चुनाव: नपा अध्यक्ष आरक्षण के बाद गरमाया जिले का तापमान, ताल ठोकने लगे दावेदार
बिरसिंहपुर पाली अनुसूचित जाति एवं चंदिया ओबीसी महिला हेतु आरक्षित
उमरिया। लगभग 8 वर्ष बाद नगर पालिका परिषद उमरिया का अध्यक्ष पद एक बार पुन: अनारक्षित घोषित हो गया है। अर्थात अब प्रथम नागरिक के लिये जाति-वर्ग की बाध्यता समाप्त हो गई है और अध्यक्ष पद के लिये कोई भी दावेदार मैदान मे उतर सकता है। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा कल राजधानी भोपाल मे प्रदेश के 345 नगरीय निकायों के आरक्षण की प्रक्रिया संपन्न कराई गई। जिसमे उमरिया नपाध्यक्ष पद अनारक्षित घोषित किया गया। गौरतलब है कि नगर पालिका परिषद उमरिया का गठन आजादी से पूर्व वर्ष 1919 मे हुआ था। तभी से अध्यक्ष पर अनारक्षित चला आ रहा था। वर्ष 2012 से पूर्व हुए आरक्षण मे नपा अध्यक्ष पद अन्य पिछड़ा वर्ग महिला के लिये रिजर्व हो गया। जो कि अब पुन: पूर्ववत हो गया है। जिले के अन्य निकायों मे बिरसिंहपुर पाली एससी तथा मानपुर अन्य पिछड़ा वर्ग महिला के लिये आरक्षित हो गया है।
सिलने लगे कलफदार कुर्ते
नगर पालिका परिषद उमरिया का अध्यक्ष पद सामान्य होते ही उम्मीदवारों के बारे मे चचाओं का दौर शुरू हो गया है। इतना ही नहीं सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के कई बड़े और छुटभैये नेता कलफदार कुर्तो-पायजामो की व्यवस्था मे जुट गये हैं। राजनैतिक विश्लेषकों के मुताबिक भाजपा की ओर से निवर्तमान अध्यक्ष श्रीमती कंचन खट्टर और उनके ससुर शंभूलाल खट्टर अनारक्षित सीट पर भी अपना दावा ठोंक सकते हैं। जबकि नई परिस्थितियों मे 2007 मे उम्मीदवार रहे एवं बेहद कम मतों से पराजित प्रत्याशी राकेश शर्मा, पूर्व जिलाध्यक्ष अरविंद बंसल, धनुषधारी सिंह, आभा निगम, युवा नेता दीपक छत्तवानी, राकेश प्रताप सिंह, ज्ञानेन्द्र सिंह गहरवार, मान सिंह, दिलीप सचदेव, भास्कर सिंह चंदेल, रचना गौतम, सुधा द्विवेदी के अलावा नरेन्द्र गिरी गोस्वामी, श्रीमती शैलजा राय और पूर्व उपाध्यक्ष राजेन्द्र कोल भी अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार बताये जाते हैं।
अधिकांशत: रहा कांग्रेस का कब्जा
चुनावी सफलता की बात करें तो नगर पालिका परिषद उमरिया मे अधिकांशत: कांग्रेस का कब्जा रहा है। वर्ष 1997 सेे शुरू हुए अध्यक्ष पद के सीधे निर्वाचन मे कांग्रेस के नरेन्द्र प्रताप सिंह पहली बार विजयी हुए। 2002 मे उनकी पत्नि श्रीमती रूक्मणी सिंह चुनाव जीतीं। जबकि 2007 मे पुन: नरेन्द्र प्रताप सिंह ने जीत हांसिल की। श्री सिंह इससे पूर्व 1992 मे पार्षदों द्वारा चेयरमेन के निर्वाचन की प्रक्रिया मे भी अध्यक्ष चुने गये थे। इस तरह से श्री सिंह एवं उनकी पत्नि श्रीमती रूक्मणी सिंह रिकार्ड 20 वर्षो तक नगर पालिका के अध्यक्ष पद पर काबिज रहे।
जिले मे चार स्थानो पर होने हैं चुनाव
विदित हो कि आगामी दिनो मे होने वाले नगरीय निर्वाचन के तहत जिले की उमरिया, चंदिया, नौरोजाबाद के अलावा नवगठित नगर पंचायत मानपुर सहित 4 स्थानो पर चुनाव कराये जाने हैं। वहीं नपा पाली का कार्यकाल अगस्त 2022 मे पूर्ण होगा। जबकि नगर पालिका उमरिया का कार्यकाल 12 फरवरी 2018 मे ही पूर्ण हो चुका है। इसी तरह नपं चंदिया 21 दिसंबर एवं नौराजाबाद 23 दिसंबर 2019 मे अपना कार्यकाल पूरा कर चुकी है। इन सभी स्थानो मे प्रशासक अध्यक्षों का दाियत्व संभाल रहे हैं। बताया जाता है कि शासन द्वारा आम चुनावों तक मानपुर मे भी प्रशासक नियुक्त करने के आदेश जारी किये गये हैं।
उमरिया सीट सामान्य घोषित
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