पीएम ने अडाणी का जिक्र तक नहीं किया, राहुल बोले- वे अपने दोस्त को बचा रहे
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब दिया। अपने 85 मिनट के भाषण में उन्होंने राहुल गांधी के अडाणी पर पूछे किसी सवाल का जवाब नहीं दिया। मोदी की पूरी स्पीच में अडाणी का जिक्र तक नहीं था। हालांकि PM विपक्ष की एकता से लेकर राहुल की भारत जोड़ो यात्रा पर तंज जरूर कसते रहे।मोदी के भाषण के बाद राहुल गांधी ने कहा- PM ने मेरे एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया। उनके बयान से समझ आ गया है कि वे अडाणी को बचा रहे हैं। इसके पीछे कई सारे कारण हैं। मैं संतुष्ट नहीं हूं, लेकिन इससे सच्चाई उजागर हो रही है। राहुल ने ट्वीट भी किया- न जांच कराएंगे, न जवाब देंगे – प्रधानमंत्री जी बस अपने ‘मित्र’ का साथ देंगे।लोकसभा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने 45 मिनट तक भाषण दिया था। उन्होंने अडाणी ग्रुप को लेकर कुछ दावे किए थे। इसके बाद अडाणी और प्रधानमंत्री मोदी के रिश्ते को लेकर सात सवाल किए थे।
राहुल गांधी पर मोदी के तीन कटाक्ष
कल कुछ लोगों के भाषण के बाद पूरा इको सिस्टम उछल रहा था। समर्थक खुश होकर कह रहे थे कि ये हुई ना बात। नींद भी अच्छी आई होगी, उठ भी नहीं पाए होंगे। ऐसे लोगों के लिए कहा गया है- ये कह-कहकर हम दिल को बहला रहे हैं, वो अब चल चुके हैं, वो अब आ रहे हैं।राष्ट्रपति के भाषण से कुछ सदस्य कन्नी काट गए। एक बड़े नेता राष्ट्रपति जी का अपमान भी कर चुके हैं। जनजातीय समुदाय के प्रति नफरत भी दिखाई दी है। टीवी पर उनके बयानों से भीतर पड़ा हुआ नफरत का भाव बाहर आ गया। बाद में चिट्ठी लिखकर बचने की कोशिश की गई।कई सदस्यों ने सदन में तर्क और आंकड़े दिए। अपनी रुचि, प्रवृत्ति और प्रकृति के अनुसार बातें रखीं। इससे उनकी क्षमता, योग्यता और समझ का पता लगता है। इससे पता चलता है कि किसका क्या इरादा है, देश भी इसका मूल्यांकन करता है।
चुनाव नहीं, ED ने पूरे विपक्ष को एकजुट किया
मोदी ने कहा- बहुत सारे विपक्षी मिले-सुर मेरा-तुम्हारा कर रहे थे। मुझे लगता था कि देश की जनता, देश के चुनाव के नतीजे ऐसे लोगों को जरूर एक मंच पर लाएंगे। वो तो हुआ नहीं, लेकिन इन लोगों को ED का धन्यवाद करना चाहिए। उसके कारण ये एक मंच पर आ गए।प्रधानमंत्री ने कहा- हमने देश के लोगों के लिए, देश के भविष्य के लिए जीवन खपा दिया है। देशवासियों का मोदी पर भरोसा विपक्ष की समझ के दायरे से बाहर है।
स्पीच में 2G, कोल स्कैम, कैश फॉर वोट का जिक्र
मोदी ने कहा- UPA के 10 साल में सबसे ज्यादा घोटाले हुए। इनकी निराशा का कारण यही है कि देश का सामर्थ्य खुलकर सामने आ रहा है। 2004 से 2014 तक UPA ने हर मौके को मुसीबत में बदल दिया। जब टेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन का युग बढ़ रहा था, उसी समय ये 2G में फंसे रहे। सिविल न्यूक्लियर डील की चर्चा के दौरान ये कैश फॉर वोट में फंसे रहे।2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स हुए। तब CWG घोटाले में देश दुनिया में बदनाम हो गया। सदी के दूसरे दशक में भारत की चर्चा ब्लैकआउट के लिए हुई, तब कोयला घोटाला चर्चा में आ गया। 2008 के आतंकी हमले को कोई भूल नहीं सकता है। 