नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नीट परीक्षा को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार छात्रों की परेशानियों की ओर से आंखें मूंदें हुए हैं और नीट परीक्षा को स्थगित करने से इनकार कर रही है। उल्लेखनीय है कि नीट परीक्षा 12 सितंबर को आयोजित की जानी है।
एक संक्षिप्त ट्वीट में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने लिखा भारत सरकार को छात्रों की परेशानी नहीं दिख रही है। नीट परीक्षा को स्थगित करिए। छात्रों को निष्पक्ष मौका दीजिए। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी) को टालने से सोमवार को इनकार करते हुए कहा कि वह प्रक्रिया में हस्तक्षेप नहीं करना चाहता और इसकी तारीख में बदलाव करना ‘अनुचित’ होगा। नीट-यूजी 12 सितंबर को होनी है। न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर, न्यायमूर्ति ऋषिकेश रॉय और न्यायमूर्ति सी टी रविकुमार की तीन सदस्यीय पीठ ने कहा कि यदि छात्र कई परीक्षाओं में बैठना चाहते हैं तो उन्हें प्राथमिकता तय करनी होगी और अपना विकल्प चुनना होगा क्योंकि ऐसी स्थिति तो कभी नहीं हो सकती जिसमें परीक्षा की तारीख से हर कोई संतुष्ट हो। शीर्ष अदालत ने कहा कि याचिकाकर्ता इस मुद्दे पर संबंधित अधिकारियों के समक्ष अपनी बात रखने के लिए स्वतंत्र हैं और इस बारे में कानून के अनुरूप जल्द फैसला लिया जाए। याचिकाकर्ताओं की ओर से पेश अधिवक्ता शोएब आलम से पीठ ने कहा आप जो दलीलें दे रहे हैं, हो सकता है कि वे 99 फीसदी उम्मीदवारों के लिए प्रासंगिक नहीं हों। एक फीसदी उम्मीदवारों के लिए पूरे तंत्र को रोका नहीं जा सकता। आलम ने कहा था कि चिकित्सा प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी 2021 को टाला जाए, क्योंकि 12 सितंबर के आसपास कई अन्य परीक्षाएं भी होनी हैं। इस पर पीठ ने कहा परीक्षा की तारीख बदलना बहुत ही अनुचति होगा क्योंकि नीट एक बहुत व्यापक पैमाने पर होने वाली परीक्षा है। यह राज्यवार नहीं होती, यह देशभर में होने वाली परीक्षा है।
केंद्र का छात्रों की परेशानी पर ध्यान नहीं, स्थगित की जानी चाहिए नीट परीक्षा : राहुल
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