चोरों की ”आखेट स्थली” बना जिला

चोरों की आखेट स्थली बना जिला
पड़ोसी जिलों से आ कर घटनाओं को अंजाम दे रहे अपराधी, जनता मे खौफ
उमरिया। बीते कुछ समय से जिले मे चोरी की घटनाओं मे काफी तेजी आई है। आये दिन रात मे घर के बाहर खड़े वाहन गायब होने, सूने घरों मे घुस कर कीमती सामान पर हांथ साफ करने, बैंकों से पैसा निकाल कर आये लोगों के बैग उड़ाने या फिर दुकानो मे ठगी करने की वारदातों के कारण आम नागरिकों के मन मे भय के सांथ असुरक्षा की भावना घर कर रही है। सवाल उठता कि शांति का टापू कहे जाते उमरिया जिले मे बार-बार यह अशांति क्यों पैदा हो रही है। वो कौन लोग हैं, जो सरेआम घटनायें कारित कर रफू चक्कर हो रहे हैं और पुलिस सिर्फ हांथ मलती रह जाती है। वहीं अपराधों पर नजर रखने वाले एक्सपर्ट का दावा है उमरिया जिला बीते कुछ समय से बाहरी बदमाशों की आखेट स्थली बनता जा रहा है। जो स्थानीय बिगड़ैलों के सांथ मिल कर अपराध करने के बाद अपने ठिकानो को लौट जाते हैं।
पहचान मे नहीं आ रहे चेहरे
लोगों का मानना है कि अपराधी बाहरी होने के कारण सीसी टीवी की पकड़ मे आने के बाद भी उनकी पहचान नहीं हो पा रही है। उदाहरण के तौर पर विगत मांह चंदिया मे बैंक से पैसा निकाल कर आये व्यक्ति का बैग चुराने के मामले मे आरोपी सीधी जिले के निकले। वहीं हाल ही मे उमरिया की सराफा दुकान मे हुई चोरी करने वाली महिलाओं पर कटनी जिले की बरही मे इसी तरह की ठगी करने का आरोप है।
सक्रिय है बदमाशों का गैंग
जानकारी के मुताबिक अगस्त 2020 मे शहडोल जिले के जयसिंहनगर थाने मे करीब आधा दर्जन बदमाशों पर चोरी और लूट के कई मामले दर्ज हुए थे। ये सभी आरोपी मानपुर और पाली तहसील से सटे इलाकों मे रहने वाले हैं। 8 से 10 लोगों का गैंग लंबे समय से पाली और मानपुर क्षेत्र मे सक्रिय है। सूत्रों ने बताया है कि ये लोग अपने पिकप आदि वाहनो से आकर वारदात को अंजाम देकर भाग जाते हैं। यही कारण है कि मानपुर और पाली थाना क्षेत्रों मे हुई चोरी की एक भी घटना का आज तक ना तो खुलासा हुआ, ना ही माल और आरोपी ही पकड़े गये हैं।
औद्योगिक क्षेत्रों मे हो सघन जांच
अपराधों के तौर तरीकों से भी हरकतों के पीछे दूसरे प्रांतों के अपराधियों का हांथ प्रमाणित होता है। बताया जाता है कि कोल माईन्स और संजय गांधी ताप विद्युत केन्द्र जैसे औद्योगिक संस्थानो मे बड़े पैमाने पर दूसरे प्रांतों से लोग मजदूरी करने आते हैं। असमाजिक तत्व इन्ही मजदूरों से रिश्तेदारी जोड़ कर यहीं रहने लगते हैं। कई लोगों ने तो कालरियों और विद्युत विभाग के आवास ही हथिया लिये हैं। ऐसे मे कोयलांचल, एसईसीएल और ऊर्जा विभाग के कर्मचारी आवास और उसके आसपास अवैध कब्जा कर रहने वाले लोगों की जांच बेहद जरूरी है।
अपराधियों पर कड़ी नजर
जिले मे चोरी, लूट और अन्य आपराधिक गतिविधियों मे शामिल तत्वों पर पुलिस की कड़ी नजर है। सभी थाना क्षेत्रों मे गश्त और डेरा चेकिंग बढ़ा दी गई है। सरकारी तथा औद्योगिक इकाईयों के आवासों मे रह रहे अवांछनीय लोगों की जांच का सिलसिला भी जारी है।
रेखा सिंह
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
उमरिया

Advertisements
Advertisements

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *