यूरिया न मिलने से बढ़ी कृषकों की बेचैनी, लगाया कालाबाजारी का आरोप
सोसायटी पर जमकर हुआ बवाल, घंटों होती रही नारेबाजी
उमरिया। यूरिया की किल्लत से जूझ रहे किसानो ने कल सोसायटी पर जम कर बवाल मचाया। इतना ही नहीं उनके द्वारा अधिकारियों पर खाद की कालाबाजारी करवाने का आरोप लगाते हुए कई घंटे तक नारेबाजी की गई। बताया गया है कि क्षेत्र के सैकड़ों किसान कल जिला मुख्यालय स्थित सोसायटी मे खाद लेने के लिये जुटे थे। जब उन्हे बताया गया कि एक किसान को एक या दो बोरी ही खाद मिलेगी तो वे बिफर उठे। उनका कहना है कि खेतों मे तैयार हो रही धान की फसल को तत्काल खाद की जरूरत है परंतु कृषि विभाग और सहकारी समितियों द्वारा उन्हे हफ्तों से चक्कर कटवाये जा रहे हैं। किसानों का कहना है कि एक तो सरकार ने इस बार जरूरत के मुताबिक कम खाद भेजी है और जो खाद उमरिया आई भी है उसे देने मे हीलाहवाली की जा रही है। उनका आरोप था कि कृषि विभाग और विपणन संघ के अधिकारी पैसा कमाने के लिए खेती को चौपट कराने पर आमदा हैं।
उड़ी सोशल डिस्टेन्सिंग की धज्जियां
मारामारी और असंतोष का एक कारण यह भी है कि सहकारी समिति द्वारा एक ही दुकान से खाद का वितरण किया जा रहा है। जिससे भारी मात्रा मे सुबह से ही किसानो की भीड़ इकट्ठी हो गई। किसान दिन भर एक-एक बोरी यूरिया के लिये जूझते नजर आये। इस मौके पर सोशल डिस्टेंन्सिग की धज्जियां उड़ गई।
कलेक्टर ने दिये निर्देश
सोसायटी मे किसानो की भीड़ और असंतोष की बात संज्ञान मे आते ही कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने तत्काल मामले हस्ताक्षेप किया। उन्होने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि यूरिया के वितरण मे पूरी पादर्शिता रखें। यदि आवश्यकता हो तो दो या तीन स्थानो से खाद का वितरण करायें। कलेक्टर ने यह भी निर्देश दिया है कि कोरोना संक्रमण को ध्यान मे रखते हुए सोसायटियों मे खाद वितरण के दौरान मास्क और सोशल डिस्टेन्सिंग के नियम का हर हालत मे पालन कराया जाय। सांथ ही सेनेटाईजर आदि की भी व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाय।
कम सप्लाई के कारण हुई परेशानी
इस बार अच्छी बारिश के कारण अधिक मात्रा मे धान की बोनी और यूरिया की सप्लाई कम प्राप्त होने के कारण लोगों को परेशानी हुई है। वरिष्ठ कार्यालय को स्थिति की जानकारी दी गई है। उम्मीद है कि कुछ दिन मे और खाद प्राप्त होगी, जिससे समस्या दूर हो जायेगी।
आरके प्रजापति
उप संचालक कृषि, उमरिया
अमानक उर्वरकों पर प्रतिबंध
कृषि विभाग ने गुणवत्ताहीन उर्वरक बिक्री मामले मे संबंधित दुकानदारों व कम्पनियों के विरूद्ध कार्यवाही की है। उप संचालक कृषि आरके प्रजापति ने बताया है कि करकेली विकासखण्ड अंतर्गत मेसर्स न्यू अग्रवाल बीज भण्डार, भगवान दास अग्रवाल चंदिया, चंबल फ र्टिलाईजर एण्ड केमिकल्स लिमिटेड कोटा राजस्थान के उर्वरकों की सेम्पलिंग कर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया था। जो जांच मे अमानक स्तर का पाया गया है। उक्त उर्वरक के क्रय, विक्रय एवं परिवहन को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित कर दिया गया है।