भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने लोकसभा चुनाव के पहले पड़े आयकर छापे व सीबीडीटी की रिपोर्ट पर कहा है कि सबकी जांच हो और सही जांच हो। इसे राजनीतिक दृष्टि से न किया जाए। इस मामले में जो खुलासा करना है, करें। हम हर जांच के लिए तैयार हैं। कमलनाथ ने पहली बार इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया दी है। साथ ही एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ई-टेंडरिंग की जांच भाजपा सरकार ने ही अगस्त 2018 में ईओडब्ल्यू को सौंपी थी। यह तो 8-10 साल से चल रहा था। सरकार में रहने के दौरान मुझे बताया गया कि इसमें सात नहीं 107 टेंडर हैं। इसकी भी निष्पक्ष जांच हो। ईडी के छापों व मोंटाना को एडवांस भुगतान के बारे में उन्होंने कहा कि मैंने तो पहली बार अक्टूबर 2018 में उसका नाम सुना। मुझे नहीं पता किसे ब्लैक लिस्ट किया गया। मोंटाना तो वर्षों से प्रदेश में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि 7 जनवरी से प्रदेश में किसान आंदोलन चलेगा। इसके तहत 23 जनवरी को राजभवन का घेराव होगा। कमलनाथ ने दिल्ली जाने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा है कि अब मेरा बाकी जीवन मप्र में कटेगा, मैं कहीं नहीं जा रहा। हालांकि उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष, दोनों पदों पर बने रहने या एक पद छोडऩे के सवाल को यह कह कर टाल दिया कि यह महत्वपूर्ण नहीं कि किस पद पर रहूं।
कमलनाथ बोले: आयकर छापे में सबकी और सही जांच हो
Advertisements
Advertisements