और भयावह हुआ कोरोना

एक दिन में एक लाख से ज्यादा मरीज, तीन राज्यों में केंद्र ने भेजे 50 उच्चस्तरीय दल

*सोमवार को देश में मिले कोरोना संक्रमण के एक लाख 3558 नए मरीज
*एक दिन में सामने आने वाले मामलों में अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा
*सितंबर के बाद थमी थी संक्रमण की रफ्तार, अब फिर स्थिति हुई गंभीर
*महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ व पंजाब के लिए केंद्र ने रवाना किए उच्चस्तरीय दल
*अमेरिका और ब्राजील के बाद भारत में हैं सबसे ज्यादा कोरोना के मामले

नई दिल्ली। भारत में कोरोना संक्रमण के मामलों में बेतहाशा वृद्धि हो रही है। स्थिति कितनी गंभीर है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सोमवार को देश में पहली बार एक दिन में एक लाख से ज्यादा नए मामले सामने आए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार सोमवार को देश में कोरोना के एक लाख 3558 मामले दर्ज किए गए। यह आंकड़ा अब तक एक दिन में सामने आए मामलों में सबसे ज्यादा है। इसके अलावा इस अवधि में 478 मरीजों की मौत हुई, जिसके साथ कोरोना के चलते होने वाली कुल मौतों की संख्या एक लाख 65 हजार 101 हो गई। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और पंजाब में कोविड-10 नियंत्रण और रोकथाम के उपायों के लिए 50 उच्चस्तरीय जनस्वास्थ्य दलों को रवाना किया है।

बता दें कि अमरिका और ब्राजील के बाद भारत सबसे ज्यादा कोरोना मामलों वाला तीसरा देश है। देश में फरवरी की शुरुआत से ही दैनिक मामलों में वृद्धि हो रही है। इससे पहले सितंबर में एक दिन में एक लाख से कुछ कम मामले देखे गए थे, लेकिन इसके बाद फरवरी 2021 तक यह आंकड़ा नौ हजार प्रतिदिन तक पहुंच गया था। हालांकि, इसके बाद एकाएक संक्रमण के मामलों में तेजी आनी शुरू हुई। स्थिति इतनी विषम हो गई है कि कई राज्यों ने अपने-अपने यहां सख्त प्रतिबंध लागू कर दिए हैं। महाराष्ट्र जैसे राज्य एक बार फिर लॉकडाउन लगाने पर विचार कर रहे हैं।

महाराष्ट्र सरकार ने रविवार को घोषणा की थी कि बढ़ते कोरोना मामलों के चलते सोमवार की रात से राज्य में अप्रैल के अंत तक रात्रि कर्फ्यू लागू किया जाएगा, चार से अधिक लोगों के एक स्थान पर एकत्र होने पर रोक रहेगी। इसके साथ ही राज्य सरकार ने कहा था कि निजी कार्यालय, रेस्तरां, सिनेमा हॉल, स्विमिंग पूल, बार, धार्मित स्थल और बीच जैसे सार्वजनिक स्थल बंद रहेंगे। वहीं, सप्ताहांत पर केवल आवश्यक सेवाओं और गतिविधियों के संचालन की अनुमति होगी।

राज्य सरकार ने इस संबंध में कहा था, ‘इन प्रतिबंधों को लागू करने के साथ इस बात का ध्यान रखा गया है कि इससे राज्य के आर्थिक चक्र पर असर न पड़े और कर्मचारियों और मजदूरों पर इसका प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। इसके साथ ही भीड़भाड़ वाले स्थानों को बंद करने पर जोर दिया गया है।’ इस दौरान सार्वजनिक यातायात के साधनों का संचालन 50 फीसदी क्षमता के साथ होगा। औद्योगिक व उत्पादन गतिविधियों के साथ मुंबई में फिल्मों की शूटिंग को अनुमति रहेगी। लेकिन इसके लिए उन्हें स्वास्थ्य मानकों को पूरा करना होगा कोरोना उचित व्यवहार सुनिश्चित करना होगा।

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