खूनी बना नया हाईवे, 3 दिन मे 3 लोगों की मौत

अब 14 माह के मासूम सहित मां की मौत
बांधवभूमि, शहडोल। सोहागपुर थाना क्षेत्र के ठीक सामने से गुजरा नया हाईवे खूनी साबित होता जा रहा है। 3 दिन के भीतर तीन लोगों की इस हाइवे ने जान ले ली है। रविवार की दोपहर एक दूध मुहे बच्चे सहित उसकी मां की सड़क दुर्घटना में हाईवे में मौत हो गई है। 3 दिन के भीतर यह तीसरी सड़क हादसे में उस हाईवे में मौत हुई है डॉक्टर अंकित तिवारी भी उसी सड़क पर दुर्घटना का शिकार हुए जिनकी मौत हो गई थी। थाना प्रभारी सोहागपुर अनिल पटेल ने जानकारी देते हुए बताया है कि थाने से महज कुछ दूरी में बाइक और ट्रक की भिड़ंत हो गई जिसमें सवार 14 माह  मासूम अभय कुमार बैगा एवं उसकी मां फुलमतिया बाई की रविवार की दोपहर दोनों लोगों की मौत हो गई है। पुलिस ने बताया है कि अपने देवर प्रेमलाल बैगा के साथ मृतिका फुलमतिया अपने 14 माह के मासूम अभय को लेकर कोटमां गांव जा रही थी बुरहार से शहडोल की ओर आ रहा तेज व लापरवाही पूर्वक ट्रक ने बाइक में जा रहे तीनों लोगों को टक्कर मार दी जिसमें 14 माह के मासूम एवं उसकी मां की मौत हो गई है।
3 दिन पहले डॉक्टर की हुई है मौत
सड़क दुर्घटना में डॉक्टर अंकित तिवारी की भी इसी नए हाईवे में मौत हो गई है लगातार यह हाईवे खूनी बनता जा रहा है तकनीकी कमियों के कारण आए दिन दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं रविवार को फिर 2 लोगों की सड़क हादसे में मौत हो गई है।
अधूरा पड़ा हाईवे तकनीकी कमी
निर्माणाधीन हाईवे जो शहडोल से बुढार मार्ग को जोड़ता है इसमें कहीं पर भी साइन बोर्ड ब्रेकर नहीं लगाए गए हैं साथ ही साथ  थाने के ठीक सामने निर्माण अधूरा छोड़कर ठेकेदार भाग गया है जिसका खामियाजा आने जाने वाले लोग भोग रहे हैं ।आए दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं और लोगों की मौत हो रही हैं।
मुख्य मार्ग खतरे से खाली नहीं
नया हाईवे मेडिकल कॉलेज जाने वाला मुख्य मार्ग कहलाता है जो खतरे से खाली नहीं है आए दिन यहां दुर्घटनाएं हो रही हैं डॉक्टर के बाद अब 14 माह के मासूम सहित उसकी मां की मौत हो गई है मेडिकल कॉलेज होने की वजह से दिन-रात यहां से लोगों का आना-जाना बना रहता है साथ ही साथ डॉक्टर स्टाफ नर्स मेडिकल कॉलेज का पूरा स्टाफ भी इसी मार्ग से जाता है प्रशासनिक अधिकारी इतनी बड़ी बड़ी घटना होने के बाद भी सचेत नहीं हो रहे हैं। रातों दिन मेडिकल कॉलेज जाने वाले लोगों को इसी मार्ग से गुजरना पड़ता है डॉक्टर की मौत के बाद भी कोई भी साइन बोर्ड या ब्रेकर हाईवे में नहीं बनाए गए हैं।
Advertisements
Advertisements

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *