कार्यवाही की मांग को लेकर ग्रामीणो ने सौपा ज्ञापन, एक सप्ताह में नहीं हुई कार्रवाई तो करेंगे आंदोलन
बांधवभूमि, शहडोल। भारत की आत्मा गांवों में बसती है, इसलिए गांव के विकास के बिना देश को विकास के पथ पर अग्रसर नहीं किया जा सकता है। हमारी सरकार प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को शहरों की तर्ज पर सभी सुविधाएं प्रदान कर हर ग्राम पंचायत को स्मार्ट विलेज के रूप में विकसित करने की दिशा में महत्त्वपूर्ण कदम उठा रही है। लेकिन उनकें इस नेक काम मे पंचायत के लोग ही पलीता लगा रहे है। जिसका एक उदाहरण जिले के जनपद पंचायत बुढार अन्तर्गत ग्राम पंचायत केशवाहि है। जहां सरपंच , सचिव व पीसीओ मिलकर 50 लाख का ग़बन कर दिए, निर्माण कार्य मे कराए बिना ही पैसों का आहरण कर लिए, स्थानीय लोगो द्वारा कई बार शिकायत के बाद भी कोई कार्यवही नही होने से नाराज ग्रामीणो ने आज कमिश्नर कार्यायल में विरोध जाता कमिश्नर के नाम ज्ञापन सौप आंदोलन की चेतावनी दी है।
निर्माण कराया नहीं और निकाल ली राशि
जिले के जनपद पंचायत बुढार अन्तर्गत ग्राम पंचायत केशवाही पूर्व सरपंच सहित सचिव व पीसीओ मिलकर 50 लाख का ग़बन कर दिए, निर्माण कार्य मे कराए बिना ही पैसों का आहरण कर लिये, कई बार शिकायत के बाद भी कोई कार्यवाही नही होने से नाराज ग्रामीणो ने शहड़ोल कमिश्नर के नाम एक ज्ञापन सौंप एक सप्ताह का समय दिया है। यदि एक सप्ताह तक उनके शिकायत पर कोई कार्यवाही नही हुई तो आंदोलन की चेतवानी दी है ।
विरोध कर रहे ग्रामीण ने कमिश्नर के नाम सौंपे गए ज्ञापन में उल्लेखित किया है कि ग्राम पंचायत केशवाही के पूर्व सरपंच , उपसरपंच, व कुछ पंच सहित पंचायत सचिव रमेश पटेल सहित पीसीओ दयाराम परस्ते द्वारा पंचायत में स्वीकृत विकास कार्यो में गड़बड़ी कर 50 लाख रुपए का गबन किया है।
जांच में वसूली की बात आई थी सामने
व्यापारियों को प्रस्तावित न्यू बस स्टैण्ड में बाजार सेड निर्माण व एग्रीमेंट राशि लगभग दस लाख रूपये नियम विरूद्ध लिया जाना पाया गया था। इसी प्रकार जांच प्रतिवेदन में व्यवसायिक परिसर बस स्टैण्ड का ग्यारह लाख पचास हजार रूपये एडवांस के तौर पर निकाला जाकर गड्ढे की खोदाई तक नहीं की गई इसी प्रकार खेल मैदान के पास सामुदायिक स्वच्छता परिसर के निर्माण के लिए एक लाख पांच हजार रूपये अग्रिम आहरण किया गया और अभी तक कोई निर्माण कार्य नहीं किया गया। इसी प्रकार नल जल योजना के संबंध में चार लाख सड़सठ हजार चौहत्तर रूपये तथा पंचायत भवन की पोताई के लिए एक लाख चौसठ रूपये बिना कार्य कराए ही गलत तरीके से निकाले जाने के संबंध में जांच प्रतिवेदन में उक्त राशि वसूली योग्य पाई गई इसी प्रकार न्यू बस स्टैण्ड केशवाही में विधायक निधि से निर्मित यात्री प्रतीक्षालय की राशि दो लाख पचास हजार रूपये के साथ ही अन्य राशियां भी गलत रूप से आहरित की जाकर लगभग पचास लाख रूपये का गबन किया गया।
स्वयं के उपयोग में खर्च की राशि
यही नहीं पंचायत सचिव रमेश पटेल द्वारा बावन लाख सत्रह हजार सात सौ ग्यारह रूपये का कर्ज ग्राम पंचायत का व्यापारियों से समान लिए जाने की भी बात एक सूची के सहित दी गई और इसी बावन लाख सत्रह हजार सात सौ ग्यारह रूपये को ग्राम पंचायत से आहरित कराए जाने के लिए प्रार्थीगण यानि ग्राम पंचायत के सरपंच, उपसरपंच एवं पंचों पर दबाव बनाया जाकर ग्राम पंचायत की शासकीय राशि का दुरूपयोग करते हुए अपने स्वयं के उपयोग में पूरी राशि खर्च की जा रही है।ग्रामीणो की मांग है कि ज्ञापन पर एक सप्ताह के अंदर कार्यवाही कराई जायेगी। चूंकि सचिव तथा पी.सी.ओ. का अत्यधिक दबाव ग्राम पंचायत के निर्वाचित प्रतिनिधियों पर बना हुआ है और वे सरेआम धमकी भी दे रहा है कि उसके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होगी उसकी पहुंच ऊपर तक है। ऐसी स्थिति में यदि एक सप्ताह के अंदर कोई कार्यवाही नहीं होती है तो हम सभी जिला प्रशासन के समक्ष धरना प्रदर्शन, भूख हड़ताल एवं आमरण अनशन करने के लिए मजबूर होंगे।
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