घर-घर होगा मां लक्ष्मी का मनुहार
उल्लास और समृद्धि के प्रतीक दीपावली पर मिलेगा सुख और एश्वर्य का वरदान
बांधवभूमि न्यूज
मध्यप्रदेश, उमरिया
सुख-समृद्धि और ऐश्वर्य का प्रतीक आलोक पर्व दीपावली आज उल्लास के सांथ मनाई जाएगी। शाम ढलते ही घर, आंगन दीपमालिकाओं की रोशनी से दमक उठेंगे। पटाखे, फुलझडिय़ां जलेंगी, आकर्षक सजावट, धूप और कपूर की महक के बीच माता महालक्ष्मी के आगमन की धूम होगी। मंदिरों और घरों मे लक्ष्मी-गणेश की विधि-विधान से पूजा, अर्चना कर समृद्धि और खुशहाली की कामना की जाएगी। रात्रि के समय ग्वाल घर-घर लोगों को जगाएंगें और इसी के साथ 11 दिनों तक चलने वाले ग्वाल नृत्य की शुरूआत हो जाएगी। कई दिनों से चल रही तैयारी के बाद आज दीपावली की शुभ घड़ी मे लक्ष्मी के आगमन को लेकर उत्सव मनाया जाएगा। धन की देवी मां लक्ष्मी के स्वागत के लिये दो सप्ताह पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी गयी थीं। प्रतिष्ठानों, घरों तथा देवालयों को साफ-सफाई के बाद रंग-रोगन किया गया है।
सजेगी रंगोलियां, दमकेंगे दीप
दीपावली के लिए अंतिम चरण की तैयारियां आज की जाएगी। लक्ष्मी के स्वागत के लिए बालिकाएं जहां घर आंगन मे खूबसूरत रंगोलियां तैयार करेंगी वही युवक रंग बिरंगे झालरों से घरों को आकर्षक बनाएंगे। शाम होते ही दीपमालिकाओं के सांथ जैसे ही इन झालरों को जलाया जाएगा रंगोलियां दमकेगी और वातावरण बहुरंगी प्रकाश से नहा उठेगा।
यह है पूजा का श्रेष्ठ समय
अमावस्या तिथि के दिन दीपावली का पर्व मनाया जाता है। इस बार यह तिथि का आरंभ 12 नवंबर को दोपहर 2 बजकर 43 मिनट से हो रहा है और अगले दिन 13 नवंबर को दोपहर 12 बजकर 56 मिनट तक रहेगी। 12 नवंबर को प्रदोष काल पूजन मुहूर्त शाम मे 5 बजकर 29 मिनट से 8 बजकर 8 मिनट तक है। जबकि 12 नवंबर वृषभ लग्न शाम में 6 बजकर 9 मिनट से 8 बजकर 4 मिनट तक रहेगा। दीपावली के दिन यानी 12 नवंबर को चौघडिय़ा मुहूर्त दोपहर मे 2 बजकर 44 मिनट से 2 बजकर 47 मिनट तक है। घर मे लक्ष्मी पूजन के लिए शुभ मुहूर्त अमृत, चार चौघडिय़ा मुहूर्त शाम में 5 बजकर 29 मिनट से 10 बजकर 26 मिनट तक बताया गया है।
दीपों की रोशनी से जगमगायेगा बहराधाम
दीपावली के पावन पर्व पर पूर्व वर्षो की भांति इस बार भी बहराधाम मे दीपदान कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। इस मौके पर पूरा परिसर दीपों की रोशनी मे जगमगा उठेेगा। जिले की सामाजिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संस्था श्री रघुराज मानस कला मंदिर के अध्यक्ष अजय सिंह ने उक्त आशय की जानकारी देते हुए बताया कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान श्री राम लंका विजय और 14 वर्ष वनवास के उपरांत दीपावली पर अयोध्या लौटे थे। इस महान क्षण की स्मृति मे प्रतिवर्ष दीपदान किया जाता है। दीपदान मे हजारों की तादाद मे दिये जला कर पूरे परिसर मे सजाये जाते हैं। जैसे ही इतनी बड़ी संख्या मे दियों को एक सांथ जलाया जाता है, पूरा बहराधाम उनकी पवित्र रोशनी मे नहा उठता है। इस महान धार्मिक कार्यक्रम मे शामिल होने तथा दीप प्रज्वलन के विहंगम दृश्य देखने भारी तादाद मे शहर के लोग बहराधाम की ओर उमड़ पड़ते हैं। श्री रघुराज मानस कला मंदिर के अध्यक्ष अजय सिंह ने समस्त धर्मानुरागी नागरिकों से आज सायं बहराधाम मे उपस्थित हो कर कार्यक्रम को सफल बनाने का आग्रह किया है।