नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि सरकार हरित ऊर्जा के क्षेत्र में सतत विकास के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। पीएम मोदी ने कहा हरित विकास की दिशा में कई निर्णय लिए गए हैं, जिनमें इथेनॉल सम्मिश्रण, पीएम कुसुम योजना, सौर विनिर्माण को प्रोत्साहित करना, रूफटॉप सौर योजना, कोयला गैसीकरण, ईवी बैटरी भंडारण शामिल हैं। पीएम मोदी ने कहा ग्रीन ग्रोथ को लेकर इस साल के बजट में जो प्रावधान किए गए हैं, वे एक तरह से हमारी आने वाली पीढ़ियों के उज्ज्वल भविष्य की नींव का पत्थर हैं। 2014 के बाद से भारत नवीकरणीय क्षमता वृद्धि में सबसे तेज रहा है। वहीं केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री महेंद्रनाथ पांडे के एक ट्वीट का जवाब जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि फेम-2 योजना के तहत इलेक्ट्रिक वाहनों के जरिए 22.9 करोड़ लीटर ईंधन की बचत होने के साथ-साथ 33.9 करोड़ किलोग्राम कार्बन डाई ऑक्साइड में भी कमी आई है।
प्रधानमंत्री ने कहा हमारी सरकार हरित ऊर्जा के क्षेत्र में सतत विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। हरित वृद्धि पर वेबिनार में छह सत्र होंगे, जिसमें हरित वृद्धि के ऊर्जा और गैर-ऊर्जा, दोनों घटकों को शामिल किया जाएगा। हरित विकास केंद्रीय बजट 2023-24 की सात शीर्ष प्राथमिकताओं में से एक है, जिसका उद्देश्य देश के हरित औद्योगिक और आर्थिक बदलाव, पर्यावरण के अनुकूल कृषि और टिकाऊ ऊर्जा की शुरुआत करना है।
ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में जल्दी ही आत्मनिर्भरता हासिल कर लेगा भारत : मोदी
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