चालकों को करना होगा जागरूक

सड़क दुर्घटनाओं मे कमी लाने के लिए कई मुद्दों पर चर्चा और काम की जरूरत
उमरिया। महीने के पहले और तीसरे सोमवार को सड़क सुरक्षा समिति की बैठक होगी जिसमें दुर्घटनाओं को रोकने और कम करने पर चर्चा होगी। इस बैठक मे कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा होना जरूरी है जैसा कि नेशनल हाईवे व स्टेट हाईवे मे बेतरतीब वाहन हादसे को दावत दे रहे हैं।
बिना पार्किंग लाईट ऑन
अंधेरों मे खड़े वाहनों की वजह से पहले भी कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी है। खतरनाक मोड़ और फिर मार्गों पर वाहनों की कतार से सकरापन बढ़ जाता है। खासकर शाम ढलते ही हाइवे मे यह नजारा आम है। चंदिया रोड मे भरौला, लोढ़ा से लेकर चंदिया व शहडोल की दिशा मे नौरोजाबाद, पाली एवं घुनघुटी मे कई ढाबे खतरे की घण्टी बजा रहे हैं। लोगों को जागरूकर करने की जरूरत है कि वे वाहन को सड़क के किनारे खड़ा करें तो उसकी पार्किंग लाइट जरूर जला दें।
यहां है ज्यादा खतरा
एक जानकारी के अनुसार जिले मे सर्वाधिक यातायात वाला मार्ग एनएच 43 है। तकरीबन 140 किमी मार्ग मे एक नहीं बल्कि दर्जन भर वाहनों की लाइन लगी रहती है। मुख्यालय के समीप घंघरी चौक, भरौला मे बस्ती का खतरनाक मोड़, करकेली बाजार, नौरोजाबाद स्टेशन बिरसिंहपुर पाली का मुख्य बाजार तथा सार्वजनिक दुर्घनाएं पाली के जीरो ढाबे के पास होती है। स्थानीय नागरिकों का कहना है मार्ग में ट्रक के खड़े होने से कई बार चालकों को सामनें से वाहन नही दिखाई देते हैं। साइड के चक्कर में इन वाहनों का भिडऩा आम बात है।
हो चुके हैं कई हादसे
लोगों के मुताबिक हाइवे में मोड़ व होटल ढाबों के संकरे पन के चलते आये दिन हादसे हो रहे हैं। घुनघुटी व पाली के बीच आए दिन वाहन सड़क किनारे दुर्घनाओं का शिकार होते है। उमरिया के घंघरी नाका ए भरौला मेंवाहन खड़े वाहन से भिड़ चुके हैं। यहीं नही घघरी में तो बेतरतीब पार्किंग का शिकार एक पुलिस जवान भी हो चुका है। फिर भी पुलिस की रूटीन जांच के बाद भी यह समस्या नहीं घट रही है। यातायात पुलिस को भी कई बार शिकायत की जा चुकी है।
विशेषज्ञों ने दिए सुझाव
यातायात विशेषज्ञ बताते हैं अक्सर सुबह शाम मुख्य मार्ग में होटलए ढाबों वाहनों की लंबी कतार लगती है। इन वाहनों को ढाबा संचालक व्यवस्थित मार्ग किनारे खड़ी करवाए। आकस्मिक बीच मार्ग में वाहन खराब होनें पर संकेतक लगवाते हुए पीछे चालक रेडियम का उपयोग भी कर सकते हैं। हालांकि प्राथमिकता के घाट व सकरे मोड में वाहन पार्क करने से बचना चाहिए।

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