गुरूवाणी से पवित्र हुई नगरी
धूमधाम से मनाई गई गुरूनानक जयंती, तीन दिनी महोत्सव का भव्य समापन
उमरिया। मानव जाति को धर्म, एकता, शांति और भाईचारे का संदेश देने वाले महान संत भगवान गुरूनानक देव जी की 552वीं जयंती नगर मे धूमधाम से मनाई गई। इस मौके पर पूज्य सिंधी पंचायत द्वारा पूर्व वर्षो की भांति वृहद कार्यक्रम आयोजित किया गया। गुरू साहब के जन्मोत्सव की शुरूआत 17 नवंबर को स्थानीय मंगल भवन मे पावन गुरू ग्रंथ साहब की स्थापना से हुई। इसी दिन रात्रि मे सांस्कृतिक आयोजन हुए, जिसमे बच्चों ने गीतों व नृत्य आदि की प्रस्तुतियां देकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। तत्पश्चात समाज के होनहार छात्र-छात्राओं एवं अपनी लगन व मेहनत से डाक्टर, सीए आदि का मुकाम हासिल करने वाले युवाओं तथा समाज सेवियों को सम्मानित किया गया।
अवतरित हुए संत, बजी बधाई
दूसरे दिन 18 नवंबर को अद्र्धरात्रि की पावन बेला मे जैसे ही संत शिरोमणी का जन्म हुआ, पूरा वातावरण भक्ति और उल्लास मे डूब गया। दूर बैठा हर शक्स शंख, घंट, घडिय़ालों, ढोल, ताशों की प्रतिध्वनि सुन कर यह जान गया कि दुनिया सोच बदलने वाले भगवान गुरूनानक जी धरती पर अवतरित हो चुके हैं। इस मौके पर सिंधी समाज के नागरिकों ने आपस मे गले मिल कर एक दूजे को बधाई थी और परंपरागत हलुए से बना प्रसाद बांटा।
आम और खास ने ली आशीष
शुक्रवार को गुरू ग्रंथ साहेब के समापन अवसर पर भोग साहेब हुआ। जिसके बाद आरती का आयोजन किया गया। तत्पश्चात विशाल लंगर मे जिले के हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। तीन दिवसीय संत गुरू नानक जन्म महोत्सव के समापन मे बांधवगढ़ विधानसभा के विधायक शिवनारायण सिंह, कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव, पूर्व विधायक अजय सिंह, जिपं अध्यक्ष ज्ञानवती सिंह सहित कई हस्तियों ने मंगल भवन पहुंच कर मत्था टेका तथा जिलेवासियों को शुभकामनायें प्रेषित की। इस अवसर पर सिंध समाज के अध्यक्ष शंभूलाल खट्टर ने सभी अतिथियों को अंगवस्त्र पहना कर सम्मानित किया।
युवाओं ने बढ़-चढ़ कर लिया हिस्सा
संत गुरूनानक देव की जयंती पर जहां गुरूवाणी ने नगर को पवित्र किया वहीं मेरठ से आये कलाकारों के नृत्य तथा कटनी की बालक मंडली के भक्ति गीतों ने समा बांध दिया। सायंकाल मंगलभवन से गुरू साहेब की शोभायात्रा निकाली गई, जो सिंधी कालोनी स्थित दादी चैंची के गुरूद्वारे मे संपन्न हुई। इस आयोजन को सफल बनाने मे पूज्य सिंधी पंचायत के अध्यक्ष शंभूलाल खट्टर, खेमचंद कोटवानी, घनश्याम दासवानी, राजाराम हरवानी, गोविन्द लालवानी, विजय छतवानी, रोशन रंगलानी, राकेश सचदेव, पप्पू सचदेव के अलावा युवा टोली के नीरज चंदानी, पत्रकार राहुल लालवानी, राजन खट्टर, रोहित लालवानी अािद का विशेष योगदान था।