एमवाय अस्पताल मे नवजात की एड़ी कुतर गये चूहे
मानवाधिकार आयोग ने मांगी रिपोर्ट
इंदौर। मध्यप्रदेश के सबसे बड़े महाराजा यशवंतराव होल्कर अस्पताल में चूहों द्वारा नवजात बच्चे की एड़ी कुतरे जाने का मामला सामने आया है। मध्य प्रदेश मानवाधिकार आयोग ने मंगलवार को इसका संज्ञान लिया। आयोग ने जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के आला अफसरों से 15 दिन के भीतर मामले में रिपोर्ट तलब की है। आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि इस निकाय के अध्यक्ष न्यायमूर्ति नरेंद्र कुमार जैन ने मीडिया की खबरों के आधार पर इंदौर संभाग के आयुक्त (राजस्व) और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त संचालक को रिपोर्ट देने को कहा है। अधिकारी के मुताबिक रिपोर्ट में यह जानकारी मांगी गई है कि इंदौर के शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवायएच) की नर्सरी (वह स्थान जहां नवजात बच्चों को देख-भाल के लिए रखा जाता है) में सोमवार को चूहों ने नवजात बच्चे की एड़ी आखिर किन हालात में कुतर दी।
23 दिन के बच्चे को नर्सरी में रखा गया था
इस बीच, एमवायएच के एक अधिकारी ने नाम जाहिर न किए जाने की शर्त पर बताया कि 23 दिन के बच्चे को अस्पताल की नर्सरी के झूले में रखा गया था, जहां उसकी एड़ी को चूहों ने कुतर दिया। उन्होंने बताया, ‘विशेषज्ञ डॉक्टरों की निगरानी में बच्चे के घाव की मरहम-पट्टी की जा रही है। फिलहाल उसकी हालत ठीक है।अधिकारी के मुताबिक एमवायएच में चूहों के हमले का शिकार बच्चा गर्भावस्था की सामान्य अवधि से करीब दो महीने पहले जन्मा था और प्रसव के वक्त उसका वजन सिर्फ 1.3 किलोग्राम था। इसलिए उसे नर्सरी में रखकर उसकी देखभाल की जा रही थी।
तीन सदस्यीय जांच समिति बनाई
एमवायएच के अधीक्षक प्रमेंद्र ठाकुर ने बताया कि घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की गई है, जिसमें अस्पताल के दो डॉक्टर और एक प्रशासकीय अधिकारी शामिल हैं।