रूसी सेना ने मचाई तबाही, अब तक 54 यूक्रेनी सैनिकों के मारे जाने की खबर, कई जेट भी किये नष्ट
यूक्रेन ने कहा- हम पर तीन तरफ से…रूस, बेलारूस और क्रीमिया बॉर्डर की ओर से हमला हुआ है। लुहांस्क, खार्किव, चेरनीव, सुमी और जेटोमिर प्रांतों में हमले जारी हैं। रूस की ग्राउंड फोर्सेज यूक्रेन में घुस गईं और वहां कई गांवों पर कब्जा कर लिया। रूस के कमांडो पैराट्रूपर्स यूक्रेन के मिलिट्री इंस्टॉलेशन्स के करीब उतरकर इनको अपने कब्जे में ले रहे हैं। यूक्रेन का दावा है कि उसने रूस के 50 सैनिक मार गिराए हैं। इसके 6 फाइटर जेट्स और 4 टैंक्स तबाह कर दिए हैं।
चेर्नोबिल एटमी पॉवर प्लांट है। 1986 में यहां धमाका हुआ था। इसके रेडिएशन का असर अब तक यहां की वाइल्डलाइफ पर देखा जाता है। वैसे तो यह प्लांट बंद है, लेकिन अब तक एटमी वेस्ट (परमाणु कचरा) मौजूद है। अगर यहां हमला होता है तो फिर रेडिएशन फैल सकता है और खतरा यह है कि जो लोग बम और मिसाइल से बच जाएंगे, वो रेडिएशन से नहीं बच पाएंगे। यही वजह है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दिमिर जेलेंस्की ने दुनिया को आगाह किया है कि रूस के इरादे कितने खतरनाक हैं। इस इलाके में गुरुवार रात तक लड़ाई जारी थी।
यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने वहां फंसे भारतीयों के लिए तीसरी एडवाइजरी जारी की
यूक्रेन पर रूस के हमले के बीच यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने वहां फंसे भारतीयों के लिए तीसरी एडवाइजरी जारी की है। भारतीय दूतावास ने कहा, “हम जानते हैं कि कुछ जगहों पर एयर सायरन और बम की चेतावनी सुनाई दे रही है। यदि आप भी ऐसी किसी स्थिति का सामना कर रहे हैं तो गूगल मैप पर बम से बचाव वाले नजदीकी आश्रय स्थलों का विवरण उपलब्ध है, जिनमें से कई आश्रय स्थल भूमिगत मेट्रो में स्थित हैं।” दूतावास ने कहा कि कीव में रहने वालों के लिए, कीव शहर प्रशासन का आधिकारिक लिंक भी दिया गया है।
यूक्रेन में 18,000 के करीब भारतीय हैं, जिनमें से कई स्टूडेंट्स हैं। फंसे भारतीयों को निकालने के लिए एयर इंडिया का विभान भेजा गया था, लेकिन यह विमान वापस आ गया है क्योंकि यूक्रेन ने वाणिज्यिक उड़ानों के लिए अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया है।
विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने कहा, “चूंकि यूक्रेन में एयर स्पेस बंद हो गया है इसलिए हमने फ्लाइट के जरिये भारतीयों को वापस लगाने के उपायों को फिलहाल रोक दिया है। हम यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए वैकल्पिक कदमों पर काम कर रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने भारतीय दूतावास की मदद के लिए इस इलाके में और राजनयिक भेजने का फैसला किया है। एडवाइजरी में कहा गया, जैसा आप जानते हैं कि यूक्रेन में मार्शल लॉ लग गया है जिससे आवागमन मुश्किल हो गया है। इसमें कहा गया कि ऐसे छात्र जो कि कीव में फंसे हुए हैं उनके ठहरने की व्यवस्था के लिए दूतावास प्रतिष्ठानों के संपर्क में है।
इसमें कहा गया हालांकि, दूतावास स्थिति के मद्देनजर संभावित समाधान तलाश रहा है, अपने आसपास की चीजों को लेकर सतर्क और सुरक्षित रहें तथा आवश्यक नहीं होने पर अपने घरों से नहीं निकलें। हर समय अपने दस्तावेज अपने पास रखें।