कोरोना अनकंट्रोल: मप्र और छत्तीसगढ़ लॉक

मप्र के रतलाम और भोपाल के कोलार-शाहपुरा में 9, बैतूल, कटनी, खरगोन में 7 दिन तो शेष मप्र में 2 दिन का लॉकडाउन
भोपाल/रायपुर। महाराष्ट्र, दिल्ली के साथ ही मप्र और छत्तीसगढ़ में कोरोना का संक्रमण अनकंट्रोल होता जा रहा है। संक्रमण को रोकने के लिए दोनों राज्यों की सरकारों ने अधिक प्रभावित क्षेत्रों में लॉकडाउन लगाना शुरू कर दिया है। मप्र में अब सभी शहरों (नगरीय क्षेत्रों) में शनिवार-रविवार दो दिन का लॉकडाउन रहेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को इसकी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह लॉकडाउन शक्रवार शाम 6 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक यानी कुल 60 घंटे का होगा। वहीं रतलाम और भोपाल के कोलार-शाहपुरा में 9 दिन, बैतूल, कटनी, खरगोन में 7 दिन तो का लॉकडाउन लगाया गया है। इससे पहले छिंदवाड़ा में आज 8 अप्रैल गुरुवार रात 8 बजे से लगातार सात दिन के लिए लॉकडाउन लगाया गया है। उधर, छत्तीसगढ़ में रायपुर और दुर्ग के बाद अब राजनांदगांव तथा बेमेतरा में भी 9 दिन का टोटल लॉकडाउन लगा दिया गया है।
मप्र में कोरोना बेकाबू हो चुका है। पिछले 24 घंटे में रिकार्ड 4324 केस मिले हैं। 27 मरीजों की मौत हुई है। 6 महीने में यह एक दिन में मौतों का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इससे पहले 9 अक्टूबर 2020 को 27 मौतें दर्ज की गई थीं। एक्टिव केस भी 28 हजार के पार पहुंए गए हैं। कोरोना की पहली लहर में एक्टिव केस 21 हजार के पार नहीं हो पाए थे। एक सप्ताह में 2.5 प्रतिशत की वृद्धि के साथ पॉजिटिविटी रेट 7 अप्रैल को 13 प्रतिशत हो चुका है। इस कारण सरकार को अब कठोर कदम उठाना पड़ रहा है। गुरूवार को मप्र के सभी शहरों में 2 दिन के लॉकडाउन का निर्णय लिया गया। सरकार का यह फैसला प्रदेश के सभी बड़े-छोटे शहरों में लागू होगा। वहीं रतलाम जिले में नौ दिन का लॉकडाउन रहेगा। यहां शुक्रवार की शाम 6 से 19 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक सबकुछ बंद किया जा रहा है। खरगोन, कटनी और बैतूल में सात दिन तक 9 अप्रैल की शाम 6 बजे से 17 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक सब लॉक रहेगा। इससे पहले छिंदवाड़ा में आज 8 अप्रैल गुरुवार रात 8 बजे से लगातार सात दिन के लिए लॉकडाउन लगाया गया है।
ऑक्सीजन की कमी से कई मौत
ऑक्सीजन और रेमडेसिविर के इंजेक्शन की कमी से हालात बदतर हो रहे हैं। ऑक्सीजन की कमी से 48 घंटे में सागर में 4 और खरगोन में 1 कोरोना मरीज की मौत हो गई। ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए राज्य सरकार ने भिलाई स्टील प्लांट से करार किया है। हर रोज प्लांट से 60 टन ऑक्सीजन की सप्लाई होगी। इस बीच पिछले 24 घंटे में पूरे एमपी में कोरोना से 27 मरीजों की मौत हुई है। पहली खेप अगले एक-दो दिन में मिलने की उम्मीद है। भोपाल कलेक्टर ने जिले में चल रहे प्लांट 24 घंटे चालू रखने के आदेश जारी कर दिए हैं। 24 घंटे में 4324 केस मिले हैं। प्रदेश के 4 बड़े शहर इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में ही 50 फीसदी संक्रमित आए हैं।
