ग्रामीण क्षेत्रों मे पानी की समस्या ने किया लोगों को परेशान
उमरिया। एसईसीएल के कंचन खदान मे होने वाली हैवी ब्लास्टिंग की वजह से भू-जल स्तर प्रभावित हो रहा है और पानी का संकट उत्पन्न होने लगा है। इस बारे मे जानकारी देते हुए ग्रामीणों ने बताया कि हैवी ब्लास्टिंग के कारण कुओं मे दरार आ आ गई है जिसकी वजह से पानी नीचे चला गया है। खदान से लगे लगभग आधा दर्जन गांव के लोग पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। खदान मे लगातार हो रही हैवी ब्लास्टिंग के कारण पिछले महीने 9 तारीख को एक घर भी गिर गया था जिसमें दबने से मां और बेटी की मौत हो गई थी।
यहां भी पानी का संकट
ग्राम पंचायत करकेली के नदीटोला हरिजन बस्ती मे पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस हरिजन बस्ती मे लगे सभी हैण्डपंप से पानी कम आता है और हवा ज्यादा निकलती है। पीएचई विभाग के ठेकेदार ठीक ढंग से हैंडपंप की मरम्मत नहीं करवा रहे हैं जिससे इस तरह की समस्या से लोग जूझ रहे हैं। गर्मी के इस मौसम मे पानी की समस्या ने लोगों को बेहाल कर
दिया है।
पाइप लाइन टूटी
एक ओर जहां करकेली के हरिजन बस्ती मे पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है वहीं दूसरी ओर ग्राम के ही कई भागों मे नल-जल योजना की पाइप लाइन फूटी होने के कारण पानी व्यर्थ बह रहा है। इस पानी का उपयोग लोग नहीं कर पा रहा हैं। पेयजल का शुद्ध पानी सड़कों पर बहकर नालियों के गंदे पानी मे मिल जाता है, लेकिन पीएचई की लापरवाही के कारण लोगों को पानी नहीं मिल पाता। नल-जल योजना की पाइप लाइन पिछले दो साल से टूटी है लेकिन आज तक इसे दुरूस्त नहीं कराया गया। नल-जल योजना दुरूस्त कराने मांग की गई है।
यह भी है समस्या
बिजली कटौती के कारण यहां कभी समय से नल नहीं आ पाता। जब पेयजल सप्लाई का समय होता है तब बिजली चली जाती है और बिजली आती है तो पेयजल सप्लाई का समय समाप्त हो जाता है। हैण्डपंप बिगड़े होने के कारण लोगों को पानी के लिए दूसरे मोहल्लों की शरण लेनी पड़ती है। हरिजन बस्ती के निवाासी होने के कारण जब यहां के लोग दूसरे मोहल्ले पानी लेने जाते हैं तो उन्हें वहां भी अपमानित होना पड़ता है। हरजिन बस्ती के निवासियों ने बताया कि हैण्डपंप सुधारने का काम जिस मैकेनिक को सौंपा गया है वह मुख्यालय मे नहीं रहता। जब पीएचई विभाग के एसडीओ से शिकायत करो तो वहां से जवाब मिलता है कि हैण्डपंप ठीक करने के लिए मैकेनिक नियुक्त किया गया है, तुम लोग उसे फोन नहीं लगाते हो। ग्रामीण परेशान हैं कि आखिर मैकेनिक को कैसे फोन लगाएं जो न तो गांव मे रहता है और न ही नंबर बताता है।
पानी के लिए मची किल्लत
जनपद पंचायत मानपुर अंतर्गत बंद नल-जल योजनाएं सुधारने की दिशा मे कोई पहल नहीं की जा रही है। यही वजह है कि भीषण गर्मी मे ग्रामीण पेयजल के लिए भटक रहे हैं। ग्रामीणों को पीने के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है। ग्राम पंचायत बडख़ेरा, दमोय, भरेवा, झाल, चितरांव, ग्राम पंचायत समरकोईनी, न्यूसी, ग्राम पंचायत बिजौरी के लोगों ने बताया कि नल-जल योजना चालू ही नहीं है। कहीं पंप बंद है तो कहीं पाईप टूटी-फूटी है। ग्रामीणों ने बताया कि वे कई बार पीएचई के अधिकारियों से नल-जल योजना को सुचारू ढंग से संचालित करने के लिए निवेदन कर चुके हैं लेकिन आज तक नल-जल योजना पटरी पर नहीं आ सकी।
कंचन खदान मे होने वाली हैवी ब्लास्टिंग के कारण सूख गए कुएं
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