पूर्व डिप्टी सीएम और विधायक ने पार्टी छोड़ी, पूर्व मंत्री ने संन्यास लिया
बेंगलुरु।कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर भाजपा के तीन विधायकों ने पार्टी से किनारा कर लिया है। भाजपा ने दो लिस्ट जारी करके 212 कैंडिडेट्स के नाम की घोषणा की थी। 212 सीटों पर 19 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे गए हैं। इसे लेकर पूर्व डिप्टी सीएम लक्ष्मण सवाडी ने बुधवार और विधायक एमपी कुमारस्वामी ने गुरुवार को पार्टी छोड़ दी।वहीं पूर्व मंत्री केएस ईश्वरप्पा लिस्ट जारी होने से पहले ही चुनावी राजनीति से संन्यास ले चुके हैं। यानी वे राजनीति में तो रहेंगे, लेकिन चुनाव नहीं लड़ेंगे। ऐसा भी कहा जा रहा है कि उनकी उम्र 72 साल हो गई है। ऐसे में बीजेपी उन्हें मार्गदर्शक मंडल में ले सकती है।
दूसरी लिस्ट के बाद भी पूर्व CM जगदीश शेट्टार के नाम की घोषणा नहीं की गई है। शेट्टार हुबली-धारवाड़ से विधायक हैं। उन्होंने मंगलवार को दावा किया कि पार्टी ने उन्हें चुनाव नहीं लड़ने के लिए कहा है। टिकट न मिलने पर उन्होंने नाराजगी जताई। इस बयान के बाद उन्हें दिल्ली बुलाया गया, जहां उन्होंने बुधवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की।वहीं, उडुपी से विधायक रघुपति भट्ट को भी इस बार पार्टी ने टिकट नहीं दिया है, जिसे लेकर वे काफी भावुक हैं। भट्ट को इस बात का ज्यादा दुख है कि उन्हें इस बात की जानकारी टीवी चैनलों से मिली। उन्होंने कहा-अगर उनकी जाति की वजह से उन्हें टिकट नहीं दिया गया है तो वह इसे स्वीकार नहीं कर सकते हैं।
दूसरी लिस्ट के बाद भी पूर्व CM जगदीश शेट्टार के नाम की घोषणा नहीं की गई है। शेट्टार हुबली-धारवाड़ से विधायक हैं। उन्होंने मंगलवार को दावा किया कि पार्टी ने उन्हें चुनाव नहीं लड़ने के लिए कहा है। टिकट न मिलने पर उन्होंने नाराजगी जताई। इस बयान के बाद उन्हें दिल्ली बुलाया गया, जहां उन्होंने बुधवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की।वहीं, उडुपी से विधायक रघुपति भट्ट को भी इस बार पार्टी ने टिकट नहीं दिया है, जिसे लेकर वे काफी भावुक हैं। भट्ट को इस बात का ज्यादा दुख है कि उन्हें इस बात की जानकारी टीवी चैनलों से मिली। उन्होंने कहा-अगर उनकी जाति की वजह से उन्हें टिकट नहीं दिया गया है तो वह इसे स्वीकार नहीं कर सकते हैं।
शिवमोगा में नगर निगम सदस्यों के इस्तीफे
पूर्व मंत्री केएस ईश्वरप्पा के संन्यास के बाद शिवमोगा में नगर निगम के 19 सदस्यों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मेयर और डिप्टी मेयर ने भी पद छोड़ दिया है। शिवमोगा के जिला अध्यक्ष ने भी ईश्वरप्पा के समर्थन में इस्तीफा दिया है।बता दें कि तत्कालीन ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री (RDPR) केएस ईश्वरप्पा पर मंत्री पद पर रहते हुए 40% कमीशन लेने का आरोप लगा था। ठेकेदार संतोष पाटिल ने उन पर आरोप लगाकर आत्महत्या कर ली थी, जिसके बाद उन्हें अप्रैल 2022 में मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। हालांकि जांच के बाद उन्हें क्लीन चीट दे दी गई थी।
पूर्व मंत्री केएस ईश्वरप्पा के संन्यास के बाद शिवमोगा में नगर निगम के 19 सदस्यों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मेयर और डिप्टी मेयर ने भी पद छोड़ दिया है। शिवमोगा के जिला अध्यक्ष ने भी ईश्वरप्पा के समर्थन में इस्तीफा दिया है।बता दें कि तत्कालीन ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री (RDPR) केएस ईश्वरप्पा पर मंत्री पद पर रहते हुए 40% कमीशन लेने का आरोप लगा था। ठेकेदार संतोष पाटिल ने उन पर आरोप लगाकर आत्महत्या कर ली थी, जिसके बाद उन्हें अप्रैल 2022 में मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। हालांकि जांच के बाद उन्हें क्लीन चीट दे दी गई थी।
KGF सीट से अश्विनी संपांगी चुनाव लड़ेंगे
कोलार गोल्ड फील्ड (KGF) से भाजपा ने अनुसूचित जाति के उम्मीदवार अश्विनी संपांगी को मैदान में उतारा है। दावणगेरे उत्तर से मौजूदा विधायक रवींद्रनाथ का टिकट काट दिया गया है। उनकी जगह लोकीकेरे नागराज को उम्मीदवार बनाया गया है।बिंदूर के मौजूदा विधायक सुकुमार शेट्टी का नाम भी दूसरी लिस्ट में नहीं है। उनकी सीट से गुरुराज गुंटूर को टिकट दिया गया है। हावेरी से नेहरू ओलेकर की जगह गवीसिदप्पा को मैदान में उतारा गया है। चामुंडेश्वरी से JDS विधायक जीटी देवेगौड़ा के दामाद रामचंद्र गौड़ा को टिकट दिया गया है।
कोलार गोल्ड फील्ड (KGF) से भाजपा ने अनुसूचित जाति के उम्मीदवार अश्विनी संपांगी को मैदान में उतारा है। दावणगेरे उत्तर से मौजूदा विधायक रवींद्रनाथ का टिकट काट दिया गया है। उनकी जगह लोकीकेरे नागराज को उम्मीदवार बनाया गया है।बिंदूर के मौजूदा विधायक सुकुमार शेट्टी का नाम भी दूसरी लिस्ट में नहीं है। उनकी सीट से गुरुराज गुंटूर को टिकट दिया गया है। हावेरी से नेहरू ओलेकर की जगह गवीसिदप्पा को मैदान में उतारा गया है। चामुंडेश्वरी से JDS विधायक जीटी देवेगौड़ा के दामाद रामचंद्र गौड़ा को टिकट दिया गया है।
Advertisements
Advertisements