भोपाल के कोलार-शाहपुरा में 9 दिन लॉकडाउन
मप्र की राजधानी भोपाल में ढाई लाख की आबादी वाले कोलार व शाहपुरा क्षेत्र में अगले 9 दिनों के लिए लॉकडाउन घोषित किया गया है। यहां शुक्रवार शाम 6 बजे से अगले सोमवार 19 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक लगातार नौ दिन तक सब बंद रहेगा। केवल मेडिकल, दूध और सब्जी ठेले वालों को छूट रहेगी। पेट्रोल पंप भी बंद रहेंगे। प्राइवेट कर्मचारी भी आ जा नहीं सकेगे। कारण, भोपाल के 40 प्रतिशत केस इसी कोलार क्षेत्र से आ रहे हैं। इस संबंध में भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने गुरुवार कंटेनमेंट जोन की अवधि को जिला प्रशासन समीक्षा कर आगे बढ़ाने का निर्णय लेगा। वर्तमान में यहां 1800 एक्टिव केस हैं।
दमोह में उपचुनाव इसलिए रहेगा अनलॉक
मप्र में अब सभी शहरों (नगरीय क्षेत्रों) में शनिवार-रविवार दो दिन का लॉकडाउन किया गया है। वहीं दमोह में 17 अप्रैल को विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान होना हैं, इसलिए यहां लॉकडाउन नहीं लगाया गया है। दमोह में रोजाना औसतन 28 कोरोना केस आ रहे हैं। यहां अब तक 94 कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है। यह प्रदेश में मौत के मामले में नौवें नंबर पर है। चार अप्रैल को ही यहां एक मौत दर्ज की गई है। सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक दमोह में कुल एक्टिव केस 199 हैं। पिछले 24 घंटे में दमोह में 30 कोरोना संक्रमित केस मिले हैं।
राजनांदगांव-बेमेतरा में 9 दिन का लॉकडाउन
छत्तीसगढ़ में रायपुर और दुर्ग के बाद अब राजनांदगांव तथा बेमेतरा में भी 9 दिन का टोटल लॉकडाउन लगा दिया गया है। कोरोना से बिगड़ते हुए हालात को देखते हुए कलेक्टर ने 10 अप्रैल की शाम से लेकर 19 अप्रैल तक लॉकडाउन का निर्णय लिया। वहीं, छत्तीसगढ़ में पिछले 24 घंटे में कोरोना के रिकॉर्ड 10,310 नए केस मिले हैं। 53 लोगों की मौत हुई है। इनमें से 24 लोगों को कोरोना के अलावा दूसरी बीमारियां भी थीं, इसलिए प्रशासन 29 मौतों का कारण ही कोरोना को मान रहा है। बुधवार को 42,289 कोविड टेस्ट किए गए थे। नए मरीजों के मिलने के बाद छत्तीसगढ़ में एक्टिव मरीजों की संख्या 58,883 हो गई है। उधर, रायपुर में लॉकडाउन से पहले ही जरूरी सामानों की कालाबाजारी शुरू हो गई है।
छग में सक्रिय मरीजों की दर 15 प्रतिशत के पार
प्रदेश में अब सक्रिय मरीजों की दर 15 प्रतिशत के पार हो गई है। सितम्बर 2020 में कोरोना की पहली लहर पीक पर थी, तब यहां एक्टिव मरीजों की संख्या 36 हजार थी। अभी प्रदेश में सक्रिय मरीजों की संख्या 58 हजार से अधिक है। यह अब तक सर्वाधिक आंकड़ा है। इस साल की शुरुआत में प्रदेश में 11 हजार एक्टिव मरीज थे। केवल 4 महीने में ही इनकी संख्या बढ़कर 58 हजार के पार पहुंच गई। प्रदेश में सबसे ज्यादा एक्टिव मरीज फिलहाल दुर्ग जिले में हैं। वहां इनकी संख्या 15 हजार के पार है। प्रदेश में 3 जिलों सुकमा, नारायणपुर और बीजापुर को छोड़कर 25 जिलों में एक्टिव मरीजों की संख्या 100 से अधिक है।

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