उड़ता उमरिया बनने की कगार पर जिला
पुलिस की मुस्तैदी के बाद भी रूक नहीं रहा नशे का कारोबार
बांधवभूमि, उमरिया
पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू के मार्गदर्शन मे छेड़े गये अभियान और लगातार हो रही कार्यवाहियों के बावजूद जिले मे नशे के सामान की तस्करी के मामले कम नहीं हो रहे।
सूत्रों का मानना है उमरिया अब पूरी तरह से नशे की मंडी बन गया है। जहां शराब और गांजे का अवैध कारोबार अपनी जड़ें जमा चुका है। इस काले धंधे मे कमाई इतनी बेशुमार है कि अपराधी एक दो मामलों मे फंस भी जांय तो उन्हे कोई फर्क नहीं पड़ता। जानकारों का दावा है कि कई धंधेबाजों ने अब ब्राउन शुगर की सप्लाई भी शुरू कर दी है। इतना ही नहीं अनेक युवा इस घातक पदार्थ की जद मे आ भी चुके हैं। यदि जल्दी ही इस समस्या पर कारगर कार्यवाही नहीं हुई तो जिले का हाल भी उड़ता पंजाब जैसा होते देर नहीं लगेगी।
पकड़ा गया गांजे का जखीरा
विगत दिवस थाना कोतवाली पुलिस ने गांजे का एक और जखीरा बरामद किया है। बताया गया है कि मुखबिर से इस बात की खबर मिली थी कि कुछ लोग एक वाहन मे शहपुरा रोड से लगे निगहरी से नशीले पदार्थ की खेप लेकर बिलसपुर की ओर जा रहे हैं। जिसके बाद अमला तत्काल सक्रिय हो गया। पुलिस ने हर्रवाह स्कूल के सामने घेराबंदी कर मारूति वैन एवं मोटर साइकिल को रोका। कार तथा बाईक सवार व्यक्तियों से पूंछतांछ करने पर उन्होने अपना नाम मुकेश बैगा, रोहित उर्फ विष्णु प्रसाद राय तथा रूपराम साहू निवासी कंचनपुर बताया। जबकि छोटू उर्फ मो. शाहिद निवासी कंचनपुर नामक आरोपी फरार हो गया। तलाशी के दौरान तीनो आरोपियों के पास 6 किलो गांजा मिला। इस मामले मे आरोपियों के विरुद्ध धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट का अपराध कायम कर गांजा, एक मारुति वैन, एक मोटरसाइकिल एवं 4 मोबाइल कीमती 4 लाख 68 हजार रुपए जप्त किया गया है।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
इस कार्यवाही मे थाना प्रभारी राजेशचंद्र मिश्रा, उप निरीक्षक महेश यादव, सउनि उमेश सिंह चौकी प्रभारी बिलासपुर, सउनि अमृतलाल परस्ते, प्रधान आरक्षक राजकुमार गुरदे, प्रधान आरक्षक अभय, आरक्षक सुमित, आरक्षक भोलू, थाना नौरोजाबाद के उप निरीक्षक शैलेंद्र सिंह, सउनि अनिल सिंह एवं साइबर सेल से संदीप सिंह की भूमिका सराहनीय थी।