वर्ष का अंतिम सूर्यग्रहण 25 को, ग्रहण ने बदली गृहों की चाल
बांधवभूमि, उमरिया
वर्ष का अंतिम सूर्यग्रहण कल 25 अक्टूबर को होगा। हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष कार्तिक अमावस्या तिथि पर दीपावली का त्योहार मनाया जाता है और अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाती है। लेकिन इस बार दीवाली के फौरन बाद ही आंशिक सूर्यग्रहण लगेगा। जिस वजह से गोवर्धन पूजा दूसरे दिन न होकर 26 अक्टूबर को की जायेगी। दीवाली और गोवर्धन पूजा के बीच सूर्य ग्रहण का ऐसा संयोग कई वर्षो बाद बन रहा है। एक गणना के अनुसार पिछले 1300 वर्षों बाद सूर्य ग्रहण दो प्रमुख त्योहार के बीच पडऩे के साथ बुध, गुरु, शुक्र और शनि सभी अपनी-अपनी राशि मे मौजूद रहेंगे।
अवधि 1 घंटे 19 मिनट
साल का यह आखिरी आंशिक सूर्यग्रहण भारत के कई हिस्सों में दिखाई देगा। जिससे इसका सूतक काल मान्य होगा और ग्रहण से संबंधित धार्मिक मान्यताओं का पालन किया जाएगा। सूर्य ग्रहण भारतीय समय अनुसार सायं 16.22 से शुरू होगा, जो 17.42 तक रहेगा। इसकी अवधि 1 घंटे 19 मिनट बताई गई है।
कहां-कहां दिखेगा असर
देश के खगोल वैज्ञानिकों के अनुसार दीवाली के बाद लगने वाला सूर्य ग्रहण देश के उत्तरी और पश्चिमी भागों मे आसानी के साथ देखा जा सकेगा। जबकि पूर्वी भागों मे यह नहीं दिखाई देगा, क्योंकि यहां पर सूर्यास्त जल्दी हो जाता है। जानकारी के अनुसार दिल्ली, राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू, श्रीनगर, लेह और लद्दाख मे इसे देखा जा सकेगा।
यहां कुछ समय होंगे दर्शन
वहीं दक्षिण भारत के हिस्से जैसे तमिलनाडु, कर्नाटक, मुंबई, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड और बंगाल मे सूर्य ग्रहण कुछ समय के लिये दिखाई देगा। देश के पूर्वी भागों असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और नागालैंड मे यह दिखाई नहीं देगा। ज्योतिष गणना के अनुसार दीवाली के बाद यानी 25 अक्टूबर को लगने वाला सूर्यग्रहण तुला राशि मे लगेगा।
इस बार एक दिन बाद होगी गोवर्धन पूजा
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