MP में इंदौर के पास हादस. अबतक 12 शव मिले, महाराष्ट्र, राजस्थान और मप्र के थे यात्री
स्थानीय लोग आगे आए, शवों को निकाला
हादसे की जानकारी लगते ही खलघाट के स्थानीय लोगों ने सबसे पहले मदद की। जो फोटो और वीडियो सामने आए हैं, उनमें स्थानीय लोग शवों को खोजते दिखे। कुछ लोग अपनी नाव से शवों बाहर निकाल रहे थे। उधर, इंदौर और धार से NDRF की टीम मौके पर पहुंच गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना पर दुख जताया है। प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए सहायता देने की घोषणा की है। घायलों को 50 हजार रुपए की मदद दी जाएगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी मृतकों के परिजन को 4-4 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने की घोषणा की। महाराष्ट्र की बस होने की वजह से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को घटना की जानकारी दी। महाराष्ट्र सरकार ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए देने की घोषणा की है। इस तरह मृतकों के परिजनों को कुल 16-16 लाख रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी।
प्रशासन ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
धार संभागायुक्त डॉ. शर्मा के निर्देशन में जिला प्रशासन द्वारा घटना के संबंध में सहायता एवं आवश्यक जानकारी के लिए हेल्पलाइन नम्बर भी जारी किए गए हैं। हेल्पलाइन नंबर में SDM श्री नवजीवन विजय पवार 93293-01390, नायब तहसीलदार श्री केश्या सोलंकी 70004-02972 तथा CHC धामनोद 98265-52527 शामिल हैं। उक्त हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर आवश्यक जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
हादसे में इन्होंने गंवाई जान
हादसे में जान गंवाने वाले 12 लोगों की पहचान हो गई है। 4 लोग राजस्थान, 1 इंदौर (मध्यप्रदेश) और बाकी महाराष्ट्र से हैं। शवों को धामनोद (धार, मध्यप्रदेश) के सरकारी अस्पताल में रखा गया है। 1. चेतनराम (35 साल), पिता राम गोपाल जांगिड़, निवासी- नांगल कला, गोविंदगढ़, जयपुर (राजस्थान)
2. जगन्नाथ (70 साल), पिता हेमराज जोशी, निवासी- मल्हारगढ़, उदयपुर (राजस्थान)
3. प्रकाश (40 साल, कंडक्टर), पिता श्रवण चौधरी, निवासी- शारदा कॉलोनी, अमलनेरगां, जलगांव (महाराष्ट्र)
4. निंबाजी (60 साल), पिता आनंदा पाटिल, निवासी- पीलोदा, अमलनेर
5. रुकमणी (65) पति नारायण, निवासी- बगोर, उदयपुर
6. चंद्रकांत (45 साल, ड्राइवर), पिता एकनाथ पाटील, निवासी- अमलनेर, जलगांव
(उपरोक्त 1 से 6 तक के मृतक की पहचान आधार कार्ड से की गई)
7. श्रीमती अरवा (27 साल), पति मुर्तजा बोरा, निवासी- मूर्तिजापुर, अकोला, महाराष्ट्र (परिजन द्वारा पहचान)
8. सैफुद्दीन (45 वर्ष), पिता अब्बास, निवासी- नूरानी नगर, इंदौर (परिजन द्वारा पहचान)
9. कल्पना (57 वर्ष), पति विकास उर्फ गुलाब राव निवासी- सुंदखेड, जिला धुलिया (महाराष्ट्र)
10. विकास (33 वर्ष), पिता सतीश बहरे, निवासी- विर्देल, जिला धुले (महाराष्ट्र)
11. राजू (48 वर्ष), पिता तुलसीराम मौर्य, निवासी- रावटभाटा, चित्तौड़गढ़ (राजस्थान)
12. अविनाश (30 वर्ष), पिता संजय परदेशी, निवासी- पाटन सराय, अमलनेर (महाराष्ट्र)
राजस्थान के 4 मृतकों में एक महिला और रेस्टोरेंट ऑनर
एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि राजस्थान के चार मृतकों में चेतनराम जांगिड़ (35) गोविंदगढ़ (जयपुर), जगन्नाथ जोशी (70) सराड़ा (उदयपुर), रुकमणी जोशी (65) और राजू मोर्य (48) रावतभाटा (चित्तौड़गढ़ ) का था।
दो जिलों की सीमा पर बना है पुल
हादसा आगरा-मुंबई (AB रोड) हाईवे पर हुआ। यह रोड इंदौर से महाराष्ट्र को जोड़ता है। जिस संजय सेतु पुल से बस गिरी, वो दो जिलों- धार और खरगोन की सीमा पर बना है। पुल का आधा हिस्सा खलघाट (धार) और आधा हिस्सा खलटाका (खरगोन) में है। खरगोन से भी कलेक्टर और SP भी मौके पर पहुंचे हैं।
अब तक एक भी यात्री जीवित नहीं मिला
खलघाट टोल नाके की हाईवे एम्बुलेंस के ड्राइवर श्रीकृष्ण वर्मा ने बताया- मैं ड्यूटी पर था। सुबह 10.03 बजे कंट्रोल रूम से कॉल आया। सूचना मिली कि पुल से एक बस नर्मदा नदी में गिर गई है। सूचना मिलने के करीब 3 मिनट के भीतर घटनास्थल पर पहुंच गया था। बस नदी में गिरी हुई थी। तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। नदी से अब तक एक भी व्यक्ति जीवित या घायल नहीं निकाला जा सका है। बस को नदी से निकाल लिया गया है। बस में इंदौर और राजस्थान के जयपुर, उदयपुर के यात्री भी सवार थे।
सीएम शिवराज ने कहा- हम बस में सवार लोगों को बचा नहीं सके
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जैसे ही इस घटना की सूचना मिली वैसे ही प्रशासन सक्रिय हो गया। कलेक्टर, एसपी, SDRF और NDRF की टीमें बचाव के लिए तत्काल रवाना की। दुर्घटना के आधा घंटे के अंदर ही कलेक्टर घटना स्थल पर पहुंच गए थे। बस तो निकाल ली, लेकिन कहते हुए मन पीड़ा से भरा हुआ कि हम बस में सवार लोगों को बचा नहीं सके।
होटल मालिक बोला- चाय-नाश्ता करने रुके थे यात्री
बताया जाता है कि बस MH40 N-9848 सुबह 9 से 9.15 बजे खलघाट से 12 किलोमीटर पहले दूधी बायपास किनारे एक होटल पर रुकी थी। होटल मालिक ने बताया कि यहां 12-15 यात्रियों ने चाय-नाश्ता किया। बाकी सवारी अंदर बैठी थी। अंदर कितनी सवारी यह तो पता नहीं, लेकिन बस में 30 से 35 सवारी होंगी।
नायब तहसीलदार बोले- कोई क्लेम करने नहीं आया
अमलनेर के नायब तहसीलदार पंकज कुमार जाट ने भास्कर को बताया कि अभी तक मृतकों की पहचान नहीं हो सकी है। यहां अब तक कोई बॉडी क्लेम करने नहीं आया है। हम लगातार खरगोन और धार के अधिकारियों के संपर्क में हैं।