10 साल तक देश आतंकवाद से जूझता रहा। जब HAL सामर्थ्य का अवसर था, तब सत्ता चलाने वाले लोगों के नाम हेलिकॉप्टर घोटाले में आ गए।मोदी ने कहा- लोकतंत्र में आलोचना का बहुत महत्व है। भारत मदर ऑफ डेमोक्रेसी है। आलोचना लोकतंत्र की मजबूती के लिए है, लेकिन लोगों ने आलोचना के मौके गंवा दिए। हर जगह आरोप, गालीगलौज। चुनाव हार जाओ तो EVM खराब कहकर चुनाव आयोग को गाली, फैसला पक्ष में नहीं आया तो सुप्रीम कोर्ट को गाली दे दो।अगर भ्रष्टाचार की जांच हो रही है तो जांच एजेंसियों को गाली दो। अगर सेना पराक्रम करे, शौर्य दिखाए और देश का जन-जन भरोसा करे तो सेना को गाली दो, उस पर आरोप लगाओ। कभी आर्थिक प्रगति की खबरें आएं, चर्चा हो, तो RBI को गाली दो।
मोदी ने कहा- UPA के 10 साल में सबसे ज्यादा घोटाले हुए। इनकी निराशा का कारण यही है कि देश का सामर्थ्य खुलकर सामने आ रहा है। 2004 से 2014 तक UPA ने हर मौके को मुसीबत में बदल दिया। जब टेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन का युग बढ़ रहा था, उसी समय ये 2G में फंसे रहे। सिविल न्यूक्लियर डील की चर्चा के दौरान ये कैश फॉर वोट में फंसे रहे।2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स हुए। तब CWG घोटाले में देश दुनिया में बदनाम हो गया। सदी के दूसरे दशक में भारत की चर्चा ब्लैकआउट के लिए हुई, तब कोयला घोटाला चर्चा में आ गया। 2008 के आतंकी हमले को कोई भूल नहीं सकता है। 10 साल तक देश आतंकवाद से जूझता रहा। जब HAL सामर्थ्य का अवसर था, तब सत्ता चलाने वाले लोगों के नाम हेलिकॉप्टर घोटाले में आ गए।मोदी ने कहा- लोकतंत्र में आलोचना का बहुत महत्व है। भारत मदर ऑफ डेमोक्रेसी है। आलोचना लोकतंत्र की मजबूती के लिए है, लेकिन लोगों ने आलोचना के मौके गंवा दिए। हर जगह आरोप, गालीगलौज। चुनाव हार जाओ तो EVM खराब कहकर चुनाव आयोग को गाली, फैसला पक्ष में नहीं आया तो सुप्रीम कोर्ट को गाली दे दो।अगर भ्रष्टाचार की जांच हो रही है तो जांच एजेंसियों को गाली दो। अगर सेना पराक्रम करे, शौर्य दिखाए और देश का जन-जन भरोसा करे तो सेना को गाली दो, उस पर आरोप लगाओ। कभी आर्थिक प्रगति की खबरें आएं, चर्चा हो, तो RBI को गाली दो।
देश के भविष्य के लिए जीवन खपा दिया
विपक्ष के हमलों पर मोदी ने कहा- जो अहंकार में डूबे हैं, ऐसी सोच में जीने वालों को लगता है कि मोदी को गाली देकर ही हमारा रास्ता निकलेगा, कीचड़ उछालकर रास्ता निकलेगा। 22 साल बीत गए और वे गलतफहमी ही पालकर बैठे हैं।मोदी पर भरोसा अखबार की सुर्खियों से नहीं पैदा हुआ है, टीवी पर चमकते चेहरों से नहीं हुआ है। हमने देश के लोगों के लिए, देश के भविष्य के लिए जीवन खपा दिया है। क्या ये झूठे आरोप लगाने वालों पर मुफ्त राशन प्राप्त करने वाले देश के 80 करोड़ भारतवासी कभी भरोसा करेंगे?वन नेशन-वन राशन कार्ड से देशभर में कहीं भी गरीब से गरीब को राशन मिल जाता है। वो आपके आरोपों पर भरोसा नहीं करेगा। जिन 11 करोड़ किसानों के खाते में साल में 3 बार पैसे जमा होते हैं, वो आप पर भरोसा नहीं करेंगे। जो झुग्गी-झोपड़ी में रहते थे, उन्हें घर मिले हैं। जिन 9 करोड़ लोगों को मुफ्त गैस कनेक्शन मिला है, वो इनका झूठ कैसे स्वीकार करेगा?
