नहीं माने जाने के विरोध मे युवराज तथा क्षेत्र के सैकड़ों लोग रात भर धरने पर बैठे रहे। सुबह युवराज श्री सिंह को कुछ गाडिय़ों के सांथ किले पर जाने तथा बांधवधीश की पूजा-अर्चना की अनुमति दे दी गई।

तानसेन ने गया था राग मल्हार
बांधवगढ़ का किला तत्कालीन रीवा रियासत की राजधानी होने के सांथ ही अनेक ऐतिहासिक और पौराणिक घटनाओं का साक्षी रहा है। जिसके प्रमाण वहां जगह-जगह मौजूद हैं। यहां की वादियों मे कभी महान संगीतज्ञ तानसेन के गीत गूंजा करते थे। यहीं पर उन्होने राग-मल्हार छेड़ कर मेघों को झूमने के लिये विवश किया था। कालांतर मे यही तानसेन अकबर की दरबार के नवरत्नो मे शुमार हुए। तानसेन भगवान श्रीकृष्ण के परम भक्त माने जाते हैं।

बनाये रखें जिले की महान परंपरा
शांति समिति ने नागरिकों से रक्षाबंधन, कजलियां तथा कृष्ण जन्माष्टमी के त्यौहार सद्भावना के साथ मनाने की अपील की है। इस मौके पर कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य ने संबंधित अधिकारियों से समस्त आवश्यक इंतजाम करने हेतु निर्देशित किया। उन्होने कहा कि जिले मे सभी पर्व भाईचारे के साथ मनाने की परंपरा रही है। इसे आगे भी बनाये रखें। बैठक मे पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू , अपर कलेक्टर शिवगोविंद मरकाम, एसडीएम बांधवगढ अमित सिंह, एसडीएम पाली टीआर नाग, मानपुर कमलेश पुरी, डिप्टी कलेक्टर मीनांक्षी इंगले, कार्यपालन यंत्री विद्युत मण्डल, जिला आबकारी अधिकारी रिनी गुप्ता, होमगार्ड कमाण्डेंट, पूर्व विधायक अजय सिंह, राजेश शर्मा, मेंहदी हसन, संतोष गुप्ता, त्रिभुवन प्रताप सिंह, राकेश प्रताप सिंह, राकेश शर्मा, राजेंद्र कोल, अतुल जैन, रतन खण्डेलवाल, पुष्पराज सिंह, कीर्ति सोनी, शंभूलाल खट्टर, मो. सलीम, सलाम अहमद, जसवंत सिंह आदि उपस्थित थे।

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