चौतरफा हमलों से सहमा यूक्रेन

रूसी सेना ने मचाई तबाही, अब तक 54 यूक्रेनी सैनिकों के मारे जाने की खबर, कई जेट भी किये नष्ट

मॉस्को/कीव/वॉशिंगटन। रूस-यूक्रेन विवाद गुरुवार को जंग में तब्दील हो गया। रूसी फौज ने सुबह साढ़े आठ बजे यूक्रेन की राजधानी कीव समेत 12 जगहों पर मिसाइल हमले किए। यूक्रेन के 54 सैनिक और 10 सिविलियन मारे गए। यूक्रेन ने 50 रूसी सैनिकों को मार गिराने का दावा किया। जंग यूक्रेन के चेर्नोबिल एटमी ठिकाने तक पहुंच गई है। दिल्ली में यूक्रेनी एम्बेसेडर ने भारत से मदद की गुहार लगाई। कुछ देर में नरेंद्र मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से फोन पर बातचीत करेंगे। इसके पहले, नई दिल्ली में यूक्रेन एम्बेसडर मीडिया के सामने आए थे और PM नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई थी कि वे वर्ल्ड लीडर हैं और अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए रूस के राष्ट्रपति से बातचीत करें। इधर, अमेरिका और यूरोपीय यूनियन (EU) भी सैन्य और आर्थिक हमले की तैयारी में जुट गए हैं। EU प्रेसिडेंट उर्सला वान डेर लिन ने कहा- रूस की इकोनॉमी को तबाह कर दिया जाएगा।
हमला कहां और कैसा
यूक्रेन ने कहा- हम पर तीन तरफ से…रूस, बेलारूस और क्रीमिया बॉर्डर की ओर से हमला हुआ है। लुहांस्क, खार्किव, चेरनीव, सुमी और जेटोमिर प्रांतों में हमले जारी हैं। रूस की ग्राउंड फोर्सेज यूक्रेन में घुस गईं और वहां कई गांवों पर कब्जा कर लिया। रूस के कमांडो पैराट्रूपर्स यूक्रेन के मिलिट्री इंस्टॉलेशन्स के करीब उतरकर इनको अपने कब्जे में ले रहे हैं। यूक्रेन का दावा है कि उसने रूस के 50 सैनिक मार गिराए हैं। इसके 6 फाइटर जेट्स और 4 टैंक्स तबाह कर दिए हैं।
दखल दिया तो अंजमा बहुत बुरा
इसके पहले, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने नेशनल टेलीविजन पर हमले का ऐलान किया। कहा- रूस और यूक्रेन के बीच किसी ने भी दखल दिया तो अंजाम बहुत बुरा होगा। उनका इशारा अमेरिका और NATO फोर्सेज की तरफ था। बयान के 5 मिनट बाद ही यूक्रेन की राजधानी कीव समेत कई प्रांतों में 12 धमाके हुए। कीव पर मिसाइल अटैक भी हुआ। वहां एयरपोर्ट बंद कर दिया गया। इस कदम के चलते यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए रेस्क्यू मिशन भी रोकना पड़ा। यूक्रेन गई एअरइंडिया की फ्लाइट डेंजर जोन अलर्ट के चलते लौट आई है।
चेर्नोबिल पर कब्जे की कोशिश क्यों
चेर्नोबिल एटमी पॉवर प्लांट है। 1986 में यहां धमाका हुआ था। इसके रेडिएशन का असर अब तक यहां की वाइल्डलाइफ पर देखा जाता है। वैसे तो यह प्लांट बंद है, लेकिन अब तक एटमी वेस्ट (परमाणु कचरा) मौजूद है। अगर यहां हमला होता है तो फिर रेडिएशन फैल सकता है और खतरा यह है कि जो लोग बम और मिसाइल से बच जाएंगे, वो रेडिएशन से नहीं बच पाएंगे। यही वजह है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दिमिर जेलेंस्की ने दुनिया को आगाह किया है कि रूस के इरादे कितने खतरनाक हैं। इस इलाके में गुरुवार रात तक लड़ाई जारी थी।
सैन्य ठिकाने तबाह कर रहे हैं
यूक्रेन में मिसाइल अटैक और धमाकों के बीच रूस ने बयान जारी किया है। रूस ने कहा कि हमारे निशाने पर यूक्रेन के शहर नहीं है। हम यूक्रेन के सैन्य ठिकानों, एयरफील्ड, एयर डिफेंस फैसिलिटीज और एविएशन को तबाह कर रहे हैं। यूक्रेन की जनता को कोई खतरा नहीं है।
पुतिन ने गलत कदम उठा लिया
US सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी के पूर्व निदेशक डेविड पेट्रियस ने कहा- कोल्ड वॉर खत्म होने के बाद पुतिन ने NATO को सबसे बड़ा तोहफा दे दिया है। इस खतरे की वजह से NATO फिर से एकजुट हो गया है। पुतिन रूस को महान बनाना चाहते है, लेकिन उन्होंने अपनी हरकत से NATO को फिर से महान बना दिया।रूसी हमले के मद्देनजर यूक्रेन की संसद ने नेशनल इमरजेंसी की घोषणा कर दी। इमरजेंसी के ऐलान के साथ ही यूक्रेन ने अपने 30 लाख लोगों को तुरंत रूस छोड़ने के लिए कहा है। रूस ने बुधवार को यूक्रेनी बैंकों और रक्षा, विदेश, आंतरिक सुरक्षा जैसी अहम वेबसाइट पर साइबर अटैक किया था।

यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने वहां फंसे भारतीयों के लिए तीसरी एडवाइजरी जारी की
यूक्रेन पर रूस के हमले के बीच यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने वहां फंसे भारतीयों के लिए तीसरी एडवाइजरी जारी की है। भारतीय दूतावास ने कहा, “हम जानते हैं कि कुछ जगहों पर एयर सायरन और बम की चेतावनी सुनाई दे रही है। यदि आप भी ऐसी किसी स्थिति का सामना कर रहे हैं तो गूगल मैप पर बम से बचाव वाले नजदीकी आश्रय स्थलों का विवरण उपलब्ध है, जिनमें से कई आश्रय स्थल भूमिगत मेट्रो में स्थित हैं।” दूतावास ने कहा कि कीव में रहने वालों के लिए, कीव शहर प्रशासन का आधिकारिक लिंक भी दिया गया है।
यूक्रेन में 18,000 के करीब भारतीय हैं, जिनमें से कई स्टूडेंट्स हैं। फंसे भारतीयों को निकालने के लिए एयर इंडिया का विभान भेजा गया था, लेकिन यह विमान वापस आ गया है क्योंकि यूक्रेन ने वाणिज्यिक उड़ानों के लिए अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया है।
विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने कहा, “चूंकि यूक्रेन में एयर स्पेस बंद हो गया है इसलिए हमने फ्लाइट के जरिये भारतीयों को वापस लगाने के उपायों को फिलहाल रोक दिया है। हम यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए वैकल्पिक कदमों पर काम कर रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने भारतीय दूतावास की मदद के लिए इस इलाके में और राजनयिक भेजने का फैसला किया है। एडवाइजरी में कहा गया, जैसा आप जानते हैं कि यूक्रेन में मार्शल लॉ लग गया है जिससे आवागमन मुश्किल हो गया है। इसमें कहा गया कि ऐसे छात्र जो कि कीव में फंसे हुए हैं उनके ठहरने की व्यवस्था के लिए दूतावास प्रतिष्ठानों के संपर्क में है।
इसमें कहा गया  हालांकि, दूतावास स्थिति के मद्देनजर संभावित समाधान तलाश रहा है, अपने आसपास की चीजों को लेकर सतर्क और सुरक्षित रहें तथा आवश्यक नहीं होने पर अपने घरों से नहीं निकलें। हर समय अपने दस्तावेज अपने पास रखें।

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