देश के 140 करोड़ लोग मेरा सुरक्षा कवच
मोदी ने कहा- आपकी गालियों-आरोपों को कोटि-कोटि भारतीयों से होकर गुजरना पड़ेगा। 140 करोड़ लोग मेरा सुरक्षा कवच हैं। झूठ के हथियार से आप इस सुरक्षा कवच को नहीं भेद सकते। ये विश्वास का सुरक्षा कवच है। समाज के वंचितों को वरीयता के संकल्प को लेकर हम जी रहे हैं, चल रहे हैं।
मोदी ने कहा- आपकी गालियों-आरोपों को कोटि-कोटि भारतीयों से होकर गुजरना पड़ेगा। 140 करोड़ लोग मेरा सुरक्षा कवच हैं। झूठ के हथियार से आप इस सुरक्षा कवच को नहीं भेद सकते। ये विश्वास का सुरक्षा कवच है। समाज के वंचितों को वरीयता के संकल्प को लेकर हम जी रहे हैं, चल रहे हैं।
अदानी की संपत्ति 12 लाख करोड़ बढ़ गई: खडग़े
राज्यसभा में बजट सत्र की कार्यवाही के दौरान बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। गौतम अदाणी के मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने केंद्र सरकार को घेरा। वहीं खडग़े के बयान पर बीजेपी सांसदों ने हंगामा भी किया। खडग़े ने कहा कि एक व्यक्ति जिसकी संपत्ति ढाई साल में १३ गुना बढ़ गई। २०१४ में ५०,००० करोड़ की थी, वह २०१९ में एक लाख करोड़ की हो गई। अचानक ऐसा क्या जादू हुआ कि संपत्ति १२ लाख करोड़ बढ़ गई। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को भी बीजेपी नहीं मान रही है। इसकी जांच जेपीसी से कराई जानी चाहिए। खडग़े के आरोपों पर बीजेपी ने पलटवार भी किया। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि वे विदेश रिपोर्टों (हिंडनबर्ग रिपोर्ट) पर बातें कर रहे हैं, यह तो कांग्रेस का तारीका है। मैं स्पष्ट कहता हूं कि इनके खुद के नेता जिनके कहने के बगैर ये कुछ नहीं करते हैं, उनकी संपत्ति ही देखें कि २०१४ में इनके नेता की कितनी संपत्ति थी और आज कितनी है। पीयूष गोयल ने कहा कि जेपीसी तब बैठती है जब आरोप सिद्ध हो जाए।
राज्यसभा में बजट सत्र की कार्यवाही के दौरान बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। गौतम अदाणी के मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने केंद्र सरकार को घेरा। वहीं खडग़े के बयान पर बीजेपी सांसदों ने हंगामा भी किया। खडग़े ने कहा कि एक व्यक्ति जिसकी संपत्ति ढाई साल में १३ गुना बढ़ गई। २०१४ में ५०,००० करोड़ की थी, वह २०१९ में एक लाख करोड़ की हो गई। अचानक ऐसा क्या जादू हुआ कि संपत्ति १२ लाख करोड़ बढ़ गई। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को भी बीजेपी नहीं मान रही है। इसकी जांच जेपीसी से कराई जानी चाहिए। खडग़े के आरोपों पर बीजेपी ने पलटवार भी किया। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि वे विदेश रिपोर्टों (हिंडनबर्ग रिपोर्ट) पर बातें कर रहे हैं, यह तो कांग्रेस का तारीका है। मैं स्पष्ट कहता हूं कि इनके खुद के नेता जिनके कहने के बगैर ये कुछ नहीं करते हैं, उनकी संपत्ति ही देखें कि २०१४ में इनके नेता की कितनी संपत्ति थी और आज कितनी है। पीयूष गोयल ने कहा कि जेपीसी तब बैठती है जब आरोप सिद्ध हो जाए